ऐसे समाजसेवी जज्बे को सैल्यूट: चिकित्सक
Body Donation: ओढ़ा, सरसा(सच कहूँ/राजू)। डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी अपने मुर्शिद की पावन प्रेरणाओं पर चलते हुए अमर सेवा मुहिम के तहत शरीरदान जैसा महादान कर समाज के लिए प्रेरणास्त्रोत बन रहे हैं। इसी मुहिम के तहत ब्लॉक रोड़ी के गांव बप्पां में शरीरदान कार्य की एक बड़ी मिसाल देखने को मिली। इस मानवता भलाई कार्य की पूरे गांव में खूब चर्चा रही। किशोर की अंतिम यात्रा को देखकर हर किसी के मुख से यही शब्द निकले कि धन्य हैं ऐसे गुरु और धन्य हैं उनके शिष्य। वहीं इस अवसर पर मौजूद मेडिकल कॉलेज से पहुंचे चिकित्सक स्टाफ ने भी उक्त परिवार के इस समाजसेवी जज्बे को सैल्यूट किया। Sirsa News
जानकारी मुताबिक रोड़ी ब्लॉक के गांव बप्पां की प्रेमी समिति के सदस्य मोहित इन्सां का 14 वर्षीय बेटा समक्ष इन्सां पिछले कुछ समय से अस्वस्थ चल रहा था। जिसने मंगलवार सायं अंतिम सांस ली। मोहित इन्सां का पूरा परिवार डेरा सच्चा सौदा में अथाह विश्वास रखता है। जिसके चलते उन्होंने अपने मुर्शिद के पावन वचनों का अनुसरण करते हुए अमर सेवा मुहिम के तहत समक्ष इन्सां की मृत देह इंसानियत हित में मेडिकल शोध कार्यांे हेतु आदेश मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, भुच्चो मंडी, जिला बठिंडा (पंजाब) को दान कर दी। ब्लॉक प्रेमी सेवक पवन इन्सां ने बताया कि सचखंडवासी मोहित इन्सां का पूरा परिवार लंबे समय से डेरा सच्चा सौदा से जुड़ा है। समक्ष इन्सां अल्प आयु में ही इस संसार से विदा हो गया, लेकिन शरीरदान जैसे महादान के लिए वो हमेशा स्मरणीय रहेगा। परिवार ने समक्ष इन्सां को बचपन से ही डेरा सच्चा सौदा से जोड़ दिया था।
पुष्पवर्षा एवं नारों के बीच किया रुखसत | Sirsa News
समक्ष इन्सां को अंतिम विदाई देने हेतु उनके परिजन एवं रिश्तेदार व गणमान्य लोगों के साथ-साथ बड़ी संख्या में शाह सतनाम जी ग्रीन एस वेलफेयर कमेटी के सदस्य पहुंचे। समक्ष इन्सां की मृत देह को फूलों से सजी गाड़ी में पुष्पवर्षा एवं इलाही नारों के साथ रुखसत किया गया। उसकी अंतिम यात्रा गांव में मुख्य बाजार, बस स्टैंड व विभिन्न गलियों से होकर गुजरी। इस दौरान हर किसी के मुख से यही शब्द निकले कि ऐसा जज्बा सिर्फ डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों में ही देखने को मिल सकता है। समक्ष इन्सां को एमएसजी डेरा सच्चा सौदा व मानवता भलाई केन्द्र बप्पां से इलाही नारे के साथ अंतिम विदाई दी गई। समक्ष इन्सां को गांव बप्पां के 5वें शरीरदानी होने का गौरव प्राप्त हुआ।
डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी शरीरदान जैसा पुनित कार्य करते रहते हैं। शरीरदान से बढ़कर बड़ा दान और क्या हो सकता है। 14 वर्षीय बच्चे का मेडिकल शोध के लिए शरीरदान कर देना कोई छोटी बात नहीं है। ये कार्य कोई बड़े एवं मजबूत हृदय वाला इंसान ही कर सकता है। इस कार्य के लिए उक्त परिवार की जितनी प्रशंसा की जाए उतनी ही कम है। इससे मेडिकल के विद्यार्थियों को शिक्षा में काफी सहयोग मिलेगा। वैसे ही मरने के बाद इस शरीर को अग्नि में जला ही दिया जाता है। क्यों न हो इस शरीर को जलाने की बजाय इसे इंसानियत हित में दान किया जाए, ताकि ये शरीर हमेशा के लिए अमर हो जाए।
शीशपाल केहरवाला, विधायक (हलका कालांवाली)
डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों ने शरीरदान जैसा महान मानवता भलाई कार्य कर मेडिकल कॉलेज के लिए शोध कार्यांे की राह को काफी आसान कर दिया है। इस कार्य के लिए हम डेरा सच्चा सौदा का आभार व्यक्त करते हैं। 14 वर्षीय बच्चे का शरीरदान कर देना कोई छोटी बात नहीं है। ये बच्चा मरकर भी अमर हो गया है। हमारे पास इस परिवार की प्रशंसा करने के लिए शब्द नहीं है। Sirsa News
डॉ. मंदीप सिंह देयोल (आदेश मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल)















