ट्रोले के नीचे दबने से चकनाचूर हुआ ठेला, ठेले वाले ने भागकर बचाई जान
हनुमानगढ़। टाउन में बस स्टैंड के नजदीक स्थित जैन अस्पताल के सामने गुरुवार सुबह पशु आहार से भरा एक ट्रोला अनियंत्रित होकर पलट गया। ट्रोला पलटने से चालक के मामूली चोटें आईं। तभी वहां से गुजर रहा एक ठेले वाला ट्रोले के नीचे दबने से बाल-बाल बचा। हालांकि उसका ठेला (रेहड़ी) नीचे दबकर चकनाचूर हो गया। ठेके वाले ने भागकर अपनी जान बचाई। ट्रोला पलटने से उसमें भरे पशु आहार के थैले अस्पताल के सामने बिखर गए। ट्रोला पलटने से यातायात भी बाधित हुआ। Hanumangarh News
बताया जा रहा है कि ट्रोला ओवरलोड भरा हुआ था और ठेले वाले को बचाने के चक्कर में वह पलट गया। ट्रोला के परिचालक दिनेश ने बताया कि वह व चालक राजूराम ट्रोले में रूपनगढ़ से दाना भरकर पठानकोट के लिए रवाना हुए। जब वे गुरुवार सुबह करीब छह बजे टाउन में बस स्टैंड के पास पहुंचे तो अचानक सड़क पर आए ठेले वाले को बचाने के चक्कर में ट्रोला अनियंत्रित होकर पलट गया। ट्रोले में अण्डरलोड माल भरा हुआ था। ट्रोला पलटने से चालक राजूराम के मामूली चोट आई।
पास ही स्थित जैन अस्पताल के संचालक डॉ. पारस जैन ने बताया कि इस जगह मोड पर पहले भी इस तरह की कई घटनाएं घटित हो चुकी हैं। इसकी वजह ओवरलोड भारी वाहनों का शहर के बीच से गुजरना है। भारी वाहनों को शहर के अन्दर की बजाए बाहर से गुजरने के लिए पाबंद किया जाए। ओवरलोड भारी वाहनों के शहर के बीच से गुजरने के कारण हर समय हादसा होने का भय रहता है। उन्होंने बताया कि उनके अस्पताल के पास मोड है। इस वजह से रात्रि को चालकों को मोड का पता नहीं चलता और अचानक मोड आने पर चालक नियंत्रण खो बैठता है और माल से भरा वाहन एकदम से मोडने से भारी वाहन पलट जाता है। Hanumangarh News















