देश में विकास ही नहीं, सुरक्षा भी हो सुनिश्चित
महानगरों में आलीशान ईमारतों में विकास नजर आता है लेकिन जब इन्हीं इमारतों में मासूम बच्चे बेबसी से आग की भेंट चढ़ जाएं तब विकास पर सवाल उठना स्वाभाविक है। गत दिनों गुजरात के सूरत शहर में एक ईमारत को आग लगने से वहां एक कोचिंग सेंटर पर कोचिंग ले रहे बच्च...
आपदा प्रबंधन में कमी व पर्यावरण प्रदूषण बन रहे महामारी
देश में आपदा प्रबंधन की हालत बहुत ही खराब है। बड़ी तो बड़ी छोटी-छोटी घटनाओं में दर्जन भर लोगों की जान पलक झपकते ही चली जाती है जबकि तब तक राहत कार्य शुरू भी नहीं हो पाते। सूरत में घटित एक कोचिंग संटर में आग की दुर्घटना में करीब डेढ़ दर्जन छात्र मौत के आ...
मोदी लहर बनाम भाजपा की ‘चुनावी इंजीनियरिंग’
17वीं लोकसभा चुनावों के परिणामों ने बड़ी चर्चा छेड़ दी है। दरअसल राजनीति में किसी समय जितनी अहमियत मुद्दों को मिलती थी आज उससे कहीं अधिक ‘चुनाव इंजीनियरिंग’ को मिल रही है जो पार्टी इस इंजीनियरिंग पर जितनी अधिक दृृढ़ता से काम करती है उसे उतनी ही अधिक सफल...
विपक्षी दल कब निजी स्वार्थों से ऊपर उठेंगे?
सत्रहवीं लोकसभा के चुनावों में भाजपा को बहुमत मिला। चुनाव से लेकर केन्द्र में सरकार बनाने तक विपक्षी दलों का ध्येय देश की राजनीति को नयी दिशा देने एवं सुदृढ़ भारत निर्मित करने के बजाय निजी लाभ उठाने का ही रहा है। क्या यह बेहतर नहीं होता कि चुनाव नतीजो...
भाजपा से बढ़कर मोदी को मिला बहुमत
विपक्ष की ईवीएम से लेकर राफाल, पुलवामा, जीएसटी, नोटबंदी, मॉबलिचिंग, असहिष्णुता जैसे आरोपों को दरकिनार कर भाजपा व सहयोगी दलों ने 2014 से भी बड़ी जीत दर्ज की है। भले ही कांग्रेस ने अपने 2014 के आंकड़ों में अच्छा सुधार किया है फिर भी वह लोगों की पसंद नहीं...
कंगाली की कगार पर पाकिस्तान
2013 में नवाज शरीफ ने प्रधानमंत्री का पद संभालते ही यह बात कही थी कि भारत-पाकिस्तान को आपस में युद्ध करने की बजाए गरीबी, भुखमरी, अनपढ़ता व बीमारियों के खिलाफ लड़ना चाहिए। फिर तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी की इमरान सरकार ने सत्ता संभाली तब यह बात इमरान खान ने भी...
नवजोत सिद्धू के राजनीतिक पैंतरे
पंजाब कांग्रेस में नवजोत सिंह सिद्धू व मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह के बीच चल रही वाक्युद्ध शिखर तक पहुंच गई है। दोनों नेता राजनीति में बड़े मंझे हुए खिलाड़ी हैं। एक तरफ नवजोत सिंह सिद्धू बिना नाम लिए जहां अमरेन्द्र सिंह व बादल परिवार के बीच फैं्रडली मैच...
ट्रम्प की धमकी से ईरान व अमेरिका में टकराव
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान को स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि ईरान ने युद्ध लड़ने की बात कही तब ईरान का अंत हो जाएगा। ट्रम्प का यह बयान अत्यंत उत्साही, सिद्धांतहीन, धमकी भरा व शांति के प्रति गैर-जिम्मेदाराना है। ट्रम्प ने गत दिवस यह भी...
निंदा, प्रचार व भीड़तंत्र बनकर रह गया लोकतंत्र
17 वीं लोकसभा के लिए मतदान के अंतिम पड़ाव के लिए चुनाव प्रचार बंद हो गया है। प्रतिदिन की रैलियों में होती भीड़, रोड शो, वर्कर बैठकें, हंगामा इस बात का सबूत है कि अभी तक लोकतंत्र भीड़तंत्र से अलग नहीं हो सका। लोकतंत्र में लोक शब्द लुप्त होता जा रहा है व ...
विवादित बयान नेता की गलती या पार्टी की रणनीति?
लोकसभा चुनाव में भाजपा की दिग्गज उम्मीदवार प्रज्ञा ठाकुर ने राष्ट्र पिता महात्मा गांधी के हत्यारे को देशभक्त कहकर बाद में माफी मांग ली। गत दिवस ऐसा ही विवादित बयान कांग्रेस नेता सेम पित्रोदा ने भी दिया था। पित्रोदा ने दिल्ली में हुए 1984 के सिख नरसंह...
राजनीतिक शत्रुता बढ़ा रहे लोकसभा चुनाव
बंगाल इस समय राजनीतिक दुशमनी पालने वाला दूसरा राज्य बन गया है। इससे पहले केरल भी ऐसी ही मिसाल था। बंगाल की ममता सरकार व भारतीय जनता पार्टी दरमियान चल रहा तकरार देश के लिए खतरनाक है। जिस तरह खरबुजे को देख कर खरबुजा रंग पकड़ता है यदि यह रूझान जारी रहा त...
सुरक्षित ईवीएम ही है अगली सरकार
कुछ सीटों को छोड़कर चुनाव करीब-करीब पूरा हो चुका है। चुनावों से पहले नेताओं में ईवीएम मशीन के हैक हो जाने को लेकर तकरार रही है। आए दिन कोई न कोई पार्टी नेता यह दावा करते व उसमें विफल होते रहे हैं कि ईवीएम हैक कर किसी पार्टी या उम्मीदवार को मनचाहे वोट ...
अमेरिका-ईरान का टकराव
अमेरिका और ईरान के बीच तनाव निरंतर बढ़ता जा रहा है। गत दिवस सउदी अरब के दो तेल टैंकरों पर हमला हुआ। सऊदी अरब ईरान का कट्टर विरोधी है इसीलिए उपरोक्त हमले के लिए अमेरिका ईरान की तरफ संकेत कर रहा है। अमेरिका को पहले ही संदेह था कि समुद्री यातायात पर हमला...
पित्रोदा का बयान, 84 के पीड़ितों का अपमान
जब भी कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो धरती थोड़ी हिलती है। 19 नवंबर, 1984 को ये शब्द कहे थे तत्कालीन प्रधानमंत्री और इंदिरा गांधी के उत्तराधिकारी उनके पुत्र राजीव गांधी ने बोट क्लब में इकट्ठा हुए लोगों के हुजूम के सामने। 10 मई 2019 को इंडियन ओवरसीज कांग्रेस क...
पारंपरिक रंग से मुक्त नहीं हो सके लोकसभा चुनाव
लोकसभा चुनाव एक बड़ा लोकतांत्रिक त्यौहार है व 17वीं लोकसभा का चुनाव अंतिम चरणों में पहुंच चुका है, लेकिन 70 सालों के बाद भी राजनीति में कोई सकारात्मक परिवर्तन नहीं हुए। चुनावों के दौरान नेता जिस प्रकार के वायदे करते हैं वोटर उससे प्रभावित होता है व वि...