उचाना में साबुन फैक्ट्री पर सीएम फ्लाइंग की छापेमारी

मालिक ने नहीं ली थी पॉल्यूशन विभाग से एनओसी, नोटिस जारी

जींद (सच कहूँ न्यूज)। उचाना के गांव पालवां में सीएम फ्लाइंग ने साबुन फैक्टरी पर छापेमारी की। जांच के दौरान फैक्टरी संचालक के पास लाइसेंस तो मिला, लेकिन साबुन बनाने के लिए फैक्टरी में भट्ठियों का प्रयोग किया जा रहा था। इसके लिए फैक्टरी मालिक ने पॉल्यूशन विभाग से किसी तरह की कोई एनओसी नहीं ली गई थी। जिस पर मौके पर मौजूद रहे पॉल्यूशन विभाग के अधिकारियों ने फैक्टरी मालिक को नोटिस जारी कर दिया। अब पॉल्यूशन विभाग ही इस मामले में आगामी कार्रवाई अमल में लाएगा। सीएम फ्लाइंग को सूचना मिली थी कि गांव पालवां के निकट मैसर्ज विवान सॉप फैक्टरी में साबुन निर्माण किया जा रहा है। इसमें भट्ठियों का प्रयोग किया जाता है।

जिससे पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है। जिस पर सीएम फ्लाइंग के इंचार्ज रविंद्र के नेतृत्व में सब इंस्पेक्टर पवन, पॉल्यूशन विभाग के अधिकारी विपिन कुमार मौके पर पहुंचे। यहां जांच करने पर फैक्टरी संचालक सुरेश ने फैक्टरी से संबंधित कागजात तो दिखा दिए, लेकिन पॉल्यूशन विभाग से अनुमति नहीं ली गई थी। जिसके बाद मौके पर मौजूद पॉल्यूशन विभाग ने फैक्टरी मालिक को नोटिस जारी कर दिया है।

कैथल में दूध से बने पदार्थों के भरे सैंपल

(कैथल) बुधवार को विजिलेंस और फूड सेफ्टी अधिकारियों की जॉइंट टीम ने दूध, दही और पनीर में मिलावट की सूचना मिलने पर कैथल के प्रताप गेट स्थित मदान डायरी पर छापेमारी की। टीम ने मदान डायरी से दूध से बने पदार्थों के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे हैं। सीएम फ्लाइंग टीम के इंस्पेक्टर राजदीप सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी की कैथल के प्रतापगढ़ के पास पाडला रोड पर स्थित मदान डायरी में दूध से बने कई पदार्थ बनाए जाते हैं। जिनकी गुणवत्ता की जांच कराए जाने की आवश्यकता है।

ताकि लोगों को शुद्ध और अच्छी क्वालिटी मिल्क के प्रोडक्ट मिल सके। जिसके बाद उन्होंने फूड सेफ्टी आॅफिसर के साथ एक जॉइंट रेड की। इस दौरान दूध से बने अलग-अलग प्रोडक्टों के सैंपल लिए गए। जैसे ही सैंपलों की जांच आ जाएगी उसी के अनुसार आगामी कार्रवाई की जाएगी।

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