…और जब पावरकॉम के कर्मचारी दीवारें फांदकर निकले बाहर

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मृतक आश्रितों ने पॉवरकॉम के गेट किए बंद, कर्मचारी गेट खुलवाने के लिए करते रहे मिन्नतें

  • मैनेजमैंट से मीटिंग तय होने के बाद खोले गेट

पटियाला। (सच कहूँ/खुशवीर सिंह तूर) पॉवरकॉम के मुख्य दफ्तर में कर्मचारियों के साथ बुधवार को उस समय हैरानीजनक वाक्या सामने आया, (Patiala News) जब उनको 2 बजे दफ्तर बन्द होने के बाद दीवारें फांदकर अपने घरोंं को जाने के लिए मजबूर होना पड़ा। इस दौरान बड़ी संख्या में कर्मचारी व अधिकारी मुख्य दफ्तर के सभी गेट बन्द होने के चलते काफी समय तक अन्दर ही रहे। जानकारी के अनुसार मामला यह रहा कि पॉवरकॉम में मृतक आश्रितों के परिवारों द्वारा तरस के आधार पर नौकरी के लिए अपना प्रदर्शन किया जा रहा है व इसी के तहत ही आज मुख्य दफ्तर घेरकर रोष प्रदर्शन किया गया। मृतकों के वारिसों ने सुबह से मुख्य दफ्तर पॉवरकॉम के गेटों पर धरना ठोक दिया जोकि दोपहर तक जारी रहा।

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जब दोपहर तक प्रदर्शनकारियों ने मुख्य दफ्तर के गेट बन्द कर दिए व 2 बजे दफ्तर में छुट्टी हो गई ्रतो कर्मचारियों को बाहर आना मुश्किल हो गया। इस दौरान कई कर्मचारी अपने-अपने तरीकों से दीवारें कूदकर दफ्तर से बाहर निकलने के लिए मजबूर हुए, जिनमें महिला कर्मचारी भी शामिल थी। (Patiala News) कई कर्मचारियों की धरनाकारियों के साथ बहस भी हुई, लेकिन उन्होंने गेट नहीं खोले। इस दौरान एक-दूसरे को बाहर निकालने के लिए कर्मचारियों ने सीढ़ियों का सहारा लिया। जो अधिकारी या कर्मचारी अपने वाहनों से पहुंचे थे, उनको मुख्य दफ्तर में छुट्टी होने के बाद भी रहने के लिए मजबूर होना पड़ा। इस दौरान धरनाकारियों की मैनेजमैंट के साथ कल की बैठक तय होने के बाद धरना खत्म हुआ, जिसके बाद गेट खुले व कर्मचारियों ने राहत की सांस ली।

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वहीं राज्य प्रधान बलजीत सिंह पट्टी, गगनदीप सिंह, परविन्दर सिंह, लखविन्द्र सिंह ने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा 6 महीने पहले पॉलिसी जारी की गई थी परंतु बोर्ड मैनेजमैंट ज्वाईनिंग न करवाकर मृतकों के वारिसों को परेशान कर रही है। (Patiala News) उन्होंने कहा कि पॉवरकॉम की नौकरी दौरान अपनी जिंदगीयां गंवा चुके कर्मचारियों के आश्रितों को पंजाब सरकार व मैनेजमैंट नौकरी देने से पीछे हट रही है, जिस कारण मजबूर होकर इन आश्रितों को सड़कों पर उतरना पड़ा है। उन्होंने बताया कि बोर्ड द्वारा 12 फीसदी ब्याज के साथ जहां वापसी करने योग्य रकम लाखों रूपयों से ज्यादा बना दी गई है, कुछ आश्रितों की आयु सीमा भी खत्म हो चुकी है, कुछ केसों में लड़कियों की शादियां हो चुकी हैं, की फाईलें अप्लाई करने का मौके देने सहित अन्य कई मांगों को लेकर संघर्ष किया जा रहा है।

उन्होंने ऐलान किया कि अगर मैनेजमैंट या पंजाब सरकार द्वारा इन आश्रितों की मांगों की तरफ ध्यान न दिया गया तो संगठन अगला संघर्ष तैयार करते हुए बिजली मंत्री के आवास का घेराव करेगी।