अधिकारों की लड़ाई में उलझी दिल्ली
दिल्ली में आम आदमी पार्टी व उपराज्यपाल के बीच पिछले करीब 4 साल से चली अधिकारों की जंग को उच्चतम न्यायालय ने विराम दे दिया था। उच्चतम न्यायालय ने स्पष्ट किया कि दिल्ली की सरकार लोगों द्वारा चुनी गई सरकार है, जिसके अधिकारों पर राज्यपाल कुंडली मार नहीं ...
डेमोक्रेट्स का नहले पर देहला
अमेरिका में राष्टÑपति चुनावों से पहले डेमोक्रेटिक पार्टी ने राष्ट्रपति व रिपब्लिकन नेता डोनाल्ड ट्रंप के नहले पर दहला फैंक दिया है। डेमोक्रेट ने उप राष्टÑपति के चुनाव के लिए भारतीय मूल की अमेरिकी नेता कमला हैरिस को उम्मीदवार घोषित कर दिया है। अमेरिका...
प्रदूषण नियंत्रण हेतु सख्ती जायज
राष्ट्रीय हरियाली ट्रिब्यूनल ने देश की महत्वपूर्ण नदी गंगा के किनारों पर गंदगी फैलाने वालों से 50 हजार रुपए जुर्माने वसूलने की बात कही है। प्रदूषण रोकने के लिए नदियों की सफाई के लिए यह पहला व महत्वपूर्ण प्रयास है। यदि इसे इतनी ही वचनबद्धता से लागू कि...
Farmer killed in clash: किसानों और सरकार में टकराव कोई समाधान नहीं
Farmer killed in clash: पंजाब और हरियाणा के किसानों ने एक बार फिर अपनी मांगों को लेकर संघर्ष तीव्र कर दिया है। इसी बीच संगरूर जिले में एक किसान की मौत की भी दुखद खबर है। किसानों को चंडीगढ़ जाने से रोकने के लिए पुलिस ने किसान नेताओं की गिरफ्तारी के साथ...
निंदा, प्रचार व भीड़तंत्र बनकर रह गया लोकतंत्र
17 वीं लोकसभा के लिए मतदान के अंतिम पड़ाव के लिए चुनाव प्रचार बंद हो गया है। प्रतिदिन की रैलियों में होती भीड़, रोड शो, वर्कर बैठकें, हंगामा इस बात का सबूत है कि अभी तक लोकतंत्र भीड़तंत्र से अलग नहीं हो सका। लोकतंत्र में लोक शब्द लुप्त होता जा रहा है व ...
वित्तीय अनुशासनहीनता का अंत अच्छा नहीं होता
लंका में आर्थिक संकट की स्थिति कई वर्षों से बन रही थी, इसलिए महामारी या यूक्रेन युद्ध पर सारा दोष नहीं मढ़ा जा सकता है। ये दो बाहरी कारक हैं और निश्चित रूप से इनका असर भी रहा है, लेकिन ये सुविधाजनक राजनीतिक बहाने भी हैं। यह सही है कि महामारी के कारण प...
आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने की आवश्कता
यह दुरुस्त है कि केंद्र ने आटो-मोबाइल क्षेत्र में आर्थिक मंदी से उभरने के लिए कार्पोरेट टैक्स में कटौती की है
लेकिन बाजार में अपेक्षित तेजी नहीं दिख रही। सोने की कीमतों में उछाल निरंतर जारी है।
किसान का दर्द राष्ट्र का दर्द है, अनदेखी क्यों
अभी क्या हो जाएगा अगर सरकार कृषि बिलों को वापिस ले लेती है? किसान संगठनों से भविष्य की कृषि पर चर्चा कर सरकार नए बिल ले जाए जिनसे देश की अर्थव्यवस्था भी बढ़े, गांव व खेतों का भी नुक्सान न हो।
कड़ाके की सर्दी पड़ रही है, दिल्ली में पिछले 40 दिनों से किस...
बातचीत के लिए माहौल बनाए पाकिस्तान
जम्मू कश्मीर में धारा-370 हटने के बाद बौखलाए पाकिस्तान ने कई बेतुके निर्णय लिए। सबसे पहले पाकिस्तान ने भारतीय राजदूत को वापिस भेजने के लिए कहा और व्यापार पर रोक लगाई। अगले ही दिन समझौता ऐक्सप्रैस को बाघा बार्डर पर लावारिसों की तरह छोड़ दिया। पाकिस्तान...
बेतुकी बयानबाजी करने वालों को नहीं याद अहम मुद्दे
हमारा देश मुद्दों से अधिक राजनीति का देश है जहां हर पार्टी अपने आप को एक दूसरे से अधिक बेहतर दर्शाने की कोशिश करती है, जिस बात से वोट मिलती हो उस बात का मुद्दा बनाने पर कुछ भी समय नहीं लगाते। वोट बैंक के लिए छोटी सी बात को भी तूल देकर टकराव के हालात ...
नई शिक्षा नीति से कई अपेक्षाएं
केंद्र सरकार ने के कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता में नई शिक्षा नीति हेतु समिति का गठन किया था। उसने नवीन शिक्षा नीति का खाका बनाकर तैयार किया। अब सरकार ने नई शिक्षा नीति का मसौदा सार्वजनिक कर उस पर सुझाव आमंत्रित किए गए हैं। जुलाई के पहले सप्ताह तक यह शिक...
लॉकडाउन के बाद क्या होगा?
कभी किसी धार्मिक स्थान के लोग इसका कारण बनते हैं, कभी देश में ईधर से उधर हिल-जुलकर रहे प्रवासी मजदूर। अब तो अखबार बांटने वाले हॉकर एवं फूड सप्लाई ब्वॉय भी कोरोना को अंजाने में मदद कर रहे हैं। अत: कोरोना के विरुद्ध रैण्डम जांच व बड़े पैमाने पर जांच बेहद जरूरी हो गई है।
ठोस कार्रवाई की दरकार
पाकिस्तान सरकार ने आतंकवाद के मुद्दे पर पिछले हफ्ते कुछ कार्रवाईयों के जरिए विश्व जनमत का ध्यान खींचने की कोशिश की है। पिछले सोमवार को उसने आतंकवादियों के खिलाफ अभियान चलाने का ऐलान किया और गुरुवार तक प्रतिबंधित संगठनों द्वारा चलाए जा रहे 182 धार्मिक...
लाखों मजदूरों का एक राज्य से दूसरे में जाना जोखिम भरा
मजदूरों की वापिसी भी सरकारों के लिए बड़ी अग्नि परीक्षा ही है। लाखों मजदूरों को रवाना करने से पहले क्या इतनी बड़ी संख्या में उनके कोरोना टैस्ट संभव हो सकेंगे? रास्ते में कोरोना बचाव से पूरे नियमों की पालना हो सकेगी? ये कई सवाल हैं जिनके प्रति सतर्क रहने और जिम्मेदार होने की आवश्यकता है।
बॉलीवुड में भी हो डॉप टैस्ट
सुशांत राजपुत की मौत का मामला नेशनल टेलीविजन पर आज भी छाया हुआ है। नेपोटिज्म से लेकर ड्रग्स, पैसा, शौहरत न जाने क्या-क्या कारण सुशांत की मौत के पीछे बताए जा रहे हैं। मामले में काफी मोड़ आए, मुंबई पुलिस, बिहार पुलिस और आखिरकार अब देश की सबसे बड़ी जांच ए...