पिता जी मैं माफी मांगती हूँ, मैंने अपने माँ-बाप का दिल दुखाया…

बरनावा (सच कहूँ न्यूज)। सच्चे रूहानी रहबर पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां ने शाह सतनाम जी आश्रम बरनावा, जिला बागपत (उत्तर प्रदेश) से आॅनलाइन गुरुकुल के माध्यम से बच्चों के अच्छे पालन-पोषण में आ रही परेशानियों सहित विभिन्न सवालों के जवाब देकर उनकी जिज्ञासा को शांत किया। पूज्य गुरु जी ने इस दौरान अभिभावकों को बेहतरीन टिप्स और सुझाव दिए। इस दौरान आॅनलाइन सवालों को आदरणीय ‘रूह दी’ हनीप्रीत इन्सां ने पढ़ा।

दिल की बात : पिता जी मैं माफी मांगती हूँ, मैंने अपने माँ-बाप का दिल दुखाया है। उनके लिए अच्छा कर पाऊँ आशीर्वाद देना।

पूज्य गुरु जी का जवाब : हाँ, बिटिया हमें बड़ा अच्छा लग रहा है कि आपको अहसास हुआ ये सारी बातें सुनकर कि आपने अपने माँ-बाप का दिल दुखाया है। माँ को भगवान से बड़ा दर्जा देते हैं बेटा। क्योंकि माँ वो होती है जो नौ महीने गर्भ में रखती है। बाप का साया आपको बहुत आगे लेकर जाता है, तरक्की देता है। तो आपको ऐसा नहीं करना चाहिए था। अगर ऐसा हो गया है आपसे तो आप बेधड़क होकर उनके सामने जाकर पाँव पकड़कर माफी लें। कोई दिक्कत नहीं, क्योंकि आपके जन्मदाता हैं, इसमें हमारे ख्याल से शर्म की कोई बात नहीं होनी चाहिए। और कोई माँ-बाप ऐसा नहीं होता, जब बच्चा माँ-बाप के चरणों पर गिरता है, पैरों में गिरता है तो माफ ही नहीं करेंगे बल्कि आपको दुआएं भी देंगे, आशीर्वाद देंगे और उससे आप और तरक्की कर पाएंगे।

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