आठ कृषि जलवायु क्षेत्रों में होगा कृषि विज्ञान मेला : तोमर
वर्ष 2050 तक विशेषज्ञों ने खाद्यान्नों के उत्पादन में कमी होने की आशंका व्यक्त की है लेकिन इसकी मांग बनी रहेगी।
परेशानी। बे-मौसमी बरसात के कारण दर्जनों गांवों के किसानों की फसलें बर्बाद
भिवानी के रोहणात में टूटी...
तापमान में आकस्मिक वृद्धि से फसलों में नुकसान से बचाव के उपाय करें किसान
श्रीगंगानगर (सच कहूँ न्यू...
जानें, जल संरक्षण के लिए क्यों तोड़ना जरूरी है गेहूं और चावल का चक्र
आवास की बढ़ती मांग, शहरीकरण और औद्योगीकरण के बढ़ते स्तर के कारण, उपजाऊ कृषि भूमि का महत्वपूर्ण क्षेत्र गैर-कृषि उपयोग में स्थानांतरित किया जा रहा है
टपक सिंचाई का प्रयोग करके किसान बचा सकते हैं, पानी
रसायन और खाद देने के साधन: टपक सिंचाई द्वारा रासायनिक खादों का प्रयोग वेंचूरीए र्फटिलाइजर टैंक व र्फटिलाइजर पम्प के माध्यम से किया जा सकता है।