अलवर में मंदिर तोड़े जाने पर भाजपा की आक्रोश रैली

भाजपा का सवाल, मंदिर क्यों तोड़ा गया

  • भाजपा की रैली में साधु-संत भी शामिल
  • सड़कों पर उतरे भाजपा कार्यकर्ता

अलवर (सच कहूँ न्यूज)। अलवर जिले के राजगढ़ कस्बे में अतिक्रमण हटाने के दौरान मंदिर तोड़ने के खिलाफ आज भाजपा ने अलवर में रोष प्रदर्शन किया। भाजपा के रोष प्रदर्शन में साधु-संत भी शामिल हुए। भारी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता जय श्री राम के नारे लगाते हुए सड़कों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। अब मंदिर तोड़ने का मामला जोर पकड़ता जा रहा है।

भाजपा ने गहलोत सरकार पर मंदिर तोड़ने का आरोप लगाया है। उधर राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेताओं ने अलवर जिले के राजगढ़ कस्बे में अतिक्रमण हटाने के दौरान मंदिर तोड़ने के लिए राज्य की कांग्रेस सरकार को दोषी ठहराया है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा सतीश पूनियां ने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि सत्य पराजित नहीं होता। सरकार और अपने अफसरों की गलती छुपाने के लिए भाजपा नगरपालिका बोर्ड पर आरोप लगाने वाली कांग्रेस अंतत: अफसरों को दोषी मान उन पर कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि अपनी अनैतिक सोच का अफसरों से क्रियान्वयन कराने वालों जनता सब देख समझ रही है कि किसके इशारे पर मंदिर टूटा।

क्या है मामला

इसी तरह उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ ने कहा कि अलवर में 300 वर्ष पुराने शिव मंदिर तोड़ने को लेकर भाजपा नगरपालिका बोर्ड पर तथ्यहीन-निराधार आरोप लगाने वाली गहलोत सरकार द्वारा अब राजगढ़ उपखंड अधिकारी पर कार्रवाई करना प्रमाण है कि मंदिर तोड़ने की दोषी राज्य सरकार ही थी। राठौड़ ने कहा कि धार्मिक उन्माद फैलाने वाली कांग्रेस की सच्चाई जनता समझ चुकी है। भाजपा प्रदेश के मुख्य प्रवक्ता एवं विधायक रामलाल शर्मा ने भी राठौड़ के ट्वीट को रिट्वीट करके यही बात कही। उल्लेखनीय है कि इस मामले में उपखंड अधिकारी केशव मीणा, नगरपालिका मुख्य कार्यकारी अधिकारी बनवारी लाल मीणा और नगरपालिका अध्यक्ष सतीश दुहारिया को निलंबित किया गया है।

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