चीनी सैनिकों को वापस जाने पर मजबूर किया: राजनाथ सिंह

Lok Sabha India-China forces begin retreating from East Ladakh region Rajnath

नई दिल्ली (सच कहूँ न्यूज)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि अरुणाचल प्रदेश के तवांग क्षेत्र में भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों के अतिक्रमण को साहस और पराक्रम से रोका है और उन्हें वापस अपनी चौकी पर जाने के लिए मजबूर कर दिया है।

दोनों पक्षों में हाथापाई भी हुई

सिंह ने राज्यसभा में चीनी घुसपैठ के मुद्दे पर एक वक्तव्य में कहा कि चीन के सैनिकों ने 11 दिसंबर को अरुणाचल प्रदेश के क्षेत्र में यांगत्से मैं चीनी सैनिकों ने भारतीय क्षेत्र में अतिक्रमण करने का प्रयास किया। इस अतिक्रमण को भारतीय सैनिकों ने दृढ़ता, तत्परता, साहस और पराक्रम से रोका। दौरान दोनों पक्षों में हाथापाई भी हुई लेकिन दोनों पक्षों की ओर से किसी भी सैनिक को गंभीर चोट नहीं लगी। भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को अपनी चौकी पर वापस जाने के लिए मजबूर कर दिया।

सेना हर समय तैयार

उन्होंने कहा कि भारतीय सेना भारत की भौगोलिक एकता को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है। रक्षा मंत्री ने कहा कि 11 दिसंबर को स्थापित प्रणाली के तहत दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों की फ्लैग मीटिंग हुई। इस बैठक में चीनी पक्ष को भारतीय पक्ष ने ऐसी कार्रवाई करने से दृढ़ता से मना किया। दोनों देशों के बीच इस मामले को लेकर कूटनीतिक स्तर पर भी बातचीत हुई। सिंह ने कहा कि सेना किसी भी तरह के संकट का सामना करने के लिए हर समय तैयार है।

चीन मसले पर कूटनीतिक कुशलता का परिचय दे मोदी सरकार: मायावती

अरुणाचल प्रदेश में चीनी सेना के साथ झड़प पर चिंता व्यक्त करते हुये बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने केन्द्र सरकार को सलाह दी है कि देश की सुरक्षा से जुड़े इस संवेदनशील मसले को कूटनीति के जरिये जल्द काबू करने का प्रयास करे। मायावती ने मंगलवार को ट्वीट किया, ‘अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में भारत और चीन की सेना के बीच खूनी संघर्ष और उसमें कई सैनिकों के घायल होने की खबर अति-दु:खद व चिन्तनीय।

यूक्रेन युद्ध के परिणामों से पीड़ित एवं सहमी दुनिया में भारत-चीन सेना के बीच नए संघर्ष पर तुरन्त कूटनीतिक तरीके से काबू पाना जरूरी। उन्होने कहा,‘भारतीय सेना ने चीन के साथ ताजा मामले में भी एक बार फिर जैसे को तैसा मुँहतोड़ जवाब देकर अपनी प्रसिद्धि के अनुरूप कार्य किया है, जो सराहनीय। अब सरकार की जिम्मेदारी है कि अपनी कुटनीतिक कुशलता का परिचय दे, यही देश को उम्मीद। अपनी इण्टेलिजेन्स को भी और मजबूत बनाना होगा।

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