क्या एसी के साथ पंखा चलाना चाहिए?
अगर एसी के साथ पंखा चलता है तो बिजली का बिल कम आता है। जी हां ! यह सच है अगर बिना पंखे की एसी चलता है तो आप उस पर लोएस्ट टेंपरेचर सेट करते हैं जैसे कि 18 से 22 के बीच, जबकि पंखे के साथ आप इसी को 24-28 डिग्री टेंपरेचर पर भी आराम से चला सकते हैं। इससे ...
आंखें खोलकर भी सो सकता है खरगोश
दुनियाभर में सबसे ज्यादा यूरोपियन खरगोश को ही पाला जाता हैं। 2 किलो का खरगोश 9 किलो के कुत्ते के बराबर पानी पी सकता है। धरती पर पालतू खरगोश की लगभग 305 प्रजातियां और जंगली खरगोश की लगभग 13 प्रजातियां हैं। 1912 से पहले खरगोश को रोडेंट्स यानी चूहे, गिल...
प्यारे सतगुरू जी के महान परोपकार
सेवा का फल
प्रेमी जंगीर सिंह निवासी लोहाखेड़ा, फतेहाबाद सतगुरु की साक्षात रहमत को इस प्रकार बयां करते हैं। ये बात 10 अक्तूबर, 1988 की है। मैं बिजली बोर्ड में लाइनमैन के पद पर नियुक्त था। मुझे मासिक सत्संग पर आश्रम में जाना था, परंतु छुट्टी न मिलने के...
सिंकदर बादशाह को फकीर ने सुनाई खरी-खरी बातें
एक दिन बादशाह सिकंदर को एक संत महात्मा (फकीर) के साथ मुलाकात करने का मौका मिला, जो किसी निराली मस्ती के रंग में बेपरवाह, बेफिक्र हो जमीन पर लेटा हुआ था। जब सिकंदर उसके पास गया तो फकीर ने उसे बुलाना तो एक तरफ रहा उसकी तरफ देखा तक नहीं। सिकंदर संत महात...
जब फ्रांस का सम्राट बना नेपोलियन…
सन 1804 में आज ही के दिन नेपोलियन की ताजपोशी फ्रांस के सम्राट के तौर पर की गई। 2 दिसंबर 1804 को पेरिस के नोत्रेदाम कैथेड्रल में नेपोलियन बोनापार्ट की नेपोलियन प्रथम के तौर पर ताजपोशी हुई। करीब हजार साल के बाद सम्राट के तौर पर सत्तारूढ़ होने वाले वह पह...
सिलाई मशीन का अविष्कारक एलायस होवे
क्या आप जानतें हैं कि हम आज जो कपड़ें पहन रहें उसे सीलने वाली मशीन का अविष्कार किसने किया हैं। दरअसल सिलाई मशीन का अविष्कार एलायस होवे ने किया था। एलायस होवे का जन्म 9 जुलाई 1819 को हुआ था। एलायस होवे को आज दुनिया सिलाई मशीन के आविष्कारक के रूप में जा...
फिल्मी जगत का सबसे बड़ा पुरस्कार
फिल्मी जगत का सबसे बड़ा पुरस्कार जिसे आप ऑस्कर के नाम से जानते हैं। लेकिन शायद ही ये जानते हों कि उसका अस्लिम ऑस्कर है ही नहीं। ऑस्कर अवार्ड का असली नाम अकादमी पुरस्कार है।
सच्चे सतगुरू जी ने बच्चे को बख्शी नई जिंदगी
जीवित ही लेकर जाऊंगी
सन् 1975 में पूजनीय परम पिता जी ने गांव जैतो मंडी (पंजाब) में सत्संग किया। मैं गुरू जी के रात्रि-विश्राम वाले घर पर दर्शन करने गई हुई थी। तब एक बहन पूजनीय परम पिता जी के पास आई। आते ही उसने अपना चार-पांच दिन का बच्चा जो मर गया थ...
शहनशाही रहमत : ‘‘नहीं, तू सीधा उनके घर जाना। तू डर मत, हम तेरे साथ हैं। ऐसा कुछ नहीं होगा।’’
गांव लालेआणा(भटिंडा) में एक ऐसा परिवार था जिसका वहां के एक परिवार से काफी मनमुटाव था। इस परिवार का मुखिया हमेशा अपने पास हथियार रखता था। उसने पूजनीय परम पिता शाह सतनाम जी महाराज से नाम दान लिया हुआ था। एक दिन वह पूजनीय परम पिता जी से मिला। उसे देखकर ...
महाराणा प्रताप जिन्होंने नहीं झुकाया कभी अन्याय के आगे सिर
महाराणा प्रताप का जन्म 9 मई, 1540 ईस्वी को राजस्थान के कुंभलगढ़ दुर्ग में हुआ था। उनके पिता महाराणा उदयसिंह और माता जयवंत कंवर थीं। महाराणा प्रताप को बचपन में 'कीका' के नाम से पुकारा जाता था। राजपूताना राज्यों में मेवाड़ का अपना एक विशिष्ट स्थान है जिस...
‘विनोबा भावे’ को मरणोपरांत मिला था भारत रत्न
आचार्य विनोबा भावे एक अहिंसा कार्यकर्ता, स्वतंत्रता कार्यकर्ता, समाज सुधारक और आध्यात्मिक शिक्षक थे। महात्मा गांधी के अनुयायी, विनोबा ने अहिंसा और समानता के अपने सिद्धांतों को बरकरार रखा। उन्होंने अपना जीवन गरीबों और दलितों की सेवा में समर्पित कर दिय...
Uniform Civil Code: जानें, मुस्लिमों के लिए क्या हैं गोवा में लागू कॉमन सिविल कोड के नियम?
Uniform Civil Code: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभी हाल ही में मध्य प्रदेश के भोपाल में 'मेरा बूथ सबसे मजबूत' जनसभा के दौरान बीजेपी कार्यकतार्ओं को संबोधित करते हुए पूरे देश में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू करने की बात कही। उन्होंने सवाल किया क...
सांई जी ने अलौकिक खेल से बदली निंदक की जिंदगी
निंदक को भेजा मिठाई का डिब्बा
एक बार एक आदमी जो तावीज आदि बनाकर बेचता था। उस व्यक्ति ने सरसा शहर में जगह-जगह मुनादी करके बताया कि आज रात को सरसा के एक चौक में जलसा होगा। इस जलसे में डेरा सच्चा सौदा के बारे में बताया जाएगा कि कैसे ये लोगों को गुमराह ...
60 प्रतिशत चर्बी से बना होता है दिमाग
हंसते समय मनुष्य दिमाग के लगभग 5 हिस्से एक साथ कार्य करते हैं। दिमाग का आकार और वजन दिमागी शक्ति पर कोई प्रभाव नहीं डालता। दिमाग का वजन 1230 ग्राम था जो कि सामान्य मनुष्य के बराबर था। एक जिंदा इंसानी दिमाग बहुत नर्म होता है और इसे चाकू से आसानी से का...
जोंक से उपचार की विधि ‘जलौकावचारण’
आपने अकसर देखा होगा कि नमक को खुले में रखने से कुछ दिन के बाद वो चिपचिपा हो जाता है और इसी हाल में रहने पर पूरी तरह से पिघल जाता हैं। ये ऐसा इसलिए होता है कि नमक हवा से नमी (हवा में घुली पानी की भाप) सोख लेता हैं। जब तक नमक में नमी की मात्रा कम रहती ...