बेटियां नहीं किसी मायने में बेटो से कम: सरपंच
धमतान साहिब (सच कहूँ/कुलदीप नैन)। Kuan Poojan: नरवाना हल्के के नारायणगढ़ गाँव में बेटी के जन्म पर खुशी का ऐसा माहौल देखने को मिला, जिसने पूरे क्षेत्र में एक सकारात्मक संदेश फैलाया। गांव के सरपंच केवल सिंह के घर जब पोती दीपांशी ने जन्म लिया, तो परिवार ने बेटी के सम्मान में कुआँ पूजन का आयोजन कर यह साबित कर दिया कि बेटियां किसी भी रूप में बेटों से कम नहीं हैं।इस कार्यक्रम में परिवार के सदस्यों से लेकर ग्रामीणों तक, सभी ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। Dhamtan Sahib News
दादा-दादी, फूफा, नानी और अन्य परिजनों ने बेटी के जन्म पर अपने भाव साझा किए। सभी ने एक स्वर में कहा कि बेटियां घर की लक्ष्मी होती हैं और हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। परिजनों ने दहेज प्रथा का विरोध करते हुए कहा कि बेटियां हर क्षेत्र—चाहे पढ़ाई हो, खेल हो या रोजगार—में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं और समाज की पुरानी सोच अब बदल चुकी है।
कार्यक्रम में पहुंचे लोगों ने कहा कि बेटी दीपांशी भाग्यशाली है, जो ऐसे प्रगतिशील विचारों वाले परिवार में जन्मी है। सभी ने उसके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए आशा जताई कि वह आगे चलकर परिवार और गांव का नाम रोशन करेगी। कुआँ पूजन के इस आयोजन ने न सिर्फ परिवार में उत्सव का माहौल बनाया, बल्कि पूरे गांव को एक नई दिशा भी दी। बेटियों को लेकर समाज की सोच में जो सकारात्मक बदलाव आया है, पाई गाँव का यह कदम उसका जीवंत उदाहरण है। Dhamtan Sahib News
सरपंच केवल सिंह ने बताया कि यह पहल उन्होंने इसलिए की ताकि गांव में एक नई सोच को जन्म मिले और बेटी पैदा होने पर खुशियां उसी तरह मनाई जाएं जैसे बेटे की खुशी में मनाई जाती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बेटी पढ़ाओ–बेटी बचाओ का संदेश घर से शुरू होना चाहिए।
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