बिल गेट्स मात्र 13 साल के थे जब उन्होंने टिक टैक टो के नाम से पहला कंप्युटर प्रोग्राम बनाया था। बेशक बिल ने बीच में अपनी स्टडीज छोड़ दी थीं, पर वो एक ब्रिलियंट स्टूडेंट थे। यही वजह है कि वो अपना सब्जेक्ट छोड़कर दूसरे विषयों की क्लास अटेंड करते थे और उसके बावजूद अपने सब्जेक्ट में हमेशा ए ग्रेड लाते थे। जब वे हॉवर्ड कॉलेज में थे तो उन्होंने करीब तीस साल पुरानी ‘पैनकेक सॉर्टिंग’ प्राब्लम का सॉल्यूशन ढूंढा था पर जब उनके प्रोफेसर ने उन्हें ये जानकारी दी कि उनकी इस उपलब्धि को एक अकादमिक पेपर में छापा जाएगा तो उन्हें कोई खास फर्क नहीं पड़ा क्योंकि तब तक वे माइक्रोसॉफ्ट की शुरूआत के लिए कॉलेज छोड़ चुके थे।
बिल गेट्स ने अपने टीचर के सामने दावा किया था कि वे 30 साल की उम्र तक करोड़पति बन जाएंगे, और महज 31 साल में उन्होंने अरबपति बनकर दिखा दिया था। बिल गेट्स काम को लेकर कितने गंभीर थे इसका पता इस बात से ही चल जाता है कि उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट के कर्मचारियों की गाड़ी का नंबर रट लिये थे जिससे उन्हें ये पता चल जाता था कि कौन सा कर्मचारी कितने बजे ऑफिस में आ-जा रहा है। साथ ही उन्होंने अपने ऑफिस के कंप्यूटरों से माइक्रोसॉफ्ट में उपलब्ध इकलौते गेम मिनिस्वीपर को हटवा दिया था जिससे लोग अपने काम पर ध्यान दे सकें। बिल गेट्स की सादगी का एक और उदाहरण से पता चलता है। उनका नियम था कि माइक्रोसॉफ्ट का हर कर्मचारी ऑफिशियल दौरों पर इकॉनिमी क्लास से ट्रैवल करेगा। इस नियम का पालन करने वालों में वे खुद भी शामिल थे।
वाशिंगटन झील के पास मौजूद बिल गेट्स के घर का नाम शानाडू है। बिल गेट्स के घर में स्विमिंग पूल, 7 बेडरूम, 24 बाथरूम, 6 किचन, 2,500 स्क्वायर फीट में जिम और 2,300 स्क्वायर फीट का रिसेप्शन हॉल है। गेट्स के घर की खासियत यह है कि किसी भी वक्त परिवार के सदस्य या अन्यों लोगों के कदमों के दबाव पड़ने से पता लग जाता हैं कि घर में कौन मौजूद है। घर की लाइट्स अपने आप ही जलने और बुझने लगती हैं। घर में लगे स्पीकरों में चलने वाला म्यूजिक घर में मौजूद व्यक्ति को एक कमरे से दूसरे कमरे तक पीछा करता है। घर को देखने आने वाले लोगों को घर में अंदर प्रवेश करने से पहले एक माइक्रोचिप दी जाती है. यह चिप पूरे घर में सिग्नल भेजती है।
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