निकाय चुनाव मैं आरक्षण को लेकर ब्राह्मण महासभा ने भरी हुंकार

Brahmin-Mahasabha
  • एस सी पर एस सी और ओबीसी पर ओबीसी,तो अनारक्षित पर सामान्य क्यों नहीं!
  • ब्राह्मण महासभा की चेतावनी ! यदि भाईचारा कायम रखना है तो सभी का सम्मान बराबर रहें:बीके शर्मा हनुमान

गाजियाबाद ( सच कहूं /रविंद्र सिंह)। राजधानी दिल्ली से सटे (Brahmin Mahasabha) गाजियाबाद में निकाय चुनाव को लेकर ब्राह्मणों ने हुंकार भरी। विश्व ब्रह्मर्षि ब्राह्मण महासभा के संस्थापक अध्यक्ष ब्रह्मर्षि विभूति बीके शर्मा हनुमान ने आयोजित पत्रकार वार्ता में कहा कि नगर निगम के 100 बाड़ों में पार्षद का टिकट मांगने वालों में अंतिम नाम का चयन करना पार्टी के नेताओं को काफी मुश्किल हो रहा है। इनमें प्रत्याशियों के चयन करने में पार्टी द्वारा तय की गयी गाइड लाइन ही सबसे बड़ी बाधा बन रही है। प्रत्याशियों का चयन करने वाली कोर कमेटी के सदस्य पार्टी गाइडलाइन का पालन करते हुए बीच का नई गाइडलाइंस के अनुसार सामान्य श्रेणी के वार्ड में केवल सामान्य वर्ग के कार्यकर्ताओं को ही चुनाव टिकट देने की बात कहीं गई है, जबकि कई वार्ड ऐसे है जहां पर सीट सामान्य होने के बावजूद ओबीसी वर्ग अथवा अनुसूचित जाति के निवर्तमान पार्षद अपनी फिर से दावेदारी ठोक रहे हैं।

ऐसी स्थिति में यदि इन्हीं निवर्तमान पार्षदों को फिर (Brahmin Mahasabha) से टिकट देती है एक तरह से पार्टीद्वारा किये गये मानदंडों का उल्लंघन होगा। इस कारण कई बार्ड ऐसे हैं, जिनमें प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया काफी पेचीदा लग रही है। सभी दलों के नेता व कोर कमेटी सदस्य पर माथापच्ची में लगे हुए हैं, ताकि कोई ऐसा रास्ता निकाला जा सके जिससे पार्टी गाइडलाइन का उल्लघन भी न हो जाए और पार्टी को जिताऊ उम्मीदवार भी मिल जाए। नगर निगम चुनाव में ऐसे अनेक वार्ड हैं जो अनारक्षित हैं विश्व ब्रह्मर्षि ब्राह्मण महासभा का कहना हैं की सामन्य सीट से केवल सामान्य जाति के व्यक्ति को ही चुनाव लड़ाया जाये, जैसे अगर कोई सीट ओबीसी है तो वहां केवल ओबीसी जाति का ही व्यक्ति चुनाव लड़ सकता है।

जैसे कोई सीट एससी है तो वहां केवल एससी जाति का ही (Brahmin Mahasabha) व्यक्ति चुनाव लड़ सकता है इसी तरह सामान्य सीट से केवल सामान्य जाति के व्यक्ति को ही चुनाव लड़ाया जाना जाहिए,लेकिन कुछ पार्टियां सामान्य सीट पर भी ओबीसी को टिकट देती है इससे स्वर्ण जातियों का सामान्य कहा जाता है अधिकारों का हनन होता है सामान्य जाति की सीट पर भी ओबीसी चुनाव लड़ेंगे तो यह हमारा सामान्य जातियों का राजनैतिक हनन हुआ है हमारे अधिकारों का हनन हुआ है हमारा सभी राजनीतिक दलों से कहना है कि जितनी भी सीट अनारक्षित हैं उन पर केवल सामान्य जाति के व्यक्ति को टिकट दे अगर वह ऐसा नहीं करती तो उस सीट पर लड़ने वाले सामान्य जाति के व्यक्ति को वोट दी जाएगी सभी राजनीतिक दल इस पर विचार करें और अनारक्षित मतलब सामान्य सीटों पर आरक्षित व्यक्ति को आरक्षण पहले मिल चुका है उनके लिए ही अगर सामान्य जाति पर टिकट दिया जाता है तो सामान्य जाति अपने सजातीय प्रत्याशी को वोट देने के लिए प्रतिबंध होगी।

पत्रकार वार्ता में यह रहे मौजूद

उपाध्यक्ष आरसी शर्मा, संस्थापक कार्यकारी अध्यक्ष महेश कुमार शर्मा, (Brahmin Mahasabha) कार्यकारी अध्यक्ष सीमा भार्गव, महिला प्रकोष्ठ अध्यक्ष पूनम भारद्वाज सचिव योगेश दत्त गौड़, कोषाध्यक्ष लोकेश कौशिक, महासचिव शैलेंद्र शर्मा, महासचिव रघुनंदन भारद्वाज, महासचिव सुभाष शर्मा, महासचिव मनीष शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष बृजपाल शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष आलोक चंद शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष ऋषि पाल शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष देवाशीष ओझा, उपाध्यक्ष कपिल पंडित, संगठन मंत्री मनोज शर्मा, संगठन मंत्री देवेंद्र शर्मा, संगठन मंत्री शिवानंद गोड, संगठन मंत्री शिवकुमार शर्मा, नीता भार्गव राष्ट्रीय प्रवक्ता राधेश्याम पांडेय आशा शर्मा आदि मौजूद रहे।

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