नागरिकों की सुरक्षा सर्वोपरि : राजस्थान सीएम
जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शनिवार को कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच उत्पन्न परिस्थितियों के दृष्टिगत, राज्य के नागरिकों की सुरक्षा उनकी सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार समस्त घटनाक्रम पर निकट दृष्टि बनाए हुए है और आवश्यक तैयारियों को सुनिश्चित करने हेतु सभी महत्त्वपूर्ण निर्णय लिए जा रहे हैं। उन्होंने इस अवसर पर सभी राजनीतिक दलों से सहयोग की अपील करते हुए राज्यहित में एकता और सद्भाव बनाए रखने का आह्वान किया। Rajasthan News
उन्होंने आश्वासन दिया कि राजस्थान सरकार किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए पूर्ण रूप से सक्षम और तैयार है। सीमावर्ती क्षेत्रों में आवश्यक मानव संसाधन की पूर्ति हेतु रिक्त पदों की शीघ्र भर्ती की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है। मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि बाड़मेर, बीकानेर, जैसलमेर, श्रीगंगानगर, जोधपुर, हनुमानगढ़ और फलोदी जिलों में आपात स्थिति से निपटने के लिए रिवॉल्विंग फंड उपलब्ध कराया गया है। इस निधि से परिवहन साधनों की व्यवस्था, राहत शिविरों की स्थापना, औषधियों व उपकरणों की खरीदी तथा प्रभावित नागरिकों को भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।
सुरक्षा बलों के अतिरिक्त जवान सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात किए गए
राज्य की सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए राजस्थान सशस्त्र कांस्टेबुलरी (RAC), आपदा राहत बल, तथा नागरिक सुरक्षा बलों के अतिरिक्त जवान सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात किए गए हैं। इन जिलों के प्रभारी मंत्रीगण एवं सचिवगण स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर समन्वय बनाए हुए हैं, जबकि त्वरित कार्रवाई दल किसी भी सूचना पर तुरंत प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि सीमावर्ती जिलों में ब्लैकआउट प्रोटोकॉल तथा यातायात प्रतिबंध सुरक्षा एजेंसियों के निर्देशानुसार लागू किए जा रहे हैं। साथ ही, शादी-विवाह एवं सार्वजनिक आयोजनों में तेज रोशनी, आतिशबाज़ी एवं चकाचौंध से परहेज करने हेतु दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। निजी ड्रोन उड़ाने पर भी कड़ा प्रतिबंध लगाया गया है।
जिला प्रशासन को सायरन प्रणाली को सुदृढ़ करने तथा टेलीविज़न, रेडियो और सोशल मीडिया के माध्यम से नागरिकों को विभिन्न चेतावनी संकेतों के बारे में जागरूक करने के निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि बाजारों, पर्यटन स्थलों, बस अड्डों और रेलवे स्टेशनों पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। इसके अतिरिक्त, धार्मिक स्थलों, बांधों, विद्युत केंद्रों और रिफ़ाइनरियों जैसे प्रमुख ढांचागत स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था भी कड़ी कर दी गई है। साथ ही साइबर हमलों की संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए साइबर सुरक्षा उपाय भी सक्रिय कर दिए गए हैं। Rajasthan News