दो लाख 27 हजार 585 रेगुलर व 9452 ओपन के बच्चे शामिल
-
10वीं के अंकों का 30%, 11वीं के अंकों का 10% और 12वीं की प्रैक्टिकल के आधार पर दिए जाएंगे 60 प्रतिशत अंक : सचिव
भिवानी (सच कहूँ/इन्द्रवेश)। कोरोना महामारी के चलते ना पढ़ाई और न परीक्षा। बावजूद इसके 12वीं कक्षा का वार्षिक परिणाम जारी करना हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के लिए बड़ी चुनौती थी, लेकिन शिक्षा बोर्ड ने बिना परीक्षा परिणाम जारी करने का फार्मूला तय कर लिया है और लाखों बच्चों का परीक्षा परिणाम जुलाई माह के अंतिम सप्ताह में जारी करने की तैयारी शुरू कर दी है।
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के सचिव राजीव प्रसाद ने बताया कि इस बार 12वीं कक्षा की रेगुलर वार्षिक परीक्षा दो लाख 27 हजार 585 बच्चों ने तथा ओपन की परीक्षा नौ हजार 452 बच्चों ने देनी थी, पर कोरोना महामारी के चलते शिक्षा बोर्ड की तैयारी के बाद भी ये परीक्षा नहीं ली जा सकी। शिक्षा बोर्ड सचिव राजीव प्रसाद ने बताया कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने बिना परीक्षा के परिणाम जारी करने का फार्मूला तय किया था, जिसे सरकार व सुप्रीम कोर्ट दोनों ने मान लिया है।
प्रैक्टिकल के कुल अंकों के 60 फीसदी अंक देकर रिजल्ट जारी किया जाएगा
सचिव राजीव प्रसाद ने बताया कि 12वीं कक्षा का वार्षिक परिणाम तैयार किया जा रहा है, जिसमें बच्चों को 10वीं व 11वीं कक्षा के अंक के साथ 12वीं कक्षा की प्रैक्टिकल के अंकों को आधार माना जाएगा। उन्होंने बताया कि 12वीं कक्षा के परिणाम में बच्चों को 10वीं कक्षा में कुल प्राप्त अंकों के 30 फीसदी, 11वीं कक्षा के कुल अंकों का 10 फीसदी व 12वीं कक्षा की प्रैक्टिकल के कुल अंकों के 60 फीसदी अंक देकर रिजल्ट जारी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस फार्मूले के तहत जुलाई माह के अंतिम सप्ताह में 12वीं कक्षा का वार्षिक परीक्षा परीणाम जारी किया जाएगा।
-
बिना परीक्षा परिणाम जारी करना खुद शिक्षा बोर्ड के लिए बड़ी चुनौती थी।
-
पर कहते हैं समाधान हर समस्या का है।
-
इसी आधार पर हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने पीछे के अंकों को आधार बना कर समाधान निकाला है।
-
अब इंतजार है तो बस रिजल्ट आने का है।