लघु कथा आंटा-सांटा
Give and Take:- ‘‘पहले बेटे का रिश्ता...? तेरी इस जिद के कारण ही मेरी बेटी के आये अनेक अच्छे रिश्ते हाथ से निकल गए। अब भी समय है मान जा-कहीं ऐसा न हो कि बेटे की पहल तुझ पर भारी पड़ जाये और बिटिया ऐसे ही तेरी बेवकूफी की भेंट चढ़ जाये।’’
तुम अच्छे से ज...
Artificial Intelligence : आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की दुनिया में रहने की तैयारियां
शिक्षा की महत्वपूर्ण भूमिका: पीओके को हासिल करने के लिए हमें कुछ ज्यादा करने की जरूरत नहीं पड़ेगी || Artificial Intelligence
राजीव गुप्ता। ज्ञानिक खोज प्रौद्योगिकी और नवाचार मानव जीवन में उथल-पुथल लाती है। व्यक्ति के सोचने और कार्य करने के तौर-तरी...
पावन मुकद्दस महा परोपकार माह का हुआ आगाज़
खण्डो ब्रह्माडो के मालिक हैं शाहों के शाह सतनाम
जिन्हें दुनिया खोजती खोजती मर गई ये हैं वो भगवान।
जिन्हें शाह मस्ताना जी महाराज दो जगवाली ने दिया ऊंचा मुकाम
डेरा सच्चा सौदा क़ी दूसरी पतशाही का उत्तराधिकार किया प्रदान।
और मालिक का रूप कहलाये ...
हार हो जाती है, जब मान लिया जाता है, जीत तब होती है, जब ठान लिया जाता है’
हार हो जाती है, जब मान लिया जाता है, जीत तब होती है, जब ठान लिया जाता है।' मशहूर शायर शकील आजमी की ये पंक्तियां डॉ. गणेश बरैया पर सटीक बैठती हैं। अपनी लंबाई के कारण वह अपने सपनों को पूरा नहीं कर पा रहे थे, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और आखिरकार अपना...
कहानी: बहू का दर्द
Story: जाने क्यों आज अपने बेटे प्रतीक का पक्ष ले रही सीमा को मन ही मन दुख हो रहा था अपनी बहू तारा के लिए। क्योंकि वो गलत का साथ दे रही थी। ऐसे पति के साथ कोई रह भी कैसे सकता है? बस सीमा तो अपने बेटे कि उजड़ती गृहस्थी को नहीं देख पा रही थी इसलिए अपने ब...
कहानी: आत्म-मंथन
Story: सुनो सखी रेवा, कैसा जमाना आ गया है? कैसी विक्षिप्त मानसिकता में जी रहे हैं लोग? कैसी विक्षिप्त चाहत है लोगों की? औरत ही जन्म का आधार होती है लेकिन जन्म का आधार ही आधार को जन्म नहीं देना चाहता।
मीनू मेरे पड़ोस में रहती है। तीन बहनों में सबसे बड़...
बंद मुट्ठियों की दास्तां
हम छुट्टी वाले दिन बाहर घूमने चले जाते। उस लड़के के साथ अनेक जगहों हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, गोवा आदि राज्यों के शहरों में भ्रमण किए।
...गतांक से आगे जज यह सब कुछ सुन कर आश्चर्य में पड़ गए तथा उन्होंने बहुत सोच विचार के पश्चात कहा, ‘‘बेटी सुनो, तस्...
नाच उठी हैं खुशी में रूहें ….
कार्तिक पूर्णिमा के शुभ दिन लिया सच्चे दाता रहबर साईं जी ने अवतार जी।
नाच उठी हैं खुशी में रूहें और सब दिलों में छाई उमंगों की अजब बहार जी।
नूरे खुदाई की हर अदा इलाही ओजस्वी वाणी व परम् सादगी अपार जी।
जिन मौला दाता ने कुल आलम को दिखाई जीने की सच्च...
बेइंतिहा खुशियाँ बहारें साथ लाए हैं MSG
मेरे साईं सतगुरु MSG दाता आएं हैं।
बेइंतिहा खुशियाँ बहारें साथ लाए हैं।
हम शहंशाह जी के पावन चरण कमलों में ये अर्ज करते हैं।
परमानेंट सदा हमारे साथ रहकर खुशियों के खजाने लुटाने की इल्तजा करते हैं।
बेपरवाह जी के पाक पवित्र अवतार दिवस का पावन M...