पश्चिम बंगाल में विलुप्त होती विचारों की राजनीति
राजनीति में विचारों के बजाय तलावारों की संस्कृति क्यों बढ़ रही है?
यह ज्वलंत प्रश्न है। बुद्ध के संदेश अहिंसा परमों धर्म
के विलोमी रास्ते पर हम क्यों चलने लगे हैं
मुकाम तलाशते रिश्ते
बांग्लादेश यात्रा के बाद भारत और बांग्लादेश के
बीच आपसी विश्वास और सद्भाव का जो माहौल बना
जीवन पर खतरा, आर्थिक भविष्य की चिंता बेमतलब
आर्थिक तरक्की के चलते पूरी दुनिया ने अपना हवा, पानी, वन, मिट्टी, जीव जन्तु सब तहस-नहस कर लिए हैं। प्रकृति ने आर्थिक पहिये को जरा सा रोककर फिर से मनुष्य की हवा, पानी, मिट्टी, वनों की साफ-सफाई शुरू कर दी है वह भी बड़ी तेजी के साथ, जोकि मनुष्य अरबों रूपये के सफाई एवं पर्यावरण संरक्षण प्रोजेक्ट बनाकर भी नहीं कर पा रहा था।
Stock Market Update: शेयर बाजार में उछाल! सेंसेक्स और निफ्टी में शानदार तेजी
मुंबई, (आईएएनएस)। शुक्रवा...


























