पुतिन ने कैसे छुड़ाए बाइडेन के पसीने?

पुतिन की धमकी को हल्के में न लें: ईयू

लंदन (एजेंसी)। यूरोपियन यूनियन के विदेश नीति प्रमुख जोसेप बोरेल ने कहा है कि यूक्रेन- रूस युद्ध अब एक खतरनाक मोड़ पर पहुंच गया है। इस युद्ध में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को लेकर रूसी राष्ट्रपति बलदिमिर पुतिन की धमकी को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। बीबीसी ने यह जानकारी दी। बोरेल ने कहा, ‘निश्चित रूप से यह एक खतरनाक क्षण है क्योंकि रूसी सेना को यूक्रेनी सेना ने पीछे धकेल दिया है और ऐसे में रूसी राष्ट्रपति की परमाणु हथियारों के इस्तेमाल को लेकर धमकी दी गयी है, जो बहुत बुरा है ईयू के अधिकारी के हवाले से बीबीसी ने बताया कि युद्धक्षेत्र में पुतिन को जबरदस्त झटका लगा है। बोरेल ने कहा कि देश के नाम एक दुर्लभ संदेश में इसी सप्ताह रूसी राष्ट्रपति ने कहा ‘ उनके देश के पास विनाश के विभिन्न हथियार हैं और हम सभी उपस्थित विकल्पों का इस्तेमाल करेंगे। मैं मजाक नहीं कर रहा हूं। बोरेल ने कहा, ‘जब लोग यह कहते हैं कि यह मजाक नहीं है तो आपको उन्हें गंभीरता से लेना होगा। ईयू के विदेश नीति प्रमुख ने कहा कि इसी भाषण में पुतिन ने तीन लाख सैनिकों की तैनाती को लेकर दिये आदेश के बाद देश में विरोध और लोगों के देश छोड़कर भागने की रिपोर्टें लगातार आ ही है। रूस के राष्ट्रपति के ऐलान के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भी चिंतित दिख रहे हैं।

यह भी पढ़ें:– अंकिता हत्या पर मंत्री के बेटे पर फूटा लोगों का गुस्सा, फैक्ट्री में लगाई आग, भाजपा ने पार्टी से निकाला

हमें यूक्रेन को समर्थन जारी रखना होगा

बोरेल ने इस चिंता को भी सिरे से नकार दिया कि यूरोपीय संघ की हथियारों की आपूर्ति कम हो रही है साथ ही उन्होंने कहा कि यूक्रेन को सैन्य सहयोग जारी रहेगा । उन्होंने यह भी साफ किया कि ईयू रूस के खिलाफ प्रतिबंध लगाता रहेगा। बोरेल ने इस मामले में किसी समाधान तक पहुंचने के लिए पुतिन की ओर से पहल किये जाने का चिक्र करते हुए कहा ‘ टैंगो डांस के लिए दो का होना जरूरी है। अभी तक इस मामले में जो भी बातचीत के लिए रूस गया उसे एक ही जवाब मिला ‘मेरे (पुतिन) कुछ सैन्य उद्देश्य हैं और अगर ये पूरे नहीं होते हैं तो मैं यह युद्ध जारी रखूंगा। यह, निश्चित रूप से एक चिंताजनक दिशा है लेकिन हमें यूक्रेन को समर्थन जारी रखना होगा।

युद्ध बंद होना चाहिए : शेख हसीना

बंगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने संकट और विवादों के समाधान के लिए बातचीत को अत्यधिक महत्व दिया है और विश्व समुदाय से शांतिपूर्ण विश्व के निर्माण के लिए हथियारों की होड़, युद्ध तथा प्रतिबंधों को रोकने का आग्रह किया है। सुश्री हसीना ने शुक्रवार को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के 77 वें सत्र को संबोधित करते हुए कहा,‘मैं विश्व समुदाय से अंतरात्मा से आग्रह करती हूं कि हथियारों की होड़, युद्ध और प्रतिबंधों पर रोक लगनी चाहिए, बच्चों के लिए भोजन और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए तथा शांति स्थापित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘हमारा मानना ??है कि युद्ध या आर्थिक प्रतिबंध तथा पाबंदी के उकसावे में प्रतिबंध जैसे विरोध कभी भी किसी भी राष्ट्र के लिए अच्छा नहीं हो सकते। उन्होंने कहा,‘हम मानते हैं कि संघर्ष के मूल कारणों का समाधान किए बिना, हम शांति बनाए नहीं रख सकते।

पुतिन के एक फैसले से रूस में कोहराम, सड़कों पर उतरी जनता

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के यूक्रेन में लड़ने के लिए रूस से सैनिकों की आंशिक लामबंदी की घोषणा किये जाने के बाद से घबराये नागरिकों के देश छोड़कर जाने की होड़ सी लग गयी है। मीडिया की रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी। दूसरी ओर क्रेमिलन ने उम्रदराज लोगों के लड़ाई में भेजे जाने के डर से देश छोड़कर भागने की रिपोर्टों को अतिश्योक्तिपूर्ण बताया है, लेकिन जॉर्जिया की सीमा पर वाहनों की लंबी कतारें देखी जा सकती हैं जिसमें जंग से बचकर भागने की कोशिश कर रहे लोग शामिल हैं।

कुछ लोग तो सीमा पर वाहनों की लंबी कतारों से बचने और पैदल ही सीमा पार करने पर लगी पाबंदी को देखते हुए साइकिलों पर ही सवार होकर सीमा पार करने की कोशिश में लगे हैं। ऐसे ही एक व्यक्ति ने बीबीसी को नाम का खुलासा नहीं करने की शर्त पर बताया कि वह गुरूवार सुबह नौ बजे से सीमा पार करने के इंतजार में था और देर रात वह सीमा पार करने में कामयाब भी रहा। एक अन्य व्यक्ति ने भी बताया कि उसने सीमा पार करने के लिए 12 घंटे का इंतजार किया । इन लोगों ने बताया कि वे यूक्रेन में लड़ाई के लिए सैनिकों की लामबंदी करने के रूसी सरकार के फैसले के बाद देश छोड़ रहे हैं। वह अपनी पढाई पूरी करने के लिए देश छोड़कर जा रहे हैं। रूस के पड़ोसी देशों में से जॉर्जिया ऐसे चुनींदा देशों में शामिल है जहां जाने के लिए रूसी नागरिकों को वीजा की जरूरत नहीं है। फिनलैंड के साथ रूस 1300 किलोमीटर लंबी सीमा सांझा करता है, लेकिन यहां जाने के लिए रूसी नागरिकों को वीजा की दरकार है। फिनलैंड ने भी बताया कि रात में यातायात काफी बढ़ गया, लेकिन यह नियंत्रित किये जा सकने की स्थिति में है।

अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और TwitterInstagramLinkedIn , YouTube  पर फॉलो करें।