Journalist attack: पत्रकार पर हमले की घटना से पत्रकार जगत में उबाल, आरोपियों की गिरफ्तारी व पत्रकारों को सुरक्षा की उठी मांग

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Journalist attack: पत्रकार पर हमले की घटना से पत्रकार जगत में उबाल, आरोपियों की गिरफ्तारी व पत्रकारों को सुरक्षा की उठी मांग

Journalist attack: हनुमानगढ़। राजस्थान के माउंट आबू में नगर पालिका के निलंबित कर्मचारियों की ओर से पत्रकार हरिपाल सिंह के साथ की गई मारपीट की घटना ने पत्रकार जगत सहित विभिन्न संगठनों में गहरा आक्रोश पैदा कर दिया है। आरोपियों की गिरफ्तारी, पत्रकारों को सुरक्षा उपलब्ध करवाने सहित अन्य मांगों को लेकर मंगलवार को इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट के बैनर तले करणी सेना, विप्र फाउंडेशन सहित कई अन्य संगठनों ने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। Hanumangarh News

आईएफडब्ल्यूजे के जिलाध्यक्ष राजू रामगढ़िया ने सिरोही जिले के माउंट आबू में हुई इस घटना को अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और निंदनीय बताते हुए कहा कि इस घटना ने न केवल पत्रकारिता जगत को झकझोर कर रख दिया है, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर भी सीधा आघात किया है। उन्होंने बताया कि पत्रकार हरिपाल सिंह एक समाचार में नगर पालिका अधिकारी का पक्ष जानने के उद्देश्य से माउंट आबू नगर पालिका कार्यालय पहुंचे थे। उसी समय वहां मौजूद निलंबित सफाई निरीक्षक श्याम जणवा, सफाई निरीक्षक प्रवीण राजपुरोहित तथा सफाईकर्मी विक्रम चौहान ने पत्रकार पर जानलेवा हमला कर दिया।

आईएफडब्ल्यूजे के बैनर तले मुख्यमंत्री के नाम जिला कलक्टर को सौंपा ज्ञापन

बेरहमी से मारपीट की। गले में पहनी सोने की चेन, जेब में रखे 2500 रुपए तथा मोबाइल फोन लूट लिया। पीड़ित पत्रकार की ओर से माउंट आबू पुलिस थाना में एफआईआर दर्ज करवाई गई है। राजू रामगढ़िया ने बताया कि पत्रकार हरिपाल सिंह की ओर से पूर्व में इन तीनों कार्मिकों की कार्यशैली में लापरवाही तथा सरकारी संसाधनों के दुरुपयोग को लेकर प्रकाशित खबरों के बाद ही विभागीय जांच में तीनों को निलंबित किया गया था। इस घटना की पूर्व नियोजित प्रतिशोधात्मक कार्रवाई होना स्पष्ट है, जो लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को दबाने का प्रयास है।

उन्होंने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए मुख्यमंत्री से मांग की कि तीनों आरोपी कार्मिकों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए। बिना सक्षम स्वीकृति के मुख्यालय छोड़कर माउंट आबू आकर घटना कारित करने वाले इन कर्मचारियों को सरकारी सेवा से बर्खास्त किया जाए। प्रदेश में पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए ऐसे मामलों में जीरो टॉलरेंस पॉलिसी अपनाई जाए। आईएफडब्ल्यूजे ने चेतावनी दी कि यदि आरोपियों के खिलाफ शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो पूरे प्रदेश में चरणबद्ध आंदोलन, विरोध-प्रदर्शन और विधानसभा घेराव जैसा कदम उठाया जाएगा।

इस मौके पर आईएफडब्ल्यूजे के संगरिया उपखण्ड अध्यक्ष जुगल किशोर स्वामी, कार्यकारिणी सदस्य राजेश अग्रवाल, अदरीस खान, लखविन्द्र सिंह, प्रदीप पाल, लाल बहादुर भाकर, देशराज डाबला, विप्र फाउंडेशन से अश्विनी पारीक, महेन्द्र चतुर्वेदी, सावन पाइवाल, करणी सेना और विश्व हिन्दू परिषद से विशाल, अनमोल, मोनू मौजूद रहे। Hanumangarh News

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