पावन MSG भंडारा: जहाँ दिखाई देती है सेवा व संस्कृति की अनूठी झलक!

MSG Bhandara

सरसा (सच कहूँ/सुखजीत मान)। डेरा सच्चा सौदा का 76वां रूहानी स्थापना दिवस सोमवार को शाह सतनाम शाह मस्तान जी धाम व मानवता भलाई केन्द्र डेरा सच्चा सौदा, सरसा में पावन भंडारे के रूप में मनाया गया। भंडारे में पहुंची भारी तादाद में साध-संगत को किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो, ंइसके लिए जिम्मेवार सेवादारों द्वारा लाजवाब प्रबंध किए गए। गर्मी के मौसम के मद्देनजर साध-संगत की पीने वाले पानी की जो छबीलें लगाई गई, वह भारतीय संस्कृति को प्रस्तुत करती नजर आर्इं। इन छबीलों पर पानी मिट्टी के मटकों में भरकर रखा गया था। MSG Bhandara

पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा समय-समय पर साध-संगत को अपने अनमोल वचनों से निहाल करते हुए अपनी विरासत से जुड़े रहने की शिक्षा दी जाती है। पूज्य गुरु जी के पावन अनमोल वचनों पर अमल करते हुए पानी समिति के सेवादारों द्वारा साध-संगत की सुविधा के लिए लगाई गई छबीलों पर पानी भरकर रखने के लिए मिट्टी के मटकों का इस्तेमाल किया गया। इन मटकों में पानी बिना बर्फ के भी ठंडा रहा। MSG Bhandara

पुरातन तरीके से तैयार इन मटकों को ठंडा रखने के लिए बोरियों को पानी से भिगोकर रखा गया, जिससे काफी समय तक पानी की ताजगी व ठंडक बरकरार रही। साध-संगत के लिए 60 छबीलों पर 400 मटकों में पानी रखा गया। इन छबीलों तक पानी सप्लाई करने के लिए 20 टैÑैक्टर, 12 टैंकर, 30 ट्रॉलियां व 14 टैंकियों का इस्तेमाल किया गया। इसके अलावा 1240 सेवादारों ने साध-संगत को पानी पिलाने की सेवा की। MSG Bhandara

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