जोधपुर में रिश्वत के पैसे नहीं होने पर किसानों ने रखे अपने 9 बच्चे गिरवी

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जोधपुर में किसानों ने रखे अपने 9 बच्चे गिरवी

  • तहसीलदार के 2 लाख रिश्वत मांगने पर तहसीलदार के पास छोड़े बच्चे

जोधपुर (सच कहूँ न्यूज)। जिले की फलोदी तहसील के तहसीलदार से परेशान किसानों ने अपने बच्चों को तहसील में गिरवी रख दिया। (Jodhpur News) पीड़ित परिवार खातेदारी के मामले में तहसीलदार पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाते हुए अपने 9 बच्चों को तहसील में ही छोड़ गया।

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प्राप्त जानकारी के अनुसार फलोदी तहसील कार्यालय में बुधवार दोपहर दो बजे ढढू गांव के 13 किसान अपने नौ बच्चों के साथ पहुंचे थे। इनका आरोप था कि जमीन बंटवारे के बाद उन्हें मालिकाना हक मिलना था, जिसके एवज में तहसीलदार 2-2 लाख रुपए रिश्वत मांग रहा है। पैसों का इंतजाम नहीं होने पर वे बच्चों को बतौर गिरवी वहीं छोड़कर जा रहे हैं।

देर शाम प्रशासन ने ली बच्चों की सुध

पहले तो तहसील में मौजूद कर्मचारी इस मामले में गंभीर नहीं थे लेकिन शाम होने लगी, वैसे-वैसे प्रशासन में हड़कंप मच गया। बच्चे अकेले हाथों में नारे लिखे कागज के साथ वहीं बैठे रहे। इधर, जैसे ही अधिकारियों को इसकी खबर मिली वे मौके पर पहुंचे। एसडीएम अर्चना व्यास ने तहसीलदार आॅफिस के सामने बैठे बच्चों से बातचीत की, लेकिन बच्चे उठने को तैयार नहीं हुए। (Jodhpur News) एसडीएम ने बच्चों को वहां से ले जाने के लिए पुलिस बुलाई। रात करीब 8.30 बजे ढढू सरपंच प्रतिनिधि प्रभुराम विश्नोई फलोदी तहसील कार्यालय बच्चों के पास पहुंचे।

उसी दौरान रात करीब 9 बजे एसडीएम अर्चना व्यास के आॅफिस में ढढू सरपंच प्रतिनिधि की उपस्थिति में परिजनों और प्रशासन के बीच बातचीत शुरू हुई। इसके बाद बच्चों को उनके घर पहुंचाया गया। वहीं, परिजनों के खिलाफ प्रशासन ने जेजे एक्ट में मुकदमा दर्ज कराया है।

मामला क्या है?

फलोदी कस्बे के ढढू गांव में 13 लोगों और एक अन्य की जमीन का बंटवारा करवाने के मामले में सभी के हिस्से की जमीन को चिह्नित कर उनके डॉक्युमेंट बनवाए जाने थे, लेकिन 2 मई को उनमें से एक शख्स के डॉक्युमेंट तैयार कर दिए गए। ऐसे में जमीन के बाकी 13 खातेदारों ने आरोप लगाए कि तहसीलदार ने उनका काम करवाने के लिए 2 लाख रुपए की रिश्वत मांगी है। परिजनों का कहना था कि प्राथमिक रिपोर्ट को लेकर प्रशासन हमें एक लिखित में मौका रिपोर्ट बनाकर दें तो हम सहमत होंगे। ऐसे में एसडीएम की मौजूदगी में तहसीलदार, पटवारी हल्का ढढू और कई प्रसाशनिक अधिकारियों के सामने लिखित में रिपोर्ट बनाकर परिजनों को दिया गया, जिसके के बाद परिजन सहमत हुए और रात साढ़े दस बजे पुलिस ने बच्चों उनके घर ढढू पहुंचाया गया।

आरोप बेबुनियाद एवं झूठे: तहसीलदार | (Jodhpur News)

तहसीलदार हुक्मीचंद ने अपनी सफाई देते हुए बताया कि किसानों के सभी आरोप बेबुनियाद एवं झूठे हैं। हुक्मीचंद का कहना है कि कोर्ट के आदेश के बाद हम मंगलवार को मौके पर टीम के साथ जमीन की प्राथमिक डिग्री (पीडी) करने गए थे, लेकिन पीडी कार्रवाई के दौरान इन किसानों ने नारेबाजी की और काम में बाधा डाली। इस वजह से पीडी कार्रवाई नहीं की गई। इसके अगले दिन ही ये किसान तहसील कार्यालय में अपनों बच्चों को छोड़ गए। दूसरी ओर, उपखंड अधिकारी (एसडीएम) अर्चना व्यास के आदेश पर गुरुवार सुबह फलोदी थाने में परिजनों के खिलाफ जेजे एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।