गुरुग्राम में फर्जीवाड़े से बेचे प्लॉट, 523 करोड़ रुपए कई बैंक खातों में ट्रांसफर

Plots sold in Gurugram fraudulently, Rs 523 crore transferred to several bank accounts

अपराध शाखा डीएलएफ फेज-4 व सुशांत लोक थाना की टीमों ने किया काबू

सच कहूँ/संजय मेहरा गुरुग्राम। फर्जी तरीके से प्लॉट बेचकर करोड़ों रुपयों की हेराफेरी करने वाले तीन ईनामी बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इन तीनों पर एक-एक लाख रुपए का ईनाम भी पुलिस ने रखा हुआ था। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) प्रीतपाल ने बुधवार को बताया कि पुलिस टीम द्वारा जांच के दौरान पता चला है कि आरोपियों ने फर्जी बैंक खातों से व उनके द्वारा पंजीकृत कराई गई फर्जी फर्म में 523 करोड़ रुपयों से भी अधिक का लेनदेन किया गया है। जिसकी सूचना पुलिस ने ईडी विभाग (प्रवर्तन निदेशालय) को भी दी है।

एसीपी (अपराध) प्रीतपाल के मुताबिक वर्ष-2019 में गुरुग्राम पुलिस को अंसल कम्पनी द्वारा अलॉट किए गए प्लॉटों को फर्जी तरीके से बेचने के संबंध में प्लाटों के मालिकों के माध्यम से शिकायतें मिली थी। इन शिकायतों पर सुशांत लोक थाना में 8, सेक्टर-29 थाना में एक सहित कुल 9 केस दर्ज किए गए थे। इन केसों में आरोपियों की धरपकड़ को पुलिस आयुक्त के निर्देशानुसार डीसीपी ईस्ट द्वारा एसीपी डीएलएफ करण गोयल के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया। एसआईटी द्वारा इन केसों में जांच करते हुए पता लगाया गया कि एक पंजाब का गैंग इस तरह फर्जी तरीके से प्लॉट बेचने में सक्रिय है।

इसके बाद पुलिस आयुक्त के.के. राव ने डीसीपी क्राइम राजीव देशवाल, एसीपी क्राइम प्रीतपाल, डीएलएफ फेज-4 सीआईए व सेक्टर-40 सीआईए की टीमों को एसआईटी में शामिल किया। आरोपियों की अपराधिक कुंडली खंगालने के बाद उनकी गिरफ्तार को जाल बिछाना शुरू किया गया। गिरोह का काबू करने को डीएलएफ फेज-4 सीआईए के निरीक्षक नवीन कुमार व थाना सुशांत लोक की टीमों ने गैंग के सदस्यों का एक खाका तैयार किया।

फिर अपराधियों तक पहुंचने को तकनीक का भी सहारा लिया। आखिरकार इस फर्जीवाड़े में पुलिस ने एक महिला समेत तीन आरोपियों को बीती 5 फरवरी 2021 को धर दबोचा। वे यहां सेक्टर-39 स्थित एक गेस्ट हाउस से गिरफ्तार किए गए। आरोपियों के नाम-पते कविता रानी उर्फ रिया सहगल पत्नी विनोद निवासी लुधियाना, राहुल पुत्र दशरथ प्रसाद निवासी जालंधर और रणधीर कुमार पुत्र अविनाश निवासी कपूरथला हैं।

फर्जी नामों से पासपोर्ट भी बनवाए

आरोपियों से पुलिस पूछताछ में पता चला है कि युवती कविता रानी उर्फ रिया ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर जालसाजी करने की नियत से गुरुग्राम के सुशांत लोक में फर्जी नाम रिया सहगल पत्नी अजय सहगल के नाम से पासपोर्ट बनवाया व फर्जी बैंक खाता खुलवाया हुआ है। यह खाता फर्जी तरीके से प्लॉट बेचकर प्राप्त हुए रुपयों को ट्रान्सफर करने को खुलवाया गया। इसमें डेढ़ करोड़ रुपए प्राप्त किए गए थे। यह रकम अन्य खातों में ट्रांसफर की गई। इसी तरह आरोपी राहुल ने राहुल कुमार सोनी के नाम से डीएलएफ फेज-3 में जसजीत नाम से खाता खुलवाया और उसमें करीब 2 करोड़ रुपए ट्रांजेक्शन किए गए।

आरोपियों ने यह भी बताया कि है उनके गिरोह का मास्टर माइंड संजय कथूरिया ने वर्ष 2018 में जेल से बाहर आने पर गुरुग्राम में अंसल कंपनी के प्लॉट्स की रेकी करके उनका रिकॉर्ड देखना शुरू किया था। उसने अपने साथियों संदीप, अजय, राकेश, निवासी फगवाड़ा के साथ मिलकर प्लॉट बेचने की योजना बनाई। राकेश कुमार विभिन्न स्थानों से अलग-अलग लोगों को गुरुग्राम लेकर आता था। सभी के नाम से फर्जी आईडी बनाई गई। सभी के फर्जी कागजों के आधार पर बैंक खाते भी खुलवाए गए। इस तरह से फर्जीवाड़ा करके प्लॉट बेचकर रकम इन खातों में प्राप्त की गई।

प्लॉट मालिक का फर्जी बेटा बनाकर करते थे काम

आरोपी अंसल कंपनी से विभिन्न प्लॉटों के फर्स्ट अलॉटी के कागजात निकलवाते और पंजाब से लाए गए व्यक्तियों को प्लॉट के मालिक का फर्जी बेटा बनाकर पहले प्लॉट की फर्जी ट्रांसफर डीड तैयार करवाते। उसेक बाद अन्य लोगों के नाम सेल डीड करवा देते थे। फर्जी लोगों को प्रॉपर्टी के रेट के हिसाब से 50 हजार रुपए से डेढ़ लाख रुपए देते थे। वे फर्जी लोगों को दुबई ले जाने की बात करते थे, जिसके लिए फर्जीवाड़ा करके पासपोर्ट तक बनवाया जाता था। चंडीगढ़ में पासपोर्ट बनाने के लिए कमल नाम का एक एजेंट है। आरोपियों ने अंसल के 10 से अधिक प्लॉट्स को इस तरह से फर्जीवाड़ा करके बेचा है।

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