सच्ची भावना से नजर आता है भगवान
कभी भी बुरा कर्म न करो, न ही बुरी सोच रखो। सत्संग का दायरा ऐसा जबरदस्त होता है, अगर एक शिक्षार्थी की तरह आओ तो ऐसी शिक्षा लेकर जाओगे, जिससे आप ही नहीं आपकी कुलों का उद्धार हो जाएगा। वहीं अगर आप बुरी सोच रखते हैं तो कुलों पर भी असर लाजमी पड़ता है।
‘यहां सैंकड़े गुरू बनना चाहते हैं’ बेपरवाह जी ने ऐसे निकाला एक डेरा प्रेमी का वहम!
सरसा (सच कहूँ डेस्क)। बेप...