
Indian Navy Day 2025: नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को नौसेना दिवस के अवसर पर भारतीय नौसेना के सभी अधिकारियों, सैनिकों, पूर्व सैनिकों तथा उनके परिवारों को शुभकामनाएँ प्रेषित करते हुए नौसेना को अनुशासन, संवेदनशीलता और कर्तव्यनिष्ठा का आदर्श बताया। Indian Navy Day
राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर संदेश जारी करते हुए लिखा कि देश उन साहसी पुरुषों और महिलाओं को नमन करता है, जो अदम्य साहस, सतर्कता और अटूट समर्पण की भावना के साथ हमारी समुद्री सीमाओं एवं राष्ट्रीय हितों की रक्षा करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि व्यापार मार्गों की सुरक्षा, नीली अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने और मानवीय सहायता अभियानों का संचालन करने में भारतीय नौसेना निरंतर अग्रणी भूमिका निभा रही है, और यह अनुशासन तथा करुणा का उत्तम प्रतीक है।
उपराष्ट्रपति सी.पी. राधाकृष्णन ने भी ‘एक्स’ पर नौसेना दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि भारतीय नौसेना भारत की समुद्री शक्ति, सुरक्षा, सतर्कता तथा राष्ट्रहितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्धता का प्रतीक है। उन्होंने लिखा कि विशाल समुद्री तटों की सुरक्षा से लेकर हिंद महासागर क्षेत्र तथा उससे आगे तक शांति व स्थिरता बनाए रखने में नौसेना अपनी उच्चतम व्यावसायिकता, शौर्य और सेवा भावना के लिए जानी जाती है। उन्होंने सभी नौसैनिकों, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए कहा कि उनका त्याग और निस्वार्थ सेवा पूरे राष्ट्र को प्रेरित करती है।
इस बीच, भारतीय नौसेना ने बुधवार को तिरुवनंतपुरम (केरल) तट पर आयोजित एक संचालन प्रदर्शन में अपनी उन्नत समुद्री क्षमताओं का प्रभावशाली प्रदर्शन किया। स्वदेशी विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत और युद्धक फ्रिगेट उदयगिरि सहित नौसेना की बहु-क्षेत्रीय युद्ध तैयारी को इस शोकेस में प्रस्तुत किया गया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शंगुमुघम बीच से इस प्रदर्शन का निरीक्षण किया।
इस कार्यक्रम में आईएनएस विक्रांत सहित 19 प्रमुख युद्धपोत, एक पनडुब्बी, चार तेज गति वाले हस्तक्षेप पोत तथा 32 विमान शामिल थे, जिनमें लड़ाकू विमान, निगरानी विमान और हेलीकॉप्टर सम्मिलित रहे। यह भारतीय नौसेना की विकसित होती संचालन क्षमता एवं विस्तारित समुद्री तैयारियों का द्योतक है। Indian Navy Day














