
Women’s World Cup Final: नई मुम्बई। दक्षिण अफ्रीका महिला टीम की कप्तान लॉरा वोल्वार्ट ने कहा कि महिला विश्वकप के फाइनल में भारत के हाथों मिली 52 हार के बावजूद मुझे अपनी टीम के प्रयासों पर गर्व है। मैच के बाद वोल्वार्ट ने कहा, “मुझे इस टीम पर इस अभियान के लिए और भी ज्यादा गर्व हो सकता है।” उन्होंने आगे कहा, “हमने पूरे मैच में शानदार क्रिकेट खेला, लेकिन आज भारत ने हमें मात दे दी। हारना दुर्भाग्यपूर्ण है। लेकिन हम इससे जरूर आगे बढ़ेंगे। यह कई खिलाड़ियों के लिए एक शानदार टूनार्मेंट रहा है और मुझे हमारे द्वारा दिखाए गए लचीलेपन पर गर्व है।”
इंग्लैंड और आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ सस्ते में आउट होने के बारे में पूछे जाने पर वोल्वार्ट ने कहा, “हमने उन कुछ खराब मैचों को पीछे छोड़ने के लिए बहुत अच्छा प्रदर्शन किया। हम या तो बहुत अच्छे थे या बहुत बुरे, लेकिन शुक्र है कि अधिकतर अच्छे प्रदर्शन ही हुए।” उन्होंने कहा, “विश्व कप से पहले शायद मेरा सर्वश्रेष्ठ वर्ष नहीं रहा और मैंने इसकी शुरूआत भी अच्छी नहीं की। ज्यादा सोचना, अच्छा नहीं था। यह क्रिकेट का एक और मैच है, दोनों को अलग करने की कोशिश ने मुझे अपना स्वाभाविक खेल खेलने और फिर किसी अलग समय पर कप्तानी पर ध्यान केंद्रित करने के लिए थोड़ा मुक्त कर दिया।”
मैच के बारे में बात करते हुए वोल्वार्ट इस बात से खुश थीं कि उनके गेंदबाजों ने भारत को 300 से अधिक का स्कोर नहीं बनाने दिया।, जबकि शेफाली वर्मा (87) और स्मृति मंधाना (45) ने मेजबान टीम को तेज शुरूआत दिलाई थी। उन्होंने कहा कि मैं लगातार स्कोरबोर्ड पर नजर रख रही थी और भारत निश्चित रूप से 350 के आंकड़े तक पहुँचने की कोशिश कर रहा था। उन्होंने कहा कि हमारी अंतिम ओवरों की गेंदबाजी अच्छी थी और हम पूरे मैच में शानदार रहे। हमें सचमुच लगा कि हम लक्ष्य का पीछा कर सकते हैं। लेकिन वर्मा ने बेहतरीन बल्लेबाजी की। वह इसी तरह खेलती हैं। जब वह अच्छा प्रदर्शन करती हैं, तो टीमों को बहुत नुकसान पहुंचा सकती हैं। उन्होंने कहा, “हमें थोड़ी और स्विंग की उम्मीद थी। पिच में अभी भी कुछ था, इसलिए मुझे अब भी लगता है कि गेंदबाजी करना सही फैसला था। हम लक्ष्य का पीछा करने के लिए तैयार थे, लेकिन हम विकेट गंवाते रहे।














