महायुद्ध की शुरुआत
28 अगस्त यानी आज का दिन दुनिया के इतिहास का ऐसा दिन है, जिसे कोई याद नहीं रखना चाहेगा। इसी दिन 1914 में भीषण महायुद्ध की शुरूआत हुई, जिसमें करीब डेढ़ करोड़ लोग मारे गए थे। करीब 48 हजार भारतीय सैनिक भी इस महायुद्ध की भेंट चढ़े थे। जर्मनी, आॅस्ट्रिया-हंगर...
आज ही के दिन डॉ. राधाकृष्णन बने थे भारत के दूसरे राष्ट्रपति
जब राधाकृष्णन मॉस्को में भारत के राजदूत थे, बहुत दिनों तक स्टालिन उनसे मुलाकात के लिए राजी नहीं हुए। अंत में जब दोनों की मुलाकात हुई तो डॉ. राधाकृष्णन ने स्टालिन से कहा, हमारे देश में एक राजा था जो बड़ा अत्याचारी और क्रूर था। उसने रक्त भरी राह से प्रग...
Deaddiction: ईमानदारी से नशा मुक्ति के प्रयास होने चाहियें
Deaddiction: जहाँ पंजाब नशे की दलदल से बाहर निकलने के लिए संघर्ष कर रहा है, वहीं नशा तस्करी (drug trafficking) में राजनेताओं के नाम आने गंभीर चिंता का विषय हैं। पंजाब में हर साल अरबों रुपए की ड्रग बरामद हो रही है। पंजाब में प्रतिवर्ष 7500 करोड़ रुपए क...
युवाओं के समक्ष आदर्श व्यक्तित्व का अभाव
किसी भी राष्ट्र की उन्नति एवं प्रगति का दारोमदार वहां के युवाओं पर ही निर्भर करता है क्योंकि युवाओं के अन्दर (Lack Of Ideal Personality In Front Of Youth) ही वह कूव्वत होती है जिसके दम पर वे नामुमकिन को भी मुमकिन कर सकते हैं। इतिहास गवाह है कि न सिर्...
भारत के रूख में बदलाव की आवश्यकता
भारत के सिवाय और सभी मध्यम शक्तियां किसी न किसी गठबंधन प्रणाली का हिस्सा हैं इनमें से अधिकतर अमरीकी गठबंधन का हिस्सा है और उसके द्वारा उनकी सुरक्षा की गारंटी ली गयी है। यूरोपीय देश नाटो सुरक्षा प्रणाली के हिस्से हैं तथा जापान, कनाडा आस्टेÑलिया आदि ...
भारतीय बैडमिंटन की प्रिंसेस पीवी सिंधु
2013 में पहली बार विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप में कदम रखने वाली भारत की बैडमिंटन खिलाड़ी पी वी सिंधु ने 25 अगस्त को स्विट्जरलैंड के बासेल शहर में बीडब्ल्यूएफ विश्व चैम्पियनशिप के फाइनल मे अपने कौशल, फिटनेस और मानसिक शक्ति का प्रदर्शन करते हुए जापान की ...
Uniform Civil Code: धार्मिक रीति-रिवाज और वैवाहिक संबंधों में भिन्नता
Uniform Civil Code : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान से एक बार फिर समान नागरिक संहिता की चर्चा छिड़ गई है। प्रधानमंत्री का तर्क है कि एक परिवार एक से अधिक कानून के तहत नहीं चल सकता तो देश कैसे चलेगा। आदर्श के रूप में प्रस्तुत किया जाने वाला कानून एक...
योजना बड़ी लेकिन, पैसे का प्रबंध तक नहीं
केन्द्र सरकार ने ‘आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना’ शुरू कर विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना होने का दावा किया है। इस योजना में 10 करोड़ परिवारों को शामिल किया गया है, जिसके तहत 40 करोड़ व्यक्ति इस योजना का लाभ उठा सकेंगे। निसंदेह बढ़ रही बीमारि...
लॉकडाउन में विस्तार जरूरी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का यह तर्क भी जायज है कि लॉकडाउन के कारण ही मरीजों की गिनती अभी 7000 से नीचे है, अन्यथा अब तक मरीजों की गिनती 2 लाख को पार कर जानी थी। अब हालातों को देखकर उन लोगों को भी समझ जाना चाहिए जो मास्क नहीं पहनते और सावधानियों को नहीं मान रहे। अब लापरवाही का वक्त नहीं रहा।
घुसपैठिए रोहिंग्याओं की घर वापसी जरूरी
असम में अवैध रूप से रह रहे सात रोहिंग्या घुसपैठियों की वापसी का सिलसिला सरकार का स्वागत योग्य कदम है। सात रोहिंग्याओं को प्रत्यर्पित कर म्यांमार भेजा जाएगा। हालांकि यह संख्या बहुत कम है, क्योंकि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग के अनुसार ही 14,000 रोह...
मरने के बाद जिंदा हुआ शख्स, किया हैरान कर देने वाला दावा
एडिनबर्ग। मरने के बाद इंसान के साथ क्या होता है, वो कहां जाता है, कैसे जाता है इन तमाम सवालों के जवाब संत-महात्माओं ने बहुत पहले दे दिए हैं। वहीं एक शख्स ने मौत के बाद घटित होने वाले अनुभव करने का दावा किया है। 60 वर्षीय स्कॉट ड्रूमंड दावा करते हैं क...
उत्तर कोरिया के सनकी तानाशाह की घातक मंशा
एक सनकी तानाशाह मानव समुदाय के लिए कितना खतरनाक हो सकता है, यह उत्तर कोरिया के स्वंयभू शासक किमजोंग ने तय कर दिया है। संयुक्त राष्ट्र संघ में उत्तर कोरिया के राजदूत किमयांग ने यह कहकर दुनिया को आश्चर्य में डाल दिया है कि ‘कोरियाई प्रायद्वीप में तनाव ...
हिन्दी में उत्तर आधुनिक रचनाओं के जनक कथाकार मनोहर श्याम जोशी
हिन्दी साहित्य में ऐसे विरले ही कथाशिल्पी हुए हैं, जिन्होंने अपने लेखन को दृश्य-श्रृव्य जैसे संप्रेषणीय माध्यमों से जोड़कर, आम लोगों तक बड़े ही कामयाबी से पहुंचाया हो। साहित्य की तमाम विद्याओं से लेकर जिनकी कलम का जादू मीडिया, रेडियो, टेलीविजन, वृत्तचि...
साईं जी ने मीठे वचनों से आलोचना करने वालों को भगत बनाया!
डेरा सच्चा सौदा सतलोक पुर धाम नेजिया खेड़ा आश्रम सरसा से चौपटा सड़क पर स्थित है। जो इस गांव की शान है। एक बार की बात है। उन दिनों सरसा स्थित डेरा सच्चा सौदा आश्रम का मुख्य दरवाजा पूर्व दिशा की ओर से जाती पुरानी सड़क पर था। एक दिन पूजनीय बेपरवाह सांई शाह...
महंगाई का खेल निकाल रहा जनता का तेल
रुपये की महिमा बड़ी न्यारी है। कहावतें भी बड़ी बनी है रुपये पर तो, बाप बड़ा ना भैया यहां सबसे बड़ा रुपिया और भी न जाने क्या-क्या। लेकिन जब रुपैय्या ही गिरना शुरू हो जाए तो भगवान ही रखवाला है। ऐसे में रुपैया डॉलर के मुकाबले आज तक के सबसे निचले स्तर पर 70....