इस साल गुरुग्राम के लिए खास रही गुरूजी की 21 दिन की रूहानी यात्रा

21 दिन के प्रवास पर आकर संगत में किया नए जोश का संचार

  • भले ही दीदार ना हुए हों पर संगत के करीब रहे गुरूजी
  • 21 प्रवास की खुशी में गुरुग्राम में रविवार 6 मार्च 2022 को हुआ था 33वां सफाई महाअभियान

गुरुग्राम(संजय कुमार मेहरा)। डेरा सच्चा सौदा की संगत के लिए साल 2022 खास रहा। विशेषकर गुरुग्राम के लिए। इस साल फरवरी महीने में पूज्य गुरूजी संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां यहां 21 दिन के रूहानी यात्रा पर पहुंचे। भले ही इस समय अंतराल में संगत पूज्य गुरूजी से रूबरू ना हो पाई हो, लेकिन गुरुग्राम में उनका प्रवास ही रूबरू होने से कहीं अधिक महत्वपूर्ण रहा। अहसास-ए-सतगुरू में संंगत ने खूब खुशियां मनाई।

पूज्य गुरूजी के यहां से जाने के बाद संगत ने खुशी को समाजसेवा के रूप में सेलिब्रेट करने का काम किया। डेरा सच्चा सौदा प्रबंधन की ओर से पूज्य गुरूजी के गुरुग्राम में प्रवास की खुशी में सफाई महाअभियान का निर्णय लिया गया। इस निर्णय से गुरुग्राम ही नहीं, बल्कि पूरे हरियाणा समेत साथ लगते राज्यों में भी खुशी का माहौल रहा। सफाई अभियान की सूचना के साथ ही हर राज्य में तैयारियां शुरू हो गई। उधर, प्रबंधन की ओर से राज्यवार ड्यूटियां तय कर दी गई।

गुरुग्राम के चारों ओर से आने वाली संगत को सफाई के स्थान निर्धारित कर दिए गए। संगत के लिए यह सफाई महा अभियान गुरूजी को सजदा करने के बराबर था। चार लाख से अधिक सेवादारों ने मात्र 4 घंटे में ही गुरू की नगरी गुरुग्राम को चकाचक कर दिया था। सफाई महाअभियान के दौरान लंगर-भोजन, चिकित्सा सेवाएं भी दी गई। मेडिकल क्षेत्र से जुड़े सेवादार संगत में घूम-घूमकर दवाइयां बांटते नजर आए।

साउथ सिटी-2 नाम चर्चा घर से हुई थी शुरूआत

साउथ सिटी-2 स्थित नाम चर्चा घर से सफाई महाअभियान की जब गुरुग्राम की मेयर मधु आजाद और नगर निगम गुरुग्राम के संयुक्त आयुक्त विजयपाल ने नारा लगाने के साथ खुद झाड़ू लगाकर शुरूआत की तो एक साथ लाखों हाथ गुरुग्राम की गंदगी साफ करने में जुट गए। क्या अनपढ़, क्या पढ़े-लिखे, सभी के हाथों में झाडू, कस्सी, तसले, पल्ली और तमाम तरह का सफाई करने का सामान नजर आ रहा था। नाली-नालियों में उतरकर वहां से गंदगी निकालते डेरा प्रेमियों की सेवा भावना का हर कोई कायल था।

संगत के लिए तो यह कोई नया काम नहीं था, लेकिन बहुत से लोग ऐसे थे जिन्हें इस तरह का सफाई अभियान पहली बार देखा था। जब बड़े घराने के महिलाएं, पुरुष झाड़ू और तसले लेकर महंगी गाड़ियों से उतरकर सड़कें साफ कर रहे थे तो उनकी यह सेवा भावना हर किसी को आश्चर्यचकित कर रही थी। ऐसे में उनके लिए यह हैरान कर देने वाले पल थे। कोई सेवादारों के बारे में जानकारी ले रहा था तो कोई गुरूजी को इस नेक कार्य के लिए धन्यवाद दे रहा था।

सफाई अभियान की कई दिन रही थी चर्चा

गुरुग्राम के हर आम और खास ने डेरा सच्चा सौदा की इस मुहिम की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। कई दिन तक यह सफाई अभियान यहां चचार्ओं में रहा। गुरुग्राम के सरकारी शिक्षण संस्थानों, मेडिकल परिसर समेत शहर की सड़कों, गलियों, नालियों, नालों, खुले मैदानों को मात्र छह घंटे में ही संगत ने चकाचक कर दिया था। जिसे देखकर यहां के विधायक, पार्षदों, महाविद्यालयों के प्राचार्यों, प्राध्यापकों, अस्पतालों के डॉक्टर्स, नर्सिंग आॅफिसर्स और अधिकारियों ने गुरुग्राम की जनता से इस सफाई को मेंटेन करने यानी इसी तरह की सफाई व्यवस्था बनाकर रखने का संदेश दिया था।

समाजसेवा का पर्यायवाची है डेरा सच्चा सौदा

यह बात प्रमाणित है कि डेरा सच्चा सौदा समाजसेवा का पर्यायवाची है। इंसानों, जीव-जंतुओं, प्रकृति, पर्यावरण के क्षेत्र में सेवा के कार्यों को डेरा के सेवादार लगातार करते रहते हैं। भूखों को अन्न, वंचितों को कपड़े, जूते, राशन, बीमारों को दवाइयां, लाचारों की संभाल-सेवा, रक्तदान, अंगदान, पौधारोपण, प्राकृतिक आपदाएं, घटना-दुर्घटना समेत ना जाने कितने ही समाजहित के कार्यों में डेरा सच्चा सौदा के सेवादारों की फौज आगे रहती है।

शाह सतनाम सिंह जी ग्रीन एस. वेलफेयर फोर्स विंग की डे्रस में सेवादारों में सेवा का जज्बा तो और भी खास रहता है। प्राकृतिक आपदाओं में राहत एवं बचाव के लिए विशेष प्रशिक्षण प्राप्त इन सेवादारों ने लगभग हर आपदा में अपनी सेवाएं दी हैं। ऐसे में शासन-प्रशासन की ओर से भी डेरा के इन सेवादारों को सदा उचित मान और सम्मान मिलता है।

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