ब्लॉक क्षेत्र के गांव शेखूपुरा में स्थित बहुद्देश्यीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समिति (बी-पैक्स) का मामला
- मौके पर पहुंची पुलिस ने व्यवस्था बनवाकर लाइन से वितरित कराया खाद यूरिया
कैराना (सच कहूँ न्यूज़)। Kairana News: ब्लॉक क्षेत्र में स्थित बहुद्देश्यीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समिति(बी-पैक्स) शेखूपुरा में यूरिया खाद वितरण के दौरान किसानों के दो गुट आपस में भिड़ गए। इस दौरान हुए झगड़े में कई किसान चोटिल हो गए। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने मोर्चा संभालते हुए व्यवस्था बनाकर किसानों को यूरिया खाद वितरित कराया। Kairana News
विगत गुरुवार को ब्लॉक क्षेत्र के गांव शेखूपुरा में स्थित बहुद्देश्यीय प्राथमिक ग्रामीण सहकारी समिति(बी-पैक्स) में यूरिया वितरण का कार्य चल रहा था। समिति के कर्मचारी किसानों को लाइन में लगवाकर यूरिया वितरित कर रहे थे। बताया जा रहा है कि इसी दौरान पहले यूरिया हासिल करने को लेकर किसानों के दो गुटों में विवाद हो गया। मौके पर मौजूद अन्य लोगो ने उस वक्त तो आपस में उलझ रहे किसानों को समझा-बुझाकर शांत कर दिया। परन्तु, समिति परिसर से बाहर निकलते ही किसानों में फिर से विवाद हो गया। कुछ ही देर में विवाद ने मारपीट का रूप ले लिया। दोनों पक्षों के बीच जमकर लाठी-डंडे व लात-घूसे चले, जिसमें दोनों गुटों के कई लोग चोटिल हो गए। Kairana News
मामला बिगड़ता देख समिति के कर्मचारियों से डायल-112 पर कॉल करके घटना की सूचना दी। इसके बाद, क्षेत्र में तैनात पुलिस रिस्पांस व्हीकल(पीआरवी) पर कार्यरत पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे। जहां पर उन्होंने पूरे मामले की जानकारी हासिल की। इसके बाद, समिति कर्मचारियों ने पुलिस की मौजूदगी में यूरिया खाद का वितरण किया। वहीं, समिति सचिव विपिन कुमार का कहना है कि परिवार में महिला की तेरहवीं होने के कारण वह गुरुवार को अवकाश पर थे। समिति कर्मचारियों ने यूरिया वितरण के दौरान कुछ किसानों के आपस में झगड़ने की सूचना उन्हें दी थी। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस की मौजूदगी में यूरिया खाद का वितरण कराया गया।
यूरिया खाद की किल्लत से जूझ रहा जिले का किसान | Kairana News
प्रदेश भर में ज्यादातर जगहों पर किसानों को यूरिया खाद की कमी के चलते परेशानियों से रूबरू होना पड़ रहा है। शामली जनपद में स्थिति कुछ ज्यादा ही खराब बताई गई है। यहां पर खपत के सापेक्ष यूरिया खाद की आपूर्ति करा पाना विभाग एवं प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है।
इस वक्त किसानों को ज्वार, ईंख, धान आदि फसलों में डालने के लिए यूरिया खाद की भारी आवश्यकता पड़ रही है। ऐसे में यूरिया का पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध न हो पाना किसानों को मायूस कर रहा है। बताया जा रहा है कि शेखूपुरा समिति में भी पिछले करीब एक माह से यूरिया खत्म हो रखा था।
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