Sri Ganganagar: इंतजार करता रहा किसान पर क्लेम के 122 करोड़ दबा गई फसल बीमा कंपनी

1 लाख 70 हजार किसानों व कृषि पर्यवेक्षकों के हस्ताक्षर फर्जी कर किया घोटाला

श्रीगंगानगर। फसल खराब होने पर बीमा का इंतजार कर रहा किसान बड़े-बड़े संबंधों के चलते टेंडर हासिल करने वाली बीमा कंपनी का शिकार हो गया है। पानी बीज, यूरिया कीटनाशक के नकली मिलने के बाद समर्थन मूल्य नहीं मिलने से मायूस किसान इस जानकारी के बाद हताश होने के सिवाय कुछ नहीं कर सकता। फसल बीमा का क्लेम देने वाली क्षेमा कंपनी ने 1लाख 70 हजार किसानों व कृषि पर्यवेक्षकों के फर्जी हस्ताक्षर कर 122 करोड़ का क्लेम दवा लिया है। अपने फर्जी हस्ताक्षर होने का पता चलने पर कृषि पर्यवेक्षक व किसान भी हैरान हो गए। Sri Ganganagar News

वर्ष 2021 से ही श्रीगंगानगर जिला में होने वाली बैमौसम बरसात व भीषण गर्मी से प्रभावित फसलों के बीमा क्लेम लेने के लिए किसानों ने व्यक्तिगत दवा का ऑफलाइन व ऑनलाइन आवेदन किए। वर्ष 2023 रबी खरीफ में 74708 किसानों ने ऑनलाइन ऑफलाइन दावे प्रस्तुत किए। इसके बाद किसानों को क्लेम के रूप में 28 करोड़ 98 लाख रुपए का बीमा क्लेम मिलना था जिसे कंपनी ने नहीं दिया इतना ही नहीं रवि फसल खराबे के बाद 18 716 किसानों ने ऑनलाइन पत्र भरे।

किसान, केंद्र सरकार व राज्य सरकार ने भरा 7 अरब 87 करोड़ 86 लाख का बीमा प्रीमियम

पर यहां पर किसान व कृषि पर्यवेक्षक के फर्जी हस्ताक्षर कर खराबा 0% दिखा दिया जिस पर कंपनी 51 करोड़ 48 लख रुपए खुर्द बुर्द कर गई इतना ही नहीं खरीफ 2024 की फसल में 19 हजार 071 किसानों ने ऑनलाइन व्यक्तिगत दावा प्रपत्र किया यहां भी कंपनी ने वही प्रक्रिया दोहराते हुए 0% नुकसान दिखाया और 17 करोड रुपए का क्लेम नहीं दिया। वर्ष 2024 में 9925 किसानों ने ऑनलाइन व्यक्तिगत दवा क्लेम किया यहां भी 0% खराब दिखाते हुए 15 करोड़ 30 लाख का क्लेम नहीं दिया इस प्रकार दोनों सत्र में फसल बीमा कंपनी क्षेमा ने किसानों के बीमा फसल क्लेम 122 करोड़ अपनी जेब में डाल लिया। Sri Ganganagar News

काबिले गौर है कि श्रीगंगानगर जिले के साथ प्रदेश के किसानों ने सीमा कंपनी को फसल बीमा प्रीमियम के रूप में 7 अब 87 करोड़ 86 लख रुपए का प्रीमियम अदा किया जिसमें केंद्र सरकार का हिस्सा 352 करोड़ व राज्य सरकार का हिस्सा 260 करोड रुपए भी शामिल है। किसान विकास कुमार, कृषि पर्यवेक्षक इंद्राज व अनिल कुमार व ठंडी के कृषि पर्यवेक्षक ने कंपनी द्वारा किए गए फर्जी हस्ताक्षर करने की जानकारी भी दी।

किसानों का पाई पाई क्लेम दिलवाऊंगा: मीणा

फसल बीमा कंपनी क्षेमा द्वारा किसानों के करोड़ों रुपए क्लेम के दबाने का मामले का खुलासा करते हुए कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि फसल बीमा कंपनी से किसानों की पाई पाई दिलवाई जाएगी। इसके लिए हमें चाहे बीमा कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज भी करवानी पड़ी तो करवाएंगे। श्री मीणा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तो प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसान को खुशहाल करने के लिए लांच की थी पर लुटेरी फसल बीमा कंपनियों ने किसान को और परेशान कर दिया है। उन्होंने कहा की फसल बीमा कंपनी की नियत में खोट किसानों व कृषि पर्यवेक्षकों के फर्जी हस्ताक्षरों से पता चलती है।

उन्होंने कहा कि पिछले प्रवास के दौरान किसानों ने उन्हें फसल बीमा योजना में क्लेम नहीं मिलने व फर्जी कागज तैयार करने की जानकारी दी थी इसके बाद मैंने स्वयं अपने कार्यकर्ताओं व सरकारी स्तर पर पूरे प्रकरण को खंगाला गया तो 122 करोड़ का घोटाला सामने आया है। इतना ही नहीं आने वाले दिनों में 351 करोड़ के घोटाला का पर्दाफाश करेंगे। श्री मीणा ने कहा कि वह कंपनी का टेंडर तो कैंसिल नहीं कर सकते पर सरकार स्तर पर इसकी पूरी जांच करवाएंगे और किसानों का बकाया फसल बीमा क्लेम दिलवा कर ही रहेगे। श्री मीणा ने गहलोत सरकार पर प्राकृतिक आपदा फसल बीमा का नियम का पार्ट नोटीफिकेशन से हटाने पर भारी लेनदेन का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सरकार ने चंदा लेने के नाम पर किसान को मारने का काम किया है। Sri Ganganagar News