हमसे जुड़े

Follow us

30.4 C
Chandigarh
Tuesday, June 17, 2025
More
    Dera Sacha Sauda

    मानवता को समर्पित 72 साल Dera Sacha Sauda

    0
    डेरा सच्चा सौदा रूहानी स्...
    Move in the right direction

    सही दिशा में बढ़ें

    0
    कोई भी काम आनन-फानन में शुरू करने के बजाय हमें पहले उसके हर पहलू पर गंभीरता से सोच लेना चाहिए। आपकी दिशा सही होगी, तभी मेहनत रंग लाएगी।
    Society crisis

    समाज का संकट

    0
    महर्षि बोले, ' जिस तरह जीर्ण-शीर्ण शरीर को एक वैद्य बचा सकता है उसी तरह विचारक और शिक्षाशास्त्री जीर्ण-शीर्ण मस्तिष्क को बचा सकते हैं। आज समाज को ऐसे ही लोगों की आवश्यकता है।
    Education goal

    शिक्षा का लक्ष्य

    0
    यूक्लिड ने कहा- शिक्षा आत्मसमृद्धि का मार्ग है। उसे कभी भौतिक लाभ के तराजू में नहीं तौलना चाहिए और वह जहां से जिस मात्रा में मिले, उसे आत्मीयता से ग्रहण करना चाहिए।
    Everyone has different shades of sleep

    अपनी-अपनी नींद

    0
    सर्दी का मौसम था। एक राजा...
    Inspiration change thoughts

    प्रेरणास्त्रोत: विचार बदलो

    0
    किसी द्वारा अच्छा कहने पर प्रसन्न न होंगे और किसी के कष्ट देने पर दुखी भी न होंगे। बाहरी जगत का मोह त्यागकर आंतरिक जगत में विचरण करने वाला व्यक्ति ही एक सच्चा भक्त बन सकता है।
    Honour of veena

    वीणा का सम्मान

    0
    श्री शेषण्णा बोले, 'महाराज, आपने मुझे जो सम्मान दिया वह इस वीणा के कारण दिया। इसी के कारण लोग भी मुझे सम्मान देते हैं। वीणा मुझसे श्रेष्ठ है, क्योंकि आज मैं जो भी हूं इसी के कारण हूं।
    Angry disciple of buddha

    बुद्ध का क्रोधी शिष्य

    0
    कई शिष्य एक साथ कह उठे- हमारे धर्म में तो जांतपात का कोई भेद नहीं, फिर वह अस्पृश्य कैसे हो गया? तब बुद्घ ने स्पष्ट किया- आज यह क्रोधित होकर आया है। क्रोध से जीवन की एकता भंग होती है।
    Subhash was upset

    परेशान हो उठे थे सुभाष

    0
    सुभाष बाबू बोले- यह देश हमारा है और हम आदेश विदेशियों का मानते हैं? क्या हम अपने घरों में उन लोगों के चित्र भी नहीं लगा सकते जिन्होंने हमारे लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। यह तो जुल्म है। आज मुझे आजादी का महत्व समझ में आ गया है। इस घटना के बाद सुभाष बाबू पर देशभक्ति का रंग और गहरा हो गया।
    Style of friendship

    दोस्ती का अंदाज

    0
    कोई भी अनजान व्यक्ति दूसरे अनजान को देखकर अपना नाम बताते हुए हाथ आगे बढ़ा देता था। इस प्रकार अपरिचित लोग भी एक दूसरे के दोस्त बन जाते थे। दोस्ती करने का यह रिवाज वहां काफी लोकप्रिय था।

    ताजा खबर

    Fatehabad News

    रास्ता पूछने के बहाने रिटायर्ड क्लर्क से छीने 60 हजार

    0
    भूना (सच कहूँ/संगीता रानी...
    Kairana News

    हरियाणा के किसान को चाकुओं से गोदकर मारी गोली, मौत

    0
    दो वर्ष पुरानी रंजिश के च...