India job market 2025: “भारत के फॉर्मल जॉब मार्केट में उछाल, AI और विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ी नौकरियाँ”

AI jobs in India
India job market 2025: "भारत के फॉर्मल जॉब मार्केट में उछाल, AI और विभिन्न क्षेत्रों में बढ़ी नौकरियाँ"

India job market 2025: बेंगलुरु। वैश्विक स्तर पर भर्ती में सुस्ती के बावजूद भारत के औपचारिक रोजगार क्षेत्र में विभिन्न उद्योगों की बढ़ती मांग के चलते एक सशक्त सुधार देखा जा रहा है। यह जानकारी शुक्रवार को जारी एक हालिया रिपोर्ट में सामने आई है। ग्लोबल जॉब पोर्टल ह्यइंडीडह्ण द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, मई 2025 में भारत में नौकरियों की पोस्टिंग में 8.9 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जो कुछ समय के ठहराव के बाद एक ठोस वापसी को दर्शाता है। यह सुधार भारत के श्रम बाजार की मजबूती और उसमें आई गति को रेखांकित करता है, जो महामारी-पूर्व स्तर की तुलना में अब लगभग 80 प्रतिशत ऊपर है। AI jobs in India

इंडीड के एशिया-प्रशांत क्षेत्र के वरिष्ठ अर्थशास्त्री कैलम पिकरिंग के अनुसार, ह्लभारत की अर्थव्यवस्था एक अधिक संगठित और औपचारिक ढांचे की ओर बढ़ रही है। इसी कारण औपचारिक क्षेत्र में रोजगार सृजन की दर समग्र रोजगार वृद्धि से तेज़ है। यह लगातार बढ़ता रुझान भारत को अन्य प्रमुख वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं से आगे स्थापित कर रहा है।ह्व

किन क्षेत्रों में बढ़ी मांग? | Hiring

रिपोर्ट में बताया गया है कि पिछले तीन महीनों में 80% से अधिक उद्योगों में नौकरियों की मांग में इजाफा हुआ है। कुछ क्षेत्रों में उल्लेखनीय वृद्धि इस प्रकार रही:

चाइल्डकेयर (27%)

पर्सनल केयर और होम हेल्थ (25%)

शिक्षा (24%)

उत्पादन और विनिर्माण (22%)

ये आंकड़े सामाजिक और औद्योगिक सेवाओं में लगातार बढ़ती आवश्यकता को दर्शाते हैं।

सॉफ्टवेयर विकास का दबदबा | AI jobs in India

भारत के औपचारिक रोजगार बाजार में सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट सेक्टर का प्रमुख स्थान बना हुआ है। हर पाँच में से एक जॉब पोस्टिंग इसी क्षेत्र से जुड़ी होती है, जो इस उद्योग की निरंतर प्रासंगिकता को दर्शाता है।

जनरेटिव एआई की ओर बढ़ता रुझान | AI jobs in India

रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (अक) में दक्ष पेशेवरों की मांग में उल्लेखनीय बढ़ोतरी हो रही है। मई 2025 तक भारत में की गई सभी जॉब पोस्टिंग में से 1.5% में जनरेटिव एआई का उल्लेख था, जो पिछले वर्ष की तुलना में दो गुना है। यह मांग अब केवल तकनीकी और डेटा एनालिटिक्स तक सीमित नहीं रही, बल्कि यह वैज्ञानिक अनुसंधान, विपणन और प्रबंधन जैसे क्षेत्रों तक भी फैल चुकी है।

क्षेत्रीय हब

कर्नाटक और तेलंगाना जैसे राज्य अब जनरेटिव एआई से संबंधित नौकरियों के लिए प्रमुख केंद्र बनकर उभरे हैं।

वहीं महाराष्ट्र में कुल जॉब वॉल्यूम के लिहाज़ से सबसे अधिक नौकरियों की उपलब्धता दर्ज की गई है।