राज्य चुनाव आयोग कार्यालय में मीडिया पर पाबंदी

Media ban in State Election Commission

आज धरना -प्रदर्शन करेगी मीडिया

चंडीगढ़(अश्वनी चावला)। पंजाब में पारदर्शी तरीके से पंचायती चुनाव करवाने का जिमा लिए बैठा राज्य चुनाव आयोग का दफ़्तर (Media ban in State Election Commission) ही खुद पारदर्शी तरीके से काम नहीं करना चाहता है। जिस कारण राज्य चुनाव आयोग के कार्यालय की ओर से मीडिया पर कार्यालय में एंट्री करने पर मुकम्मल तौर पर न सिर्फ पाबंदी लगा दी है, बल्कि कार्यालय के बाहर पुलिस कर्मचारी भी तैनात कर दिए हैं, जो कि मीडिया को बेइज्जत करने के साथ ही कार्यालय में जाने से रोकने में लगे हुए हैं। राज्य चुनाव आयोग के कार्यालय की ओर से घोषित की गई मीडिया एमरजैंसी के खिलाफ गुरूवार को मीडिया कर्मचारियों ने मौके पर ही धरना देते हुए पंजाब सरकार को इस मामले में कार्रवाई करने की मांग करते हुए आगामी 12 घंटो में यह मीडिया एमरजैंसी हटवाने की मांग की है, यदि शुक्रवार सुबह तक यह मीडिया एमरजैंसी नहीं हटाई गई तो शुक्रवार को मीडिया कर्मचारी राज्य चुनाव आयोग के कार्यलय के बाहर धरना व प्रदर्शन करेंगे।

पुलिस कर्मचारी तैनात करते हुए मीडिया से की गई गुरूवार को धक्केशाही

पंजाब व चंडीगढ़ जर्नलिस्ट यूनियन के अध्यक्ष बलविन्दर जम्मू ने कहा कि राज्य आयोग का यह व्यवहार न सिर्फ बुरा है, बल्कि निंदनीय है, (Media ban in State Election Commission) क्योंकि आयोग ने पत्रकारों के दाखिले पर पाबंदी लगाते हुए प्रैस की आजादी का गला घोटने के साथ ही उनको बेइज्जत तक करने की कोशिश की है। उन्होंने कहा कि जब पत्रकारों की ओर से इस पाबंदी का कारण पूछने की कोशिश के लिए राज्य चुनाव कमिशनर के पास अपने कार्ड तक भेजे तो उनको राज्य चुनाव कमिशनर की ओर से मिलने से साफ इन्कार कर दिया गया। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही कार्यालय के बाहर पुलिस कर्मचारी लगाते हुए मीडिया को कार्यालय में ही दाखिल होने पर धक्का मुक्की करने तक के लिए कह दिया गया है। उन्होने बताया कि मौके पर उन्होंने प्रैस कौंसिल आॅफ इंडिया के अध्यक्ष के साथ बातचीत करते हुए लिखित रूप में शिकायत कर दी है। इसके अलावा प्रमुख चुनाव आयोग आॅफ इंडिया व पंजाब सरकार को भी इस संबंधी शिकायत की जा रही है।

बलविन्दर जम्मू ने कहा कि चंडीगढ़ की मीडिया शुक्रवार सुबह तक इंतजार करेगी व यदि इस मामले में कार्रवाई होते हुए मीडिया पर लगाई गई एमरजैंसी न हटाई गई तो शुक्रवार को बड़ी संख्या में न मीडिया कर्मचारी धरना देंगे, बल्कि मौके पर प्रदर्शन करते हुए राज्य चुनाव कमिशनर को हटाने तक की मांग करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।

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