चिंताजनक: द्रव्यवती नदी परियोजना का काम तीन वर्ष बाद भी अधूरा

मच्छर-गंदे पानी की बदबू से जयपुरवासी परेशान

जयपुर (सच कहूँ न्यूज)। राजस्थान में जयपुर शहर की द्रव्यवती नदी परियोजना का कार्य कांग्रेस सरकार के तीन वर्ष बाद भी पूरा नहीं हुआ है। द्रव्यवती नदी में मच्छर-गंदे पानी की बदबू से शहरवासी परेशान है। प्रदेश में तीन वर्ष पूर्व कांग्रेस की सरकार बनने पर स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल के निर्देश पर एक बार फिर से जयपुर विकास प्राधिकरण ने द्रव्यवती नदी के लिए शीघ्र ही कार्ययोजना बनाई थी। इसके बावजूद भी परियोजना का काम आज भी अधूरा है। जयपुर विकास प्राधिकरण परियोजना का काम अब जनवरी तक पूरा करने का समय बढ़ा दिया है।विभाग के प्रमुख शासन सचिव कुंजीलाल मीना ने कई बार बैठक बुलाई है। इसमें सभी विभागों के कार्यों का रिव्यू कर खामियां दूर करने की कार्ययोजना बनाई गई। लेकिन गंदे पानी को रोकने के लिए दहलावास ट्रीटमेंट प्लांट अपग्रेडेशन का काम आज भी अधूरा है।

क्या है मामला

गौरतलब है कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में 10 अप्रैल 2016 को परियोजना का काम शुरू हुआ था। 1676 करोड़ रुपए लागत के इस काम की जिम्मेदारी टाटा प्रोजेक्ट लिमिटेड एवं शंघाई अरबन कंस्ट्रक्शन ग्रुप के कंसोर्टियम को दी गई। परियोजना के तहत नाहरगढ़ की पहाड़ियों के आगे से ढूंढ नदी तक 47 किमी में बहने वाली द्रव्यवती नदी का कायाकल्प किया जाना था। नदी का बहाव क्षेत्र संरक्षित करना और इसमें स्वच्छ पानी का बहाव सुनिश्चित करना था। परियोजना का काम 10 अक्टूबर 2018 तक पूरा किया जाना था, लेकिन अब तक न तो पूरी लंबाई में बहाव क्षेत्र संरक्षित हो पाया है और न ही नदी में साफ पानी बह रहा है। इसके अलावा नदी के किनारे बना साइकिलिंग का प्रोजेक्ट भी आज भी अधूरा है।

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