जालंधर में अकाली दल पार्टी को बड़ा झटका

पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर भाटिया सहित 51 कार्यकर्ताओं ने छोड़ी पार्टी

जालंधर (सच कहूँ न्यूज)। जालन्धर के पूर्व सीनियर डिप्टी मेयर कमलजीत सिंह भाटिया ने बुधवार को अपने 51 साथियों सहित शिरोमणि अकाली दल से त्यागपत्र दे दिया। भाटिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि वह 1997 से लगातार अकाली दल के लिए सेवा निभा रहे थे। उन्होंने कहा कि लगभग 26 साल से वह पार्टी की सेवा कर रहे हैं, लेकिन बीते चुनावों में पार्टी ने उन्हें टिकट न देकर नजरअंदाज किया है। पार्टी ने हारने के बाद भी अपने कार्यकर्ताओं को पूछा तक नहीं। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी में की जा रही अवहेलना के कारण उन्होेंने आज अपने 51 अन्य साथियों सहित पार्टी से त्यागपत्र दे दिया है, जिनमें महिला इकाई की सदस्य भी शामिल है।

यह भी पढ़ें:– गुजरात पुलिस की लुटेरों से हुई मुठभेड़, महिला सहित दो लोगों को किया गिरफ्तार

भाटिया ने शिरोमणि अकाली दल छोड़ने का पत्र पार्टी के प्रधान को लिखा है। उन्होंने लिखा के अकाली दल के संघर्ष के दौरान उन्होंने जेलें काटी। उनका इकलौता बेटा पार्टी की सेवा करते-करते साल-2011 में शहीद हो गया, लेकिन अफसोस कि पार्टी ने हमेशा उनकी और उनके परिवार की कुर्बानियों को दरकिनार करते हुए उनकी अनदेखी की। भाटिया ने अपनी भड़ास निकालते हुए लिखा है कि आज जो पार्टी की दुर्दशा हो रही और जो वर्तमान में पार्टी के हालात है इससे भी पदाधिकारियों ने अभी तक सबक नहीं लिया है।

आज पार्टी की दुर्दशा सिर्फ इसलिए हो रही है कि पार्टी में जमीनी स्तर पर काम करने वाले लोगों की अनदेखी हो रही है। भाटिया ने पत्र में लिखा है कि वह चार बार जालंधर नगर निगम में काउंसलर रहे, लेकिन विधानसभा चुनाव में पार्टी ने उनकी अनदेखी कर जालंधर सेंट्रल से किसी और को ही टिकट थमा दिया। जालंधर के पूर्व डिप्टी मेयर ने पार्टी के पदाधिकारियों को सवालों में घेरा है। परिवारों का मान सम्मान तो दूर शोक सभा से भी नेताओं ने दूरी बनाए रखी।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और TwitterInstagramLinkedIn , YouTube  पर फॉलो करें।