डॉक्टरों की हड़ताल और हिंसा पर केन्द्र ने ममता से मांगी रिपोर्ट

Report sent by Mamata to Center on strike and violence of doctors
  • 973 डॉक्टरों ने दिया इस्तीफा

  • डॉकटरों ने दिया 48 घंटे का समय

कोलकाता (एजेंसी)। पश्चिम बंगाल के सरकारी अस्पतालों में अपने सहयागियों पर हमलों के खिलाफ डॉक्टरों की हड़ताल शनिवार को भी अस्पतालों के बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) का कामकाज बंद रहा। हड़ताल कर रहे डॉक्टर लगातार पर्याप्त सुरक्षा की मांग कर रहे हैं। इस बीच डॉक्टरों की हड़ताल पर गृहमंत्रालय ने ममता सरकार से रिपोर्ट तलब की है। केन्द्र की एडवाइजरी में कहा गया है कि डॉक्टरों की हड़ताल का असर पूरे देश में पड़ रहा है। केन्द्र ने ममता से पूछा है कि हड़ताल को रोकने के लिए राज्य सरकार ने क्या कदम उठाए है।

बता दें कि समस्या का समाधान निकालने के लिए पांच वरिष्ठ डॉक्टरों ने शुक्रवार शाम मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की थी। बैठक के बाद डॉक्टरों ने बताया कि सुश्री बनर्जी ने मुद्दे पर चर्चा करने के लिए जूनियर डॉक्टरों को शनिवार शाम पांच बजे राज्य सचिवालय नाबन्ना आमंत्रित किया है। हड़ताली जूनियर डॉक्टरों ने हालांकि इस आमंत्रण को अस्वीकार कर दिया जिससे डॉक्टरों और राज्य सरकार के बीच जारी गतिरोध के जल्द समाप्त होने की उम्मीदों को झटका लगा है। जूनियर डॉक्टरों ने घोषणा की है कि वे शनिवार शाम पांच बजे राज्य सचिवालय में मुख्यमंत्री से मुलाकात नहीं करेंगे। उधर, एम्स दिल्ली के रेजिडेंट डॉक्टर शनिवार को काम पर लौट आए। हालांकि उनका सांकेतिक विरोध अब भी जारी है।

 

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