हिन्दुत्व के मुद्दे पर कांग्रेस भी नहीं हो पा रही अलग

Hindutva

भाजपा सत्ता विरोधी लहर को कम करने के लिए हिन्दुत्व (Hindutva) का सहारा ले रही है

जयपुर (एजेंसी)। राजस्थान विधानसभा चुनाव में सत्तारुढ भाजपा सत्ता विरोधी लहर को कम करने के लिए हिन्दुत्व (Hindutva) का सहारा ले रही है जिसमें कांग्रेस भी फंसती नजर आ रही हैं।

चुनाव की रणभैरी बजने से पहले भाजपा की स्थिति को काफी कमजोर माना जा रहा था लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सभाएं तथा हिन्दुत्व के मुद्दे उठने से माहौल में काफी फर्क नजर आ रहा है। भाजपा नेता कांग्रेस के नेताओं की चूक और बयानबाजी को हाथोहाथ लेकर मुद्दा बना रहे हैं।

टिकट वितरण में ही दोनों पार्टियों में बुनियादी फर्क नजर आ गया था जहां कांग्रेस ने पन्द्रह मुस्लिम उम्मीदवार उतारे वहीं भाजपा ने सिर्फ एक मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट दिया। इसी तरह कई मुस्लिम उम्मीदवारों के सामने धार्मिक संतों को उतारकर भाजपा ने सीधी अपनी अलग रेखा बना दी।

इसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सभाओं में राममंदिर और राष्ट्रवाद की दलीलों ने हिन्दुत्व के माहौल को और गर्माया। भाजपा ने चुनाव घोषणा पत्र में भी मुसलमानों के साथ कोई वायदा नहीं कर फिर अपना अलग चेहरा दिखा दिया। बेरोजगारी, किसानों के मुद्दे, कानून व्यवस्था तथा आर्थिक स्थिति के मुद्दे पर्दे के पीछे आ गये तथा गौत्र, जाति और धर्म के मुद्दों पर न केवल चुनाव सभाओं में बल्कि चैनलों पर बहस में छा रहे हैं।

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