बेरोजगार युवक-युवतियों को ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश

Fraudsters-Arrested

फर्जी ज्वाईनिंग लैटर देकर फाईल ओपन करवाने का टारगेट देकर फीस के रुप में निरंतर एंठते थे नकदी ( Fraudsters Arrested)

  •  नौकरी अथवा लोन दिलवाने के नाम पर बनाते थे शिकार

सच कहूँ/वर्मा कैथल। हरियाणा सहित विभिन्न राज्यों के बेरोजगार युवक-युवतियों को नौकरी अथवा लोन दिलवाने के नाम पर आर्थिक शोषण करने वाले अंतरराज्जीय जालसाल गिरोह का स्पैशल साईबर अपराध शाखा कैथल पुलिस ने पर्दाफाश किया है। जिसके दौरान पुलिस द्वारा नोएडा यूपी सैक्टर 6 में दबिश देकर फर्जी कॉल सैंटर की मार्फत जालसाजी रैकेट चला रहे 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। जिनके कब्जे से वारदातों में प्रयुक्त किए जा रहे 32 मोबाइल फोन तथा अन्य बोगस दस्तावेज बरामद कर लिए गये। शातिर जालसाज रैकेट के सदस्य अपने शिकार को फर्जी ज्वाईनिंग लैटर देकर विभिन्न तरीकों द्वारा बरगलाते हुए निरंतर रूप से आर्थिक शोषण करते थे। व्यापक पूछताछ के लिए सभी आरोपियों का न्यायालय से 01 जुलाई तक 7 दिन का पुलिस रिमांड हासिल कर लिया गया, जिनसे गहन पूछताछ की जा रही है।

 स्पैशल साईबर अपराध शाखा कैथल पुलिस ने नोएडा से 3 शातिर आरोपी किए गिरफ्तार

एसपी लोकेंद्र सिंह ने प्रैस कांफ्रेंस में बताया कि राकेश कुमार निवासी माता गेट कैथल ने थाना शहर में 07 मई को केस दर्ज कराया था कि उसने कावेरी बिजनैस सोल्यूशन प्राईवेट लिमिटिड देहरादून, उतराखंड आॅनलाईन पोर्टल पर नौकरी के लिए आवेदन किया था। कंपनी ने ज्वानिंग के समय 30 हजार रुपए सैलरी देने की बात कही थी, इस दौरान 10 फाइलें ओपन करवाने का टारगेट दिया गया। राकेश कुमार द्वारा कंपनी की शर्त अनुसार 10 फाईलें ओपन करवा दी गर्इं, जो उसके द्वारा प्रत्येक फाइल की फीस 4100 रुपए आॅनलाइन अमेजन के माध्यम से ट्रांसफर कर दी गई। इसके उपरांत कथित कंपनी द्वारा उसे कोई सैलरी नहीं दी गई तथा न कोई लोन उपलब्ध करवाया गया और उसके द्वारा ट्रांसफर की गई नकदी उक्त फर्जी कंपनी द्वारा हड़प ली गई।

 आरोपियों के फर्जी कॉल सैंटर से 32 मोबाइल फोन तथा अन्य बोगस दस्तावेज बरामद

केस दर्ज होने के बाद डीएसपी विवेक चौधरी की अगुवाई में स्पेशल साईबर अपराध शाखा प्रभारी इंस्पेक्टर मुकेश कुमार की टीम द्वारा 23 जून की शाम नोएडा सैक्टर 6 में दबिश देकर आरोपी आसमऊ उर्फ आशु (24), सलमान (21) तथा आवेज (21) सभी निवासी गांव रसूलपुर औरंगाबाद जिला मेरठ (यूपी) को गिरफतार कर लिया गया। उनके कब्जे से वारदातों में प्रयुक्त किए 32 मोबाईल फोन तथा बोगस कंपनी से संबधित अन्य जाली दस्तावेज बरामद किए गये हैं। सभी आरोपियों को वारदात में प्रयुक्त लैपटोप, मोबाईल फोन, फर्जी कंपनी की मोहरें व दस्तावेजों की बरामदगी की। वहीं 01 जुलाई तक पुलिस रिमांड हासिल किया गया है।

ऐसे बनाते थे शिकार

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपियों द्वारा पूछताछ के दौरान कबूला गया की वे सितंबर 2020 से सेक्टर 6 नोएडा में तीन फर्जी कंपनियों कावेरी बिजनैस सोल्यूशन प्राईवेट लिमिटिड, अपोलो बिजनैस सोल्युशन तथा इन्टरनेशनल बिजनैस सोल्यूशन के नाम से फर्जी कॉल सैन्टर चलाये हुये थे। कंपनी में नौकरी देने के लिये वे आॅनलाइन साईटों से डेटा उठाकर विभिन्न व्यक्तियों को कॉल करके आॅनलाईन पोर्टल पर नौकरी हासिल करने के लिए अप्लाई करवाते थे। आरोपियों ने कबूला कि हरियाणा सहित विभिन्न राज्यों से सैंकड़ों लोगों को टारगेट बनाकर जालसाजी पूर्वक लाखों रुपए नकदी ऐंठी जा चुकी है।

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