पटियाला (सच कहूँ/खुशवीर तूर)। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने किसान संगठनों से कहा है कि वे पंजाब से धरने हटाएं और दिल्ली जाकर केंद्र सरकार के खिलाफ रोष प्रकट करें। उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन से पंजाब को बहुत नुक्सान हो रहा है, क्योंकि प्राईवेट थर्मलों को जाती ट्रेनें रोकन से पंजाब में बिजली की समस्या उत्पन्न हो जाएगी और अब पंजाब में बिजली कभी भी गुल हो सकती है। उन्होंने कहा कि किसान दिल्ली जाकर अपना रोष प्रकट करें। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य के पास केवल एक दिन का कोयले का स्टाक और केवल 10 प्रतिशत यूरिया बचा है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय ग्रिड से बिजली खरीदने का विकल्प राज्य के पास नहीं है क्योंकि राज्य के पास पैसा नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के मंत्री किसान संगठनों के साथ बातचीत कर रहे हैं ताकि समस्या का समाधान निकाला जा सके। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार किसानों के साथ खड़ी है और वह केंद्र के कानूनों के खिलाफ लड़ाई लड़ते रहेंगे। दूसरे राज्यों में कृषि कानूनों संंबंधी प्रस्तावों की स्थिति संबंधी पूछे गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि देश में 11 राज्यों में गैर-भाजपा की सरकारें हैं और 4 राज्यों में कांग्रेस सत्ता में है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार वाले राज्यों में केंद्रीय कानूनों के खिलाफ प्रस्ताव जल्द पेश किए जाएंगे और उम्मीद है कि बाकी गैर-भाजपा वाले राज्य जैसे कि पश्चिमी बंगाल द्वारा भी ऐसी कार्रवाई की जाएगी।
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