विकलांग संघर्ष समिति प्रदेशाध्यक्ष ने जिला कलक्टर से की मुलाकात
International Disability Day: हनुमानगढ़। विकलांग संघर्ष समिति के प्रदेशाध्यक्ष कानाराम जिनागल ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के मौके पर जंक्शन स्थित शहीद भगतसिंह चौक के नजदीक आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में पहुंचे जिला कलक्टर डॉ. खुशाल यादव से मुलाकात की। जिनागल ने जिला कलक्ट्रेट में रैम्प बनवाने की मांग जिला कलक्टर के समक्ष रखी ताकि दिव्यांगजन अपनी समस्या उनके चैम्बर तक लेकर पहुंच सकें। Hanumangarh News
विकलांग संघर्ष समिति के प्रदेशाध्यक्ष कानाराम जिनागल ने बताया कि कहने को आज पूरे विश्व में अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस मनाया जा रहा है। लेकिन उनका मानना है कि दिव्यांगों के लिए आज तक धरातल पर कुछ नहीं हुआ। 1992 में संयुक्त राष्ट्र संघ ने इस दिवस को मनाने की घोषणा की थी। यह दिवस इसलिए मनाया जाता है ताकि उन्हें समान अवसर और अधिकार मिलें। लेकिन आज भी दिव्यांगों को न तो समान अवसर मिला है और न ही अधिकार। 2016 एक्ट के तहत दिव्यांगों को जो सुविधाएं मिलनी थीं, वह नहीं मिल रहीं। यह बड़े दुख और शर्म की बात है। आज दिव्यांगजन दिवस मनाकर सिर्फ खानापूर्ति कर ली जाती है।
दिव्यांगों के अधिकारों को अगर सही तरीके से धरातल पर लागू किया जाए तो दिव्यांगों को अपना जीवन जीने में किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं आएगी। तभी सही मायनों में दिव्यांगजन दिवस मनाना सार्थक होगा। जिनागल ने कहा कि आज दिव्यांगों को समान अधिकार-अवसर प्राप्त नहीं हैं। क्योंकि कहीं भी बाधारहित वातावरण नहीं है। जिला मुख्यालय की ही बात करें तो कोई दिव्यांग दूसरी मंजिल पर स्थित जिला कलक्टर के चैम्बर तक नहीं पहुंच सकता। क्योंकि रैम्प की सुविधा नहीं है। यही समस्या पुलिस अधीक्षक से मिलने में पैदा होती है। अधिकारियों को कई बार लिखित में अवगत करवाया गया लेकिन समस्या जस की तस है। विकलांगों के नाम पर सिर्फ थोथी घोषणाएं हो रही हैं। उन्हें अमलीजामा नहीं पहनाया जाता। उन्होंने सरकार से कहा कि या तो दिव्यांगजन दिवस के नाम पर ढिंढोरा पीटना बंद किया जाए या फिर दिव्यांगजन को उनका हक-अधिकार दिलवाया जाए। Hanumangarh News















