डेरा सच्चा सौदा का पावन रूहानी स्थापना दिवस: महक रही ‘इंसानियत’

पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने जीवों के कल्याण के लिए ‘जाम-ए-इन्सां’ की शुरूआत कर 6 करोड़ से भी अधिक लोगों को नशों, मांसाहार व सामाजिक बुराइयों को छुड़वाकर ‘इन्सां’ बनाया। आज पूज्य गुरु जी की पावन शिक्षाआें का ही असर है कि पूरे विश्व से डेरा सच्चा सौदा शाह सतनाम जी धाम में बड़ी संख्या में डेरा श्रद्धालुओं का हुजूम एकत्रित हुआ है। इतनी गर्मी के बावजूद डेरा श्रद्धालुओं की भीड़ इस बात का प्रमाण है कि उनका दृढ़ विश्वास पूज्य गुरु जी पर ज्यों का त्यों बरकार है।
-भूरी इन्सां, कोटड़ा राजस्थान।


पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने युवाओं को इस कदर अध्यात्म व इंसानियत का पाठ पढ़ाया कि आज जमाने में सामाजिक एवं नैतिक क्रांति का आगाज हुआ है। समुची दुनिया में आज करोड़ों युवा मानवता की अलख तो जगा ही रहे हैं बल्कि इंसानियत को भी जिंदा रखे हुए हैं। जमाने से बिल्कुल हटकर इस युवा शक्ति ने खुद भी नशों, अश्लीलता व अन्य सामाजिक बुराइयों से तौबा की साथ ही पथ भ्रमित अन्य युवाओं को भी सही रास्ते पर लाने को अग्रसर हैं।
-उपेन्द्र इन्सां, पटना।


पूजनीय बेपरवाह साईं शाह मस्ताना जी महाराज ने भी सृष्टि की जीर्ण-शीर्ण अवस्था को देखते हुए धरा पर अवतार लिया तथा धर्म, जात, मजहब के फेर में उलझे मानव समाज को इंसानियत का पाठ पढ़ाया। पूज्य साईं जी ने अपने सतगुरू पूज्य सावण सिंह जी महाराज के हुक्म से सर्वधर्म संगम डेरा सच्चा सौदा बनाया। दुनिया को सच की राह पर चलना सिखाते हुए राम-नाम का अनमोल तोहफा देकर मोक्ष मुक्ति का मार्ग दिखलाया। आज डेरा सच्चा सौदा के श्रद्धालु दुनियाभर में राम नाम का डंका बजाते हुए 74वां वर्षगांठ धूमधाम से मना रहे हैं और हम भी इसी उद्देश्य से नेपाल से सरसा पावन भंडारे में पहुंचे हैं।
-राजमन इन्सां, नेपाल।


पूजनीय बेपरवाह साईं शाह मस्ताना जी महाराज ने हमेशा ही जीवों को आपसी प्रेम व भाईचारे का संदेश दिया। पूजनीय साईं जी ने रूढियों व सामाजिक कुरीतियों की बेड़ियों में जकड़े समाज को रूहानी सत्संगों के माध्यम से जागरूक कर पाखंडवाद त्यागने की अपील की। पूजनीय शाह सतनाम जी महाराज के बाद पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां भी इंसानियत का संदेश देते आ रहे हैं, यह पूज्य गुरू जी की पावन शिक्षाओं का ही कमाल है कि आज जमाने से भ्रांतियां खत्म हुई हैं व आपसी प्रेम व भाईचारा बढ़ा है।
-प्रकाश इन्सां, कोटड़ा, राजस्थान


मैं डेरा सच्चा सौदा से जुड़ी हुई हूँ और पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं पर चलते हुए मानवता भलाई व इंसानियत के कार्य भी करती हूँ। पूज्य गुरु जी ने सही अर्थों में जीवन का महत्व बताया है। जीवन के सफर में जब-जब कोई मुसीबत या परेशानी आई तो पूज्य गुरु जी ने हमेशा हाथ थामे रखा, उस परेशानी से बाहर निकाला। हम ऐसे गुरु को कैसे छोड़ सकते हैं।
-जया इन्सां, जम्मू।


डेरा सच्चा सौदा में शुरू से ही सभी धर्मों का आदर सत्कार किया जाता है। यहां इंसानियत का ऐसा पाठ पढ़ाया जाता है जिस पर चलकर आज करोड़ों लोगों की जिंदगी संवर गई है। आज करोड़ों लोग नशे जैसी तमाम बुराइयों को छोड़कर अपने जीवन को खुशी से जी रहे हैं। यहां पर दूसरों के लिए जीना सिखाया जाता है और ये सब पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन रहनुमाई व शिक्षाओं की बदौलत संभव हुआ है।
-अमरीक इन्सां, बिहार।


सतगुरु जी ने हम पर इतने उपकार किए हैं कि जिनका हम देन भी नहीं दे सकते। उन्होंने न सिर्फ हमारी बुराइयां छुड़वाई बल्कि हमारे जीवन में खुशियों की बहारें ला दी। हमें रामनाम से जोड़ा और इंसानियत का सही अर्थ समझाया। पूज्य बेपरवाह साईं शाह मस्ताना जी महाराज ने डेरा सच्चा सौदा की नींव रख सभी धर्मों को एक ही छत के नीचे लाने का काम किया।
-सुरेश पाल इन्सां, रूड़की, उत्तराखंड।


पूज्य बेपरवाह साईं शाह मस्ताना जी महाराज ने सर्व धर्म संगम डेरा सच्चा सौदा की स्थापना कर मानवता पर बड़ा उपकार किया है। वहीं पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने 139 मानवता भलाई के कार्य शुरू कर समाज को नई दिशा देने का काम किया है। बात महिला उत्थान की हो या सुखदुआ समाज की पूज्य गुरु जी ने जो कार्य किये है वो कोई ओर नहीं कर सकता। समाज से बुराईयों को खत्म करने व नशों की दलदल में फंसे युवाओं को सच्चाई के मार्ग पर लाने का काम सिर्फ और सिर्फ पूज्य गुरु जी ने किया है।
-गोदावरी इन्सां, बिहार।


झूठ के बादल सच्चाई को कुछ समय तक छुपा सकते हैं। मगर सच्चाई को हराया नहीं जा सकता। एक न एक दिन सच्चाई जरूर सबके सामने आएगी और उसकी जीत होगी। हम आगे भी यूं ही डेरा सच्चा सौदा की सोच पर ठोक कर पहरा देते रहेंगे। क्योंकि हमारा गुरु जी के प्रति अटूट विश्वास पहले भी कायम था और आगे भी दृढ़ता के साथ कायम रहेगा।
-रेखा इन्सां, महाराष्ट्र


सच के मार्ग पर चलना आसान नहीं होता। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी ने मानवता भलाई व समाजहित की दिशा में ऐसे कार्य करके दिखाए हैं, जो समाज को सही राह दिखाने में मील का पत्थर साबित हुए हैं। बेटा-बेटी एक समान का सिर्फ नारा नहीं दिया बल्कि कुल का क्राउन जैसी मुहिम चलाकर उसे साबित भी करके दिखाया है। ऐसे ‘संत’ सच्चे थे है और हमेशा रहेंगे।
-राजू इन्सां, महाराष्ट्र


हमें अपने सतगुरु पर पूरा विश्वास है और हमेशा रहेगा। पूज्य गुरु जी पर हमारा विश्वास रती भर भी कम नहीं होगा। हम अपने सतगुरु के वचनों पर चलते हुए सेवा सुमिरन व मानवता भलाई के कार्य बढ़ चढ़ कर करते रहेंगे। आपसी भाईचारे का संदेश देकर हर इंसान को एक धागे में पिरोकर रखने वाले डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु जी हमेश पाक साफ थे और हमेशा ही पाक साफ रहेंगे।
-कृष्णा इन्सां, खड़चरौली, 


मैं और मेरा पूरा परिवार डेरा सच्चा सौदा से सालों से जुड़ा हुआ हैं। आज पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं पर चलकर पूरा विश्व 138 मानवता भलाई कार्यों की ओर अग्रसर है। पूज्य गुरु जी ने ही महिला उत्थान की दिशा में अनेकों कदम उठाए हैं। मुझे फक्र है कि मैं डेरा सच्चा सौदा का अनुयायी हूँ।
-मान सिंह इन्सां, किशननगर, महाराष्ट्र


पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने सदा सर्व-धर्म संगम का संदेश देते हुए दुनियादारी में बर्बाद होते लोगों को आबाद किया। किसी के नशे छुड़ाए तो किसी की बीमारियां काटी। किसी को जीवन दान दिया तो किसी को देह व्यापार जैसे घिनौने कार्यों से बाहर निकाला। पूज्य गुरु जी की प्रेरणा से ही डेरा के सेवादारों ने खून दान में रिकॉर्ड बनाए हैं तो मृत देह को मेडिकल रिसर्च के लिए लगातार दान दिया जा रहा है। पूज्य गुरु जी की इन्हीं मानवता भलाई कार्यों से मैं प्रेरित हूँ और मैं ही नहीं हर युवा उन्हें अपना आदर्श मानता हैं। पूज्य गुरु जी की ही शिक्षाओं पर चलकर हम युवा देश को बदलने में जुटे हुए हैं।
-अनुज इन्सां, जम्मू।


आज पूरे विश्व में डेरा सच्चा सौदा का रूहानी स्थापना दिवस करोड़ों श्रद्धालुओं द्वारा उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। पूज्य साईं जी ने इस रूहानी विश्वविद्यालय की स्थापना कर इंसानियत को जिन्दा रखने का काम किया है। पूज्य सार्इं जी ने पाखंडवाद, जातिवाद को मिटाकर समाज को संदेश दिया कि हम सबका धर्म इंसानियत है। डेरा सच्चा सौदा संस्था ही एक ऐसी संस्था है जो सभी धर्मों का सत्कार करती है और सभी धर्मों के लोगों को इंसानियत के धागे में पिरोकर रामनाम से जोड़ती है।
-सोमेन मित्रा, कोलकाता, पश्चिम बंगाल


जब देश कोरोना वायरस की चपेट में था तब डेरा सच्चा सौदा के पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के एक आह्वान पर पूरे विश्व में डेरा श्रद्धालु इस वायरस के बीच में इंसानियत की मद्द को मैदान में उतरे। ब्लड बैंकों को खून देकर मरीजों को जीवनदान दिया। सेनेटाइजेशन, मास्क वितरण, इम्यूनिट बढ़ाने के लिए फल व कोविड रोकथाम कीटों का वितरण, सफाई अभियान, घरों में बंद लोगों तक राशन पहुंचाना, कोरोना वॉरियर्स का हौंसला बढ़ाने सहित कई अन्य कार्य किये। पूज्य गुरु जी ने हमेशा देश व समाज का भला ही किया है।
-संतोष जायसवाल, छत्तीसगढ़।


पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के किये उपकारों को मैं तो क्या सृष्टि का कण-कण भी कभी भूला नहीं सकता। पूज्य गुरु जी ने प्राकृतिक संरक्षण की दिशा में कई अहम् कार्य किये हैं। पशु-पक्षियों की भी संभाल की। धरती व हमारी नदियों की स्वच्छता के लिए सफाई महाअभियान चलाए। रक्तदान व पौधारोपण में तो कई विश्व रिकॉर्ड तक कायम हैं। ऐसे सच्चे पीर फकीर का हाथ हम कभी नहीं छोड़ सकते।
-राजेश मिणा इन्सां, चैन्नई, तमिलनाडू


रूहानी स्थापना दिवस पर पूज्य गुरु जी का रूहानी संदेश मिलने से डेरा श्रद्धालुओं में नई ऊर्जा का संचार हुआ है। पूज्य गुरु जी ने शाही पत्र के माध्यम से जो अपना प्यार भरा आशीर्वाद भेजा है उसका लिख या बोलकर वर्णन नहीं किया जा सकता। पूज्य गुरु जी दूर बैठे भी साध-संगत का कितना ख्याल रखते हैं वो उन्होंंने इस चिट्ठी में बता भी दिया। साध-संगत में चिट्ठी मिलने के बाद खुशी की लहर है।
-रीना इन्सां, उत्तर प्रदेश।


डेरा सच्चा सौदा के 74वें स्थापना दिवस पर पूज्य गुरु जी ने 139 वां मानवता भलाई का कार्य शुरू कर समाजहित की दिशा में एक ओर कदम बढ़ाया है। पूज्य गुरु जी ने साध-संगत को नि:स्वार्थ प्रेम व सेवा करने के अनमोल वचन फरमाये हैं जिसे हम पहले की भांति गति देंगे। पूज्य गुरु जी ने सारी साध-संगत को जो अपना पावन आशीर्वाद भेजने के साथ-साथ अन्य कई जरूरी बातें भी बतार्इं हैं। हम हमारे मुर्शिद के वचनों पर पहले भी चलते आए हैं और आगे भी चलते रहेंगे। हम पूज्य गुरु जी का कोटि-कोटि आभार व्यक्त करते हैं।
-शारदा संतोष, किसानगर (महाराष्ट्र)


करोड़ों शिष्य आज भी अपने सतगुरु के दिखाए ‘इन्सानियत की सेवा’ के मार्ग पर दृढ़ता से चल रहे हैं। वेश्याओं को बेटी बनाकर उनकी शादी करवाना, शारीरिक तौर पर अपंग युवकों से आत्मनिर्भर युवतियों की शादी करवाना, निराश्रयों को मकान बनाकर देना, जीते जी गुर्दादान, मरणोपरांत अंगदान, शरीरदान इत्यादि पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा चलाए जा रहे 139 बेमिसाल कार्य वाकई अद्भूत, अकल्पनीय, अनुकरणीय है।
-अनिल इन्सां, जम्मू।


मेरे मुर्शिद की चिट्ठी बेशकीमती है। पूज्य पिताजी ने दूर बैठे ही चिट्ठी के माध्यम से हमें कई भंडारों का फल दे दिया। हम अपने गुरु का ऋण कई जन्म लेकर भी नहीं उतार सकते। रूहानी चिट्ठी में पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने आशीर्वाद व मानवता भलाई कार्यांे को गति देने के वचन फरमाए हैं। हम उनके वचनों पर शत-प्रतिशत अमल कर रहे हैं और भविष्य में भी करते रहेंगे।
-सोनू इन्सां, जम्मू।


पावन भंडारे पर चिट्ठी सुनकर तड़पती रूह शांत हो गई। पूज्य गुरु जी द्वारा चिट्ठी में लिखी गई एक-एक बात का हम अनुसरण करेंगे। हम अपने मुर्शिद का अनेक जन्म लेकर भी ऋण नहीं उतार सकते। पूज्य गुरु जी ने साध-संगत को आशीर्वाद के साथ-साथ मानवता भलाई कार्यांे को गति देने की बात कही है। इन वचनों पर हम शत प्रतिशत अमल करेंगे। पूज्य पिताजी के इस संदेश के बाद साध-संगत में एक नया उत्साह है। हमें उस दिन का इंतजार है जब हमारे मुर्शिद देह स्वरूप में हमारे बीच आएंगे।
-प्रोमिला इन्सां, नेपाल।


डेरा सच्चा सौदा कि साध-संगत मानवता भलाई के 138 कार्य कर रही है। जिनमें आज रूहानी स्थापना दिवस के अवसर पर पूज्य गुरु जी ने दसवीं चिट्ठी भेजकर 139 वां मानवता भलाई का कार्य जरूरतमंद या अनाथ माता-पिता की सेवा करना, उनकी मदद करना है। इन सभी मानवता भलाई कार्यों में साध-संगत बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती है।
– काजल इन्सां, ग्वालियर, मध्य प्रदेश


मैं और मेरा सारा परिवार डेरा सच्चा सौदा से जुड़ा हुआ है। रूहानी स्थापना दिवस पर पूज्य गुरु जी के रूहानी संदेश ने डेरा श्रद्धालुओं में नई ऊर्जा की लहर जगा दी है। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणाओं पर चलते हुए मानवता भलाई कार्य में बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं। पूज्य गुरु जी के रहमत से ही हमारा सारा परिवार बुराइयों तथा नशों से बचा हुआ है। पूज्य गुरू जी से ही अरदास है कि हम पर सदा अपनी ऐसे ही दया-मेहर रहमत बनाए रखें जी।
-प्रेम इन्सां, प्रीत नगर, गली न. 7


बहुत से लोग डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत को मनगढ़त बातें बना-बना कर दरबार से विमुख करना चाहते हैं। लेकिन साध-संगत वैसे ही जोश के साथ मानवता भलाई के कार्य कर रही है। और पूज्य गुरु जी ने भी चिट्ठी भेजकर सारी साध-संगत को सचेत कर दिया की हम आपके गुरु थे, हैं, और रहेंगे।
– किशोर इन्सां, बैंगलोर, कर्नाटक


पूजनीय शाह मस्ताना जी महाराज ने आज ही के दिन 29 अप्रैल 1948 को डेरा सच्चा सौदा की स्थापना की थी। और ये वचन भी फरमाए थे कि डेरा सच्चा सौदा दिन दुगनी रात चौगनी तरक्की करेगा। आज भी उनके पवित्र वचन पूरे हो रहें हैं। डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत बढ़-चढ़कर मानवता भलाई के कार्य कर रही है।
– मानव इन्सां, बैंगलोर, कर्नाटक


पूज्य गुरु जी ने हम पर इतनी दया मेहर रहमत की हैं कि जिनका हम देन भी नहीं दे सकते। उन्होंने न सिर्फ हमारी बुराइयां छुड़वाई बल्कि दूसरों की भी मदद करने का पाठ पढ़ाया। पूज्य गुरू जी ने 6 करोड़ साध-संगत को रामनाम से जोड़ा और इंसानियत का सही अर्थ समझाया।
-सरला इन्सां, ग्वालियर, मध्य प्रदेश


आज डेरा सच्चा सौदा के रूहानी स्थापना दिवस पर लाखों की तादाद में साध-संगत ने शिरकत की। सारी साध-संगत ने एकता और भाईचारे का संदेश दुनिया को दिया। दुनिया चाहे कुछ भी कहे लेकिन साध-संगत कभी भी इन्सानियत का पला नहीं छोड़ेगी।
-ब्रिजेश इन्सां, अहमदाबाद, गुजरात


आज रुहानी स्थापन दिवस के शुभ अवसर पर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने दसवीं चिट्ठी भेजकर सारी साध-संगत पर बहुत बड़ा उपकार किया है। इस चिट्ठी को पाकर साध-संगत बहुत खुश नजर आई। जैसे की उन्हें पूज्य गुरु जी के ही दर्शन हो गए हों।
– सुशीला इन्सां, अहमदाबाद, गुजरात


मुझे और मेरे परिवार को सतगुरु पर पूरा विश्वास है और हमेशा रहेगा। पूज्य गुरु जी पर हमारा विश्वास रती भर भी कम नहीं होगा। हम अपने सतगुरु के वचनों पर चलते हुए सेवा सुमिरन व मानवता भलाई के कार्य बढ़-चढ़ कर करते रहेंगे। डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत मानवता भलाई के कार्य करती थी, करती हैं और करती ही रहेगी।
– सरिता इन्सां, बैंगलोर, कर्नाटक


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