डेरा श्रद्धालुओं के लिए आई खास खबर

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संगरिया(सच कहूँ/सुरेंद्र जग्गा)। आज भारत के युवा नशे के आदी होकर अपनी जिंदगी को नरक बना रहे हैं। जिसने (Nasha Mukt Bharat Abhiyaan) भी नशे का दामन एक बार पकड़ लिया, उसे नशा मौत के मुंह तक तो ले ही जाता है, साथ ही उसके घर-परिवार का भी नाश कर देता है। ऐसे में डेरा सच्चा सौदा एक ऐसी सस्था है, जिससे जुड़कर अब तक 6 करोड़ से ज्यादा लोग नशों से दूर रहने का प्रण कर चुके हैं। डेरा सच्चा सौदा अब पूरे भारतवर्ष को नशा मुक्त करने का निश्चय कर चुका है। पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने समाज को नशामुक्त बनाने के लिए डेप्थ मुहिम के तहत अखिल भारतीय नशामुक्त अभियान की शुरूआत की। ध्यान, योग एवं स्वास्थ्य द्वारा अखिल भारतीय नशामुक्ति अभियान का मूल उद्देश्य हिंदुस्तान से नशे को जड़ से खत्म करना है। इस अभियान को कारगर बनाने के लिए संगरिया की नई धान मंडी में रविवार 18 दिसंबर, दिन रविवार को दोपहर 12:00 से 2:00 बजे तक विशाल नशा छोड़ो अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।

जरूरतमंद परिवारों को राशन व गर्म वस्त्र होंगे वितरित

राजस्थान के 45 मेंबर कमेटी सदस्य बलजीत इन्सां ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान अति जरूरतमंद परिवारों को राशन व गर्म वस्त्र भी वितरित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम को लेकर सभी समितियों के सेवादारों में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। सभी ने अपनी अपनी ड्यूटी संभाल ली है। शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेल्फेयर फोर्स विंग के सेवादारों द्वारा धान मंडी में सफाई अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें पूरी धान मंडी की सफाई की जा रही है। कार्यक्रम के प्रचार प्रसार के लिए बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए जा रहे हैं।

स्वास्थ्य कैंपों के जरीये लोगों का नशा छुड़वाने का मैगा अभियान

पिछले करीब 5 सालों में नशा रूपी दानव हर घर में अपना दुष्प्रभाव दिखाने लगा है। भारत वर्ष ही नहीं, पूरे विश्व में नशे की यह लत एक भयानक बीमारी के रूप में उबर कर सामने आ रही है, जो समाज के भविष्य के लिए खतरे का संकेत है। घरों को बर्बादी की कंगार तक लेकर जाने वाले इस नशे की रोकथाम के लिए डेरा सच्चा सौदा एक नई सवेर बनकर सामने आया है। करीब 6 करोड़ लोगों को नशों से दूर रहने का मंत्र देने वाला डेरा सच्चा सौदा अब पूरे भारतवर्ष को नशा मुक्त करने का निश्चय कर चुका है। डेरा सच्चा सौदा योग एवं ध्यान के साथ-साथ स्वास्थ्य कैंपों के जरीये लोगों का नशा छुड़वाने का मैगा अभियान शुरू करेगा।

अखिल भारतीय नशामुक्त अभियान की शुरूआत Nasha Mukt Bharat Abhiyaan

पूज्य गुरु संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने गत 3 नवंबर को शाह सतनाम जी आश्रम बरनावा, यूपी से लाइव कार्यक्रम दौरान अखिल भारतीय नशामुक्त अभियान की शुरूआत की, जिसको ड्रग इरेडीकेशन पेन-इंडिया थ्रू हैल्थ एंड मैडिटेशन का नाम दिया गया। ध्यान, योग एवं स्वास्थ्य द्वारा अखिल भारतीय नशामुक्ति अभियान का मूल उद्देश्य हिंदुस्तान से नशे को जड़ से खत्म करना है। इस अभियान को कारगर बनाने के लिए डेरा सच्चा सौदा गांव, कस्बे व शहरी स्तर पर स्थानीय साध-संगत का सहयोग लेगा। ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में जागरूकता कैंपों के अलावा योग एवं ध्यान क्रियाओं के जरीये लोगों को नशा छोड़ने के लिए प्र्रेरित किया जाएगा, वहीं स्वास्थ्य कैंप भी लगाए जाएंगे जिनमें नशे के आदि लोगों का उपचार भी किया जाएगा।

नशा विरोधी मुहिम

बता दें कि डेरा सच्चा सौदा ने वर्ष 1948 में अपनी स्थापना से ही नशा विरोधी मुहिम शुरू की हुई है। डेरा सच्चा सौदा के तीन नियमों के अनुसार, यहां का सत्संगी बनने के लिए उसे सबसे पहले नशीले पदार्थाेंं का सेवन छोड़ना होता है। मांस-अंडा-शराब सहित तमाम दुनियावी नशों को छोड़कर हर व्यक्ति को इंसानियत के मार्ग पर चलने की शिक्षा दी जाती है। डेरा सच्चा सौदा के संस्थापक पूजनीय शाह मस्ताना जी महाराज एवं दूसरी पातशाही पूजनीय परमपिता शाह सतनाम सिंह जी महाराज ने हमेशा सत्संगों में लोगों को नशों के दुष्परिणामों से लोगों को अवगत करवाया और सदा नशा रहित जीवन जीने के लिए प्रेरित किया।

DEPTH Campaign

पूज्य गुरु संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने नशामुक्त समाज की इस मुहिम को नई गति देते हुए सत्संग लगाकर लोगों को बड़े नशों के साथ-साथ बीड़ी, गुटखा जैसे पारंपरिक नशों को भी छोड़ने के लिए उत्साहित किया। काबिलेगौर है कि उन सत्संगों के दौरान ही लोगों द्वारा भविष्य में नशा न करने का संकल्प लेते हुए अपनी जेबों से गुटखे, बीड़ी मंडल निकाल कर बड़े ढ़ेर लगा दिए जाते थे, जो इस बात की गवाही भरते थे कि सत्संग से समाज को नई दिशा मिल रही है। डेरा सच्चा सौदा अपने 74 साल के इतिहास में अब तक 6 करोड़ से अधिक लोगों को नशे से परहेज का संकल्प करवा चुका है। नशे के कारण जिस घरों में हमेशा नरक जैसा माहौल बना रहता था, डेरा सच्चा सौदा के प्रयास से अब उन घरों में जन्नत सा नजारा देखने को मिलता है।

क्या कहते हैं आंकड़े | Nasha Mukt Bharat Abhiyaan

गौरतलब है कि विश्वभर में नशे का दानव हर दिन विकराल होता जा रहा है। नशे की लत के कारण होने वाली मौतों के मामले 2021 में पहली बार 10 हजार के आंकड़े को पार कर गए। इस हिसाब से देखा जाए तो औसतन हर घंटे एक से अधिक मौतें हुई हैं। वर्ष 2021 में भारत देश में नशे की लत के कारण 10,560 मौतें हुई हैं। वहीं वर्ष 2022 के आंकड़ों में गौर किया जाए तो केवल सिरसा जिले में ही नशे की ओवरडोज से अक्तूबर महीने तक करीब 43 मौतें हो चुकी हैं। गहरी चिंता का विषय यह भी है कि देश में पारंपरिक नशों जैसे तम्बाकू, शराब, अफीम के अलावा सिंथेटिक ड्रग्स स्मैक, हिरोइन, आइस, कोकीन, मारिजुआना आदि का प्रयोग तेजी से बढ़ रहा है।

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