बाल श्रम की गिरफ्त में सिसकता बचपन!
झुग्गी बस्तियों में रहते हैं या वंचित परिवारों से आते हैं,
उनकी शिक्षा तथा सुरक्षा के लिए शहरों में 'बाल शिक्षण-प्रशिक्षण केंद्र'
नाम से आवासीय विद्यालय की स्थापना की जा सकती है, जहां बच्चे रहकर ना सिर्फ पढ़ाई कर सकें,
सीएए जैसे उपद्रवी मसलों पर न बनें फिल्में
मेरी हमेशा से कोशिश रही है कि मैं ऐसा करूं जिसमें जादुई छुअन हो। अपने काम के साथ न्याय कर सकूं।
आजकल आइटम गाना फिल्म का जरुरी हिस्सा बन गया है।
Sunita Williams: सुनीता विलियम्स का अदम्य साहस! भरी हौसलों की उड़ान, छुआ आसमान और धरती पर वापिस
‘अगर देखना चाहते हो मेरे ...

























