निर्यात बढ़ाने के लिए वैश्विक बाजार का अध्ययन जरुरी: फियो
जबकि भारतीय निर्यात में इनकी हिस्सेदारी 33 प्रतिशत से कम है। डॉ़ सहाय ने कहा कि इलेक्ट्रिकल एवं इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद, पेट्रोलियम उत्?पाद, मशीनरी, आॅटोमोबाइल और प्लास्टिक उत्पादों में भारत की वैश्विक हिस्सेदारी कुल मिलाकर सिर्फ लगभग एक प्रतिशत ही है।
मां अलग-अलग रूप में निभाती है अपने किरदार, बेटा चाहे कितना भी बड़ा हो पर मां के लिए तो बच्चा ही रहता है
मां अलग अलग रुप में संसार में किरदार निभाती है। माता सुरेश रानी अपने बेटे डॉक्टर जैकी गर्ग (लखनऊ) से कॉन्फ्रेंस पर बात करते हुए|
Rajasthan Govt Scheme: सड़क हादसे में गंभीर घायलों को अस्पताल पहुंचाने वालों को मिली प्रोत्साहन राशि
अब तक 66 भले व्यक्तियों क...

























