बाल कहानी: नाच न जाने आंगन टेढ़ा |
प्राँजली की आदत थी कि वह छोटी से छोटी बात को बहुत बढ़ा-चढ़ाकर बोलती थी। क्लास में कोई भी ऐसा बच्चा नहीं था, जिसका वह मज़ाक नहीं उड़ाती थी। कई बार तो उसके दोस्त नाराज हो जाते थे और कई बार हँसकर टाल देते थे। पर ज्यादा समय तक कोई भी उससे गुस्सा रह भी नहीं प...
सोने का खेत : अकबर और बीरबल की कहानी
अकबर के महल में कई कीमती सजावट की वस्तुएं थीं, लेकिन एक गुलदस्ते से अकबर को खास लगाव था। इस गुलदस्ते को अकबर हमेशा अपनी पलंग के पास रखवाते थे। एक दिन अचानक महाराज अकबर का कमरा साफ करते हुए उनके सेवक से वह गुलदस्ता टूट गया। सेवक ने घबराकर उस गुलदस्ते ...
नानाजी का उपहार
सुबह की गाड़ी से जौनी के नानाजी आने वाले थे। जौनी अपने पापा के साथ नानाजी को लेने स्टेशन गया। गाड़ी ठीक समय पर आ पहुंची। जौनी और उस के पापा, नानाजी को ढूंढने लगे। तभी जौनी को दूर फर्स्ट क्लास के डिब्बे के दरवाजे पर नानाजी खड़े दिखाई दिए। नानाजी, नानाजी,...
बचपन
मैं बचपन को बुला रही थी
बोल उठी बिटिया मेरी,
नंदन-वन सी फल उठी वह
छोटी-सी कुटिया मेरी।
‘माँ ओ’ कहकर बुला रही थी
मिट्टी खाकर आई थी,
कुछ मुँह में, कुछ लिए हाथ में
मुझे खिलाने लाई थी।
मैंने पूछा-यह क्या लाई?
बोल उठी वह-‘माँ काओ’,
फूल-फूल मैं उ...
बच्चे को सिखाएं शेयर करना
कुछ बच्चों में देने की आदत जन्मजात होती है। उन्हें इसे सिखाना नंहीं पड़ता, लेकिन कुछ बेहद खुदगर्ज प्रवृत्ति लिए पैदा होते हैं। वे अपनी चीज किसी के द्वारा छू भर देने से हंगामा मचा देते हैं। जमीन में पसर जाते हैं। गला फाड़कर चिल्लाने, हाथ-पैर पटकने लगते ...
लालच का नतीजा
हे भगवान, इस वन में अकाल पड़े, सूखा पड़े और बाढ़ आए ताकि वन के जानवर तबाह और बरबाद हो जाएं,' सुंदर वन का महाराज खैरातीलाल सियार रोज भगवान की मूर्ति के आगे हाथ जोड़कर यही प्रार्थना करता था। एक दिन जब वह यही प्रार्थना कर रहा था तो उसकी पत्नी बोली, तुम क्यो...
बीरबल की बुद्धिमत्ता
महान मुगल सम्राट अकबर के दरबार में बीरबल उनके नौ रत्नों में से एक थे। वे अपनी हाजिर जवाबी के लिये प्रसिद्ध थे। बातों-बातों में वे अपनी तीव्र बुद्धि और सूझबूझ से समस्या का समाधान कर देते थे। बादशाह को बीरबल की बुद्धिमता पर गर्व था। अकबर बादशाह हास्य व...
बच्चों के लिए बेहतरीन मेमोरी गेम्स
छोटे बच्चे हमेशा मस्ती और एन्जॉय करना चाहते हैं। 6 से 14 साल की उम्र में बच्चों का मस्तिष्क नई भावनाओं को सीखने, अनुभवों को याद रखने और नए तरीके बनाने के लिए ज्यादा काम करता है। बच्चों के लिए कुछ भी सीखने का यह बिलकुल सही समय है। मेमोरी गेम्स की मदद ...
जैसा संग वैसा रंग
एक बाजार में एक तोता बेचने वाला आया। उसके पास दो पिजरें थे। दोनों में एक-एक तोता था। उसने एक तोते का मूल्य रखा था पाँच सौ रुपये और एक का रखा था पाँच आने। वह कहता था कि कोई पहले पाँच आने वाले को लेना चाहे तो ले जाए, लेकिन कोई पहले पाँच सौ रुपये वाले क...
सावधान! ‘स्मार्टफोन’आपके बच्चों का बन रहा है दुश्मन, जानें, पूज्य गुरु जी ने क्या किए हैं वचन
विडियो गेम के चक्रव्यू में फंसे आपके लाडले
सरसा (सच कहूँ डेस्क)। छोटे बच्चों के हाथों में स्मार्टफोन थमाना इन दिनों आम बात हो गई है। बच्चों की जरा-सी शैतानी और रोने पर अभिभावक उनके हाथ में मोबाइल थमा देते हैं। गेम लगाकर या फिर यूट्यूब पर वीडियो चलाक...
ऐसे बनाये वेस्ट मटीरियल से काम की चीजें
अपने अंदर के कलाकार को जगाएं और वेस्ट सामग्रियों का उपयोग करके इन क्राफ्ट आइडियाज को आजमाएं।
काम की कीमत
यह कहानी एक राजा की है, जिनका नाम था राणा उदय सिंह। राजा अपनी प्रजा से बहुत प्यार करते थे और वह उनका ख्याल भी रखते थे। वह अपने गांव के लोगों के बारे में जानने के लिए हमेशा उत्सुक रहते थे। एक दिन राजा अपने कुछ दरबारियों को बुलाकर उनसे कहते हैं ‘जाओ और...
बच्चों के लिए खतरनाक है बड़े व डरावने दिखने वाले खिलौने
जितने बार पजल गलत होता है, उतने बार टॉकिंग पज्लर से काफी लाउड आवाज निकलती है, इसके चलते बच्चे भी काफी लाउड बात करने लगते हैं।
काला रंग
फिर क्या हुआ मैं काला हूं?
बाकी रंगों से खुशनसीब वाला हूं!
काले रंग के बोर्ड पर सफेद अक्षर को बिखेरने वाला हूं,
कल तुम्हारा भविष्य में ही निहारने वाला हूं!
फिर क्या हुआ मैं काला हूं बाकी रंगों से अधिक खुश नसीब वाला हूं!
तुम्हारी फसलों को मैं बचा...
Chanda aur Suraj : चंदा और सूरज
सू रज बहुत सुन्दर लड़का था और चंदा एक सुन्दर लड़की। दोनों को एक दूसरे से प्रेम हो गया सो उन्होंने विवाह कर लिया। उनके एक लड़की हुई जो मां की तरह सुन्दर पिताजी की तरह हंसमुख थी। दोनों उसे अत्यधिक प्यार करते। उन्होंने उसका नाम पृथ्वी रखा। सारे तारे पृथ्वी...