बेअदबी करने वालों असली दोषियों और महेन्द्रपाल बिट्टू के हत्यारों को मिले सख्त सजा

Mahendra-Pal-Bittu SACHKAHOON

मामले की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच की उठाई मांग

  • सर्वधर्म समभाव और सम्मान में विश्वास रखता है हर डेरा श्रद्धालु

नरवाना (सच कहूँ न्यूज)। डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी स्व. महेन्द्र पाल बिट्टू की जेल में लिखी 32 पन्नों की डायरी बाहर आने के बाद डेरा सच्चा सौदा के सेवादारों ने बेअदबी मामले और पंजाब पुलिस की क्रूरता की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। डेरा प्रेमियों का कहना है कि डेरा सच्चा सौदा सर्व धर्म संगम है और डेरा सच्चा सौदा का बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक हर अनुयायी सभी धर्मों का हृदय की गहराइयों से सम्मान करता है। बेअदबी जैसा पाप करना तो दूर की बात है, ऐसा सोच भी नहीं सकता। पूज्य गुरु जी ने हमेशा सभी धर्मों का सम्मान किया है और साध-संगत को भी ऐसा करने और उनमें दर्शाए गए मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी है। इसलिए बेअदबी और महेन्द्रपाल बिट्टू इन्सां की हत्या की निष्पक्ष उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिले।

डेरा प्रेमी सभी धर्मों का सत्कार करते हैं : राकेश इन्सां

डेरा सच्चा सौदा का हर सेवादार सभी धर्मों का सत्कार करता है और किसी भी धर्म के खिलाफ कभी एक शब्द भी नहीं बोल सकता। डेरा सच्चा सौदा में हमेशा इन्सानियत का भला करने और सर्वधर्म समभाव की शिक्षा मिलती है। स्व. महेन्द्र पाल इन्सां ने बेअदबी जैसा कोई घृणित कार्य नहीं किया है, ये उनकी डायरी से स्पष्ट हो गया है। हम सरकार से मांग करते हैं कि इस मामले की बिना भेदभाव उच्च स्तरीय जांच हो।

असली दोषियों को दी जाए सजा : बलराम इन्सां

महेन्द्र पाल बिट्टू की डायरी में बयां की गई सच्चाई का पता चलने पर मैं सिंहर उठा। चिट्ठी में पंजाब पुलिस की निर्दयता का भी खुलासा हुआ है। इसलिए राज्य सरकार को मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करवानी चाहिए और असली दोषियों को पकड़कर कड़ी सजा देनी चाहिए। पूज्य गुरु जी ने हमेशा सभी धर्मों को सम्मान किया है और साध-संगत को भी ऐसा करने की शिक्षा दी है। इसलिए डेरा सच्चा सौदा का कोई भी सेवादार पावन श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी सपने में भी नहीं सोच सकता।

हमेशा मानवता को समर्पित हैं डेरा श्रद्धालु : बंटी इन्सां

डेरा सच्चा सौदा का हर श्रद्धालु हमेशा मानवता को समर्पित है और मानवता की सेवा करने वाला इन्सान कभी भी किसी धर्म की बेअदबी करना तो दूर ऐसे सोच भी नहीं सकता। दिवंगत डेरा श्रद्धालु महेन्द्र पाल बिट्टू इन्सां की डायरी के शब्दों में सच्चाई साफ झलक रही है। उन्होंने अपनी डायरी में लिखा है कि वे ऐसे पाप के बारे में सोच भी नहीं सकते हैं। इसलिए सरकार को चाहिए कि वह इस मामले की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच कराए।

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