टीसीआई सेफ सफर, ड्राइवरों को किया जागरूक

ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (टीसीआई ग्रुप) ने टीसीआई सेफ सफर अभियान के तहत ड्राइवरों को किया जागरूक

नई दिल्ली (सच कहूँ/रविन्द्र सिंह)। तुग़लकाबाद में ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (टीसीआई एल ग्रुप)ने टीसीआई सेफ (TCI Safe Safar) सफर अभियान के तहत ड्राइवरों को सुरक्षित सफर करने के लिए जागरूक किया गया। कलाकारों ने नुक्कड़ नाटक प्रस्तुत कर ड्राइवरों को समझाया कि वाहन चलाते समय मोबाइल पर बात करना कैसे दुर्घटना या मौत का कारण बन सकता है। शराब पीकर वाहन न चलने,पर्यावरण संरक्षण हेतु सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने,स्वच्छता का विशेष ख्याल रखने और मोबाइल पर गन्दी चीजे न देखने के लिए प्रेरित किया गया। उसकेबाद विनोद उपाध्याय, श्री गिरी, श्री श्रीवास्तव आदि ने सेफ सफर बनाने के लिए कार्यक्रम में उपस्थित समस्त लोगों और ड्राइवरों को शपथ भी दिलाई गई।

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एकीकृत सप्लाई चेन और लॉजिटिक्स सोल्यूशन प्रदाता टीसीआई ग्रुप ने सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता और ट्रांसपोर्ट एवं लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में ड्राइवरों का दर्जा बढ़ाने के मकसद से टीसीआई सेफ सफर अभियान के तहत विशेष रूप से बनाए गए ट्रकों में नुक्कड़ नाटक का जगह – जगह लगातार आयोजन किए जा रहे है। शनिवार को नई दिल्ली के तुगलकाबाद में कम्पनी के बिज़नेस डेवलपमेन्ट हेड राजकिरण ने डीजीएम राजीव कुमार, जेएम प्रकाश रॉय, एसिटेट मैनेजर कर्षना राव की मौजूदगी में जारी बयान में कहा कि नुक्कड़ नाटक 1940 से भारत में प्रचलित हैं। ये एक बार फिर जन समुदाय को संदेश देने का जांचा-परखा तरीका बन रहा हैं। टीसीआई सेफ सफर अभियान के तहत नुक्कड़ नाटक की इसी पुरानी विधा का इस्तेमाल किया गया है। इसमें अभिनेता स्थानीय भाषा में बोलते हुए, रंगबिरंगी ड्रेस पहनकर, आयोजन में ड्राइवरों को शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। अब तक यह पहल 10 लाख से अधिक ड्राइवरों तक पहुंच चुकी है; जिन्‍हें सुरक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण के पहलुओं पर जागरूक किया गया है।

ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन आॅफ इंडिया लिमिटेड (Transport Corporation of India) (टीसीआई ग्रुप) का टीसीआई सेफ सफर अभियान ड्राइवरों को शिक्षित करने की दिशा में ड्राइवर के लिए उठाया गया एक कदम है। देश में चल रहे दूसरे सड़क सुरक्षा अभियानों के उलट ड्राइवर इस कहानी के मुख्य नायक हैं।

टीसीआई सेफ सफर (TCI Safe Safar) 2019 से चल रहा अपनी तरह का अनोखा कार्यक्रम है, जो चालक समुदाय और यूजर इंडस्ट्री को लक्ष्य बनाकर चलाया गया है। सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम से कहीं अधिक यह अभियान ड्राइवर के दर्जे को बढ़ाता है। ड्राइवर की वजह से देश और पूरा विश्व गतिशील है। अगर वह ना हों तो पूरी दुनिया रुक जाएगी। एक कुशल ड्राइवर की अहमियत हमेशा रहेगी। पर जब यह पूछा जाता है कि क्या राष्ट्र भी इस कम्‍युनिटी के लाभ या उत्‍थान के लिए पर्याप्त कदम उठा रहा है तो इसका संतोषजनक उत्‍तर कभी प्राप्‍त नहीं होता । मार्च के महीने में ये इवेंट्स दिल्ली-एनसीआर की महत्वपूर्ण जगहों पर हो रहे हैं।

जागरूकता के लिए नया अध्याय जोड़ा, ईएसजी

उन्होंने बताया कि ईएसजी जागरुकता का नया अध्‍याय जोड़ा गया है। इसका उद्देश्य ट्रांसपोर्ट से जुड़े लोगों को जलवायु परिवर्तन के प्रति संवेदनशील बनाना है और इससे निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए उन्हें प्रेरित करना है।

जैसे प्लास्टिक का इस्तेमाल ना करना, ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों का प्रयोग इत्‍यादि। अब सबसे ज्यादा जोर चालक के जीवन बीमा को शामिल करने कराने पर दिया जा रहा है।

टीसीआई का सुरक्षित सफर….

भारत में सड़क सुरक्षा एक प्रमुख चिंता बनी हुई है। उच्च गति वाले वाहनों और सवारों सहित सड़क यातायात की उच्च विविधता, अपर्याप्त सड़क संरचना और अनुचित तरीके से रखे गए वाहन सभी उच्च चोट और दुर्घटना दर में योगदान करते हैं।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार

हर साल लगभग 1,50,000 भारतीय सड़क दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवाते हैं और लगभग 4,50,000 लोग घायल होते हैं। इसके परिणामस्वरूप पीड़ितों को न केवल भावनात्मक और साथ ही वित्तीय आघात भी होता है, बल्कि इसमें नुकसान भी शामिल होता है जो सरकार और कंपनियों दोनों द्वारा वहन किया जाता है। हर घंटे 17 लोग दुर्घटना के कारण सड़क पर मर जाते हैं और मरने वालों की संख्या

दुर्घटनाओं की संख्या का एक तिहाई है, जो हर घंटे 53 सड़क दुर्घटनाओं के बराबर है। (स्रोत: मॉर्थ इंडिया)

इस गंभीर मुद्दे को संबोधित करने और सुरक्षा के विषय पर राष्ट्र जागरूकता पैदा करने के लिए, टीसीआई ग्रुप ने “टीसीआई सेफ सफर” की शुरुआत की है, जिसका उद्देश्य स्वास्थ्य और सुरक्षा के बारे में जागरूकता पैदा करना है। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण एक विशेष रूप से निर्मित पर्यावरण के अनुकूल वाहन है जो अपने प्रमुख दर्शकों के साथ जुड़ने के लिए परिवहन टर्मिनलों और औद्योगिक पार्कों में रुकेगा। स्वास्थ्य और सुरक्षा का संकल्प लेने के लिए हजारों लोगों को प्रोत्साहित करना।

टीसीआई सेफ सफर पिछले 4 वर्षों से सफलतापूर्वक चल रहा है, जिसमें पूरे भारत के राज्य शामिल हैं। अगले एक साल में करीब 25000 ट्रक ड्राइवरों तक पहुंचने का लक्ष्य है।

टीसीआई सेफ सफर को प्रशंसा पत्र और पुरस्कार

टीसीआई सेफ सफर की अब तक की यात्रा के दौरान कई कॉरपोरेट्स और संस्थाओं ने अपना समर्थन जारी रखा है। उन्होंने इस अभियान समर्थन देने के लिए कई प्रशंसा पत्र और पुरस्कार दिए हैं

  • ब्रिटिश सुरक्षा काउंसिल (2020) की ओर से इंटरनेशनल सेफ्टी अवार्ड में जेम्स टाई पुरस्कार
  • 2019 में सड़क सुरक्षा के लिए नवीनतम शैक्षिक प्रोग्राम  की श्रेणी में फिक्की रोड सेफ्टी पुरस्कार
  • 2019 में आयोजित एआईएमए के आठवें इनोवेशन प्रैक्टिशनर्स केस स्टडी कॉन्टेस्ट एंड समिट में इनोवेशन इन सस्टेनेबिलिटी एंड कॉरपोरेट सोशल रिस्पॉन्सबिलिटी पुरस्कार

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