अमर सेवा। सचखंडवासी विजय इन्सां की अर्थी को उनकी बेटियों ने कंधा दिया

विजय इन्सां की पार्थिव देह मेडिकल रिसर्च के लिए दान

हनुमानगढ़। (सच कहूँ/हरदीप इन्सां) धन्य होते हैं ऐसे लोग जो जीते जी तो समाज सेवा करते ही हैं, पर इस जहां से विदा होते हुए भी इंसानियत की ऐसी अनूठी मिसाल पेश कर दुनिया के लिए प्रेरणा स्रोत बन जाते हैं। इसी क्रम में पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन प्रेरणा पर चलते हुए हनुमानगढ़ ब्लॉक के हनुमानगढ़ टाउन शहर निवासी सचखंडवासी विजय इन्सां पुत्र राजकुमार का पार्थिव शरीर उनके परिजनों ने संतोष मेडिकल रिसर्च सेंटर गाजियाबाद को दान किया। सचखंडवासी विजय इन्सां की अर्थी को उनकी बेटियों ने कंधा दिया।

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हर किसी के मुख पर मानवता के सच्चे प्रहरी का नाम था और ‘विजय इन्सां अमर रहे..अमर रहे..’ के नारे गूंज रहे थे और हर किसी का अपने आप सलामी के लिए हाथ उठ रहा था। सचखंडवासी विजय इन्सां के परिजनों ने सच कहूँ से बातचीत करते हुए बताया कि उनके परिवार के सदस्य विजय इन्सां ने हमें हमेशा अच्छे कार्य करने के लिए प्रेरित किया। आज उन्होंने शरीर दान करके पूरे समाज में मानवता भलाई की अलख जगाई है। उनसे प्रेरित होकर हमने भी मरणोपरांत शरीर दान करने का प्रण लिया है।

 

‘डेरा सच्चा सौदा की अमर सेवा मुहिम सराहनीय’

संतोष मेडिकल रिसर्च सेंटर गाजियाबाद के प्रतिनिधियों ने बताया कि डेरा सच्चा सौदा की ओर से पहले भी हमारे यहां शरीर दान कर डेड बॉडी भेजी गई है। एक डॉक्टर बनने के लिए मेडिकल रिसर्च के लिए बॉडी का होना बहुत जरूरी है और हमें मृतदेह की बहुत शॉर्टेज रहती है। उन्होंने कहा कि डेरा सच्चा सौदा की ओर से चलाई गई अमर सेवा मुहिम वाक्य में काबिले तारीफ है। इस मौके पर ब्लॉक भंगीदास गिरधारी इन्सां, शहर भंगीदास संतोख इन्सां, 15 मेंबर श्यामलाल इन्सां, सुनील इन्सां, गौरव छाबड़ा इन्सां, 45 मेंबर मीनाक्षी इन्सां, नीलम इन्सां, रानी इन्सां, सुजान बहन दर्शना इन्सां, अर्चना इन्सां, सुभाष इन्सां सहित सभी समितियों के सेवादार और साध संगत मौजूद रही।

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