रेलवे में गंदगी का आलम
रेलवे का खाना नहीं रहा मनुष्य के खाने लायक
एक तरह जहां राज्य सरकारें ‘सांझी रसोई’ में10 रूपए में सस्ता खाना मुहैया करवा रही हैं वहीं दूसरी तरफ रेलवे विभाग खराब खाने के मामले में चर्चित हो गया है। कैग ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि रेलवे का खाना मनुष...
भीड़ द्वारा हत्या निवारण कानून-अनावश्यक ?
पश्चिम बंगाल सरकार ने विधान सभा में भीड़ द्वारा हत्या निवारण विधेयक पारित करवाकर भीड़ द्वारा हिंसा और हत्या को तीन वर्ष से आजीवन कारावास तक की सजा करने का प्रावधान किया है। इस विधेयक में किसी व्यक्ति को चोट पहुंचाने के लिए आजीवन सजा और किसी की मृत्यु ह...
उद्वेलित व आक्रोसित देश चाहता है अब निर्णायक फैसला
पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों पर आतंकवादी हमला और इस हमलें में 40 सैनिकों के शहीद होने और बहुत से सैनिकों के हताहत होने के साथ ही समूचा देश उद्वेलित और आक्रोशित हो गया है। देशवासियों का गुस्सा इस समय चरम पर है और जो उभर कर आ रहा है उसमें खास यही कि ...
पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की सभी चिट्ठी एक साथ
पूज्य गुरु जी का पहला प्रेम भरा रूहानी पत्र
धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा
आदरणीय माता जी व प्यारे बच्चों व ट्रस्ट/मैनेजमेंट
सतगुरु राम की कृपा से मैं यहां पर ठीक हूँ व आपकी तन्दरूस्ती के लिए प्रभु से सुबह शाम प्रार्थना करता रहता हूँ। माता जी, आप...
जैव विविधता संरक्षण की जरूरत
हाल ही में संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन ने पेरिस में 'ग्लोबल असेसमेंट स्टडी' को जारी करते हुए कहा कि प्रजातियों और पारिस्थितिकी तंत्र में विविधिता का संरक्षण करना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना जलवायु परिवर्तन से मुकाबला करना। ...
अभ्यास का बल
संसार में जितने भी सफल व्यक्ति या महापुरूष हुए हैं, इसलिए नहीं कि वे अलौकिक प्रतिभा के धनी थे अथवा साधन-संपन्न थे, बल्कि इसलिए कि वे महान् व्यक्तित्व के स्वामी थे। विश्व में महापुरूषों और सफल व्यक्तियों की जीवनियाँ हमें बताती है कि सभी ने अपने व्यक्त...
गोरखालैंड समस्या में ममता को धैर्य से काम लेना होगा
गोरखालैंड आंदोलन ने पश्चिम बंगाल में हिंसक रूप धारण कर लिया है। इसके साथ ही इस मामले में राजनीति भी तेज हो गई है। तीखे भाषण देने वाली प्रदेश की मुख्यमंत्री परिस्थितियों को समझने व संयम से काम लेने की बजाय बदले की भावना से काम कर रही हैं। ममता ने आंदो...
यूरी गैगरिन: छोटी उम्र में बड़े काम
27 साल के पायलट ने अंतरिक्ष में कदम रख कर इतिहास रच दिया था। आइए जानते हैं आसमां छूने वाले पहले शख्स के बारे में। रूसी-सोवियत पायलट और कॉस्मोनॉट यूरी गैगरिन का जन्म 9 मार्च 1934 में हुआ था। 12 अप्रैल, 1961 को यूरी गैगरिन ने ‘वोस्ताक-1’ में बैठ कर पृथ...
अब दुनिया देखेगी इसरो का कमाल
पीएसएलवी-सी56/ईओएस-06 मिशन पूरी तरह तैयार
चेन्नई (सच कहूँ न्यूज)। श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से पीएसएलवी-सी56, ओशनसैट श्रृंखला के पृथ्वी अवलोकन उपग्रह-06 और आठ अन्य नैनो उपग्रहों के साथ शनिवार को प्रक्षेपण के लिए पूरी तरह तैयार है। भारतीय अंतरिक्ष ...
कुछ अलग है सातवें आर्थिक सर्वेक्षण के मायने
इस बार का इकोनोमिक सर्वे कई मायनों में अलग स्थान रखता है। खासतौर से देश के सामने उभर रही आर्थिक चुनौतियों और बेरोजगारी की समस्या को देखते हुए आर्थिक सर्वेक्षण की भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण हो जाती है। हालिया आम चुनावों में राजनीतिक दलों द्वारा बेरोजगा...
महान योद्धा की विदाई
भारतीय वायु सेना के मार्शल अर्जन सिंह भारत के बुलंद हौंसले, बहादुरी, देश भक्ति और सम्मान के प्रतीक हैं। अर्जन सिंह हमेशा एक युद्ध नायक के रूप में याद किए जाएंगे, जिन्होंने 1965 में पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में भारत की जीत में अहम भूमिका निभाई थी, जो ...
बच्चा स्कूल जाता है या जेल
हर माता-पिता का सपना होता है कि उनका बच्चा जिंदगी में कुछ ऐसा करें जिससे समाज में उसकी अलग पहचान बने और वह धरातलीय सच्चाई को समझे। कई माता-पिता पढ़ाई को लेकर गलत धारणा पाल लेते हैं। उन्हें लगता है कि किताबी ज्ञान ही सब कुछ है और वो बच्चों को दिनभर कित...
2020: संपूर्ण दुनिया लॉकडाउन में, आगे कठिन राह
वर्ष 2020 का विदाई गीत किस प्रकार लिखें। ढोल नगाडे बजाएं? नई आशाओं, सपनों और वायदों के पंखों पर सवार होकर वर्ष 2021 का स्वागत करें? या पिछले 12 महीने से चले आ रहे निराशा के वातावरण में ही जीएं जिसके थमने के कोई आसार नहीं हैं? नि:संदेह वर्ष 20...
लॉकडाउन में विस्तार जरूरी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का यह तर्क भी जायज है कि लॉकडाउन के कारण ही मरीजों की गिनती अभी 7000 से नीचे है, अन्यथा अब तक मरीजों की गिनती 2 लाख को पार कर जानी थी। अब हालातों को देखकर उन लोगों को भी समझ जाना चाहिए जो मास्क नहीं पहनते और सावधानियों को नहीं मान रहे। अब लापरवाही का वक्त नहीं रहा।
जिंदगी से हार न मानने वाले अटल योद्धा का अंत
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी आखिरकार काल से रार नहीं ठान पाए और 93 साल की जीवन यात्रा में गुरुवार 16 अगस्त शाम 5: 05 मिनट पर नई दिल्ली के एम्स में अंतिम सांस लिया। 11जन को उन्हें भर्ती कराया गया था। 65 दिनों तक नई दिल्ली...