प्रशासन की लापरवाही: नागरिक अस्पताल में एक साल से धूल फांक रही ब्लड सेपरेटर मशीन

Administration Negligence Sachkahoon

डेंगू के बढ़ते प्रकोप में मरीजों को सिंगल डोनर प्लेटलेट्स की झेलनी पड़ रही किल्लत

  • पब्लिक रिलेशन हेल्प फाऊंडेशन ने पत्रकार वार्ता का आयोजन कर प्रशासन से जल्द से जल्द मशीन शुरू करने की उठाई मांग

सरसा (सच कहूँ न्यूज)। शहर के नागरिक अस्पताल में ब्लड सेपरेटर मशीन यानि खून में शामिल तत्वों को अलग-अलग करने वाली मशीन आए करीब एक साल से अधिक का समय हो गया है। परंतु इसे अभी तक इंस्टाल नहीं किया गया है और न ही ब्लड बैंक के पास इस संबंध में लाइसेंस है। जिससे डेंगू के बढ़ते केसों के दौरान अब मरीजों को सिंगल डोनर प्लेटलेट्स (एसडीपी) को लेकर किल्लत झेलनी पड़ रही है। अगर नागरिक अस्पताल में यह सुविधा शुरू हो जाए तो रोगियों को काफी हद तक राहत मिलेगी। बता दें कि वर्तमान में सरसा जिले में शाह सतनाम जी स्पेश्लिटी अस्पताल स्थित पूज्य बापू मग्घर सिंह जी इंटरनेशनल ब्लड बैंक व शिव शक्ति ब्लड बैंक में ही ब्लड सेपरेटर मशीन उपलब्ध है। नागरिक अस्पताल में जल्द से जल्द ब्लड सेपरेटर मशीन इंस्टाल करने को लेकर शनिवार को पब्लिक रिलेशन हेल्प फाऊंडेशन के पदाधिकारियों जयप्रकाश गोदारा, रमेश गोदारा, रमन लखुआना, शहीद भगत सिंह ब्रिगेड से कुलदीप सुथार, पवन कुमार, रामदत्त व संदीप मंगाला ने पत्रकार वार्ता का आयोजन कर मांग उठाई है।

एक यूनिट ब्ल्ड से तीन यूनिट बन जाएगा और मरीजों को राहत मिलेगी

पदाधिकारियों ने बताया कि कोरोना काल की तरह डेंगू के प्रकोप में भी समाजसेवी संस्थाएं अपना दायित्व बखूबी निभा रही हैं। जिन मरीजों को रक्त की आवश्यकता होती है, उन्हें डोनर उपलब्ध करवाया जा रहा है। परंतु एसडीपी लेने के लिए 11 हजार रुपये फीस देनी पड़ती है। अगर इस मशीन की सुविधा नागरिक अस्पताल में शुरू हो जाए तो वहां उपचाराधीन मरीजों को राहत होगी। साथ ही वे आर्थिक बोझ से भी बचेंगे। उन्होंने बताया कि अस्पताल में मशीन की सुविधा न होने से सभी को व्होल ब्लड ही उपलब्ध करवाया जाता है। अगर सेपरेटर मशीन लग जाए तो एक यूनिट ब्ल्ड से तीन यूनिट बन जाएगा और मरीजों को राहत मिलेगी।

जल्द कोई कदम नहीं उठाया तो रोजाना अलग-अलग ग्राम पंचायत डीसी को सौंपेगी ज्ञापन

उन्होंने बताया कि इस बारे में उन्होंने सिविल सर्जन व जिला उपायुक्त को ज्ञापन दिया था। उपायुक्त ने उन्हें आश्वासन दिया था कि 15 दिनों में लाइसेंस मिल जाएगा और मशीन इंस्टाल हो जाएगी। परंतु अभी तक इस संबंध में कोई काम नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि नागरिक अस्पताल में ब्लड सेपरेटर मशीन शुरू करवाने के लिए अगर प्रशासन ने जल्द कोई कदम नहीं उठाया तो रोजाना जिले के प्रत्येक गांव से ग्राम पंचायत व समाजसेवी संस्थाओं के माध्यम से प्रशासन को ज्ञापन देने पहुंचेगी।

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